IT is Keeping an Eye on Your Mobile : 1 अप्रैल से आपके मोबाइल पर आयकर विभाग की नजर, लेन-देन की निगरानी!

वाट्सअप चैटिंग से लेकर ई-मेल, फेसबुक, एक्स पर निगरानी के लिए विंग बनाई गई!

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IT is Keeping an Eye on Your Mobile : 1 अप्रैल से आपके मोबाइल पर आयकर विभाग की नजर, लेन-देन की निगरानी!

Bhopal : आयकर विभाग अपने करदाताओं की तादाद बढ़ाने के लिए जमाने भर के प्रयास कर रहा है। लोगों में जागरुकता फैलाने के साथ ही कड़े नियमों को लागू करने के बावजूद भी संख्या में उल्लेखनीय प्रगति नहीं हो पा रही। इसलिए आयकर विभाग अब संदिग्ध लोगों की जानकारी के लिए मोबाइल पर नजर रख रहा है। जिसमें वाट्सअप चेटिंग से लेकर ई-मेल, फेसबुक और ट्वीटर पर निगरानी के लिए विंग बनाई गई। यह लोगों के नकद कारोबार के साथ ही किए जा रहे खर्च की जानकारी जुटाएगी और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

वैसे तो एविडेंस एक्ट के तहत फिलहाल व्हाट्सएप, फेसबुक की चेटिंग को कानूनी मान्यता नहीं है, लेकिन लोगों की जानकारी जुटाने के लिए यह सबसे बड़ा जरिया है। इसके तहत विभाग को यह पता चल जाता है कि किस व्यक्ति ने किसके साथ नकद व्यवहार किया या किन लोगों ने तफरीह के साथ ही विदेश यात्रा में धन खर्च किया। इन सभी जानकारियों के आधार पर कार्रवाई करने के लिए सजगता दिखाते हुए आयकर विभाग ने एक विंग बनाई है, जो ऐसे लेनदेनों पर निगाह रखेगी।

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हालांकि बड़े कारोबारियों ने पहले से ही सजगता दिखाते हुए मोबाईल फोन के बजाय व्हाट्सअप पर जहां चर्चा करना शुरू कर दिया है। वहीं लेन-देन के मैसेज वाट्सअप पर बंद कर दिए, लेकिन कुछ लोग अनजाने में अभी भी ऐसे मैसेज का आदान-प्रदान करते हैं, जो आयकर विभाग के लिए कार्रवाई का जरिया बन जाते हैं।

वाट्सअप ने डाटा देने से इंकार किया

व्हाट्सअप प्रबंधन ने आयकर विभाग को अपना डाटा उपलब्ध कराने से इंकार किया हैं। उनका कहना है कि यदि विभाग किसी व्यक्ति विशेष के रूप में जानकारी चाहता है, तो उसे जानकारी उपलब्ध कराई जा सकती है, लेकिन यदि सरकार पूरा डाटा चाहे तो उन्हें उपलब्ध नहीं किया जा सकता। इस तर्क पर अभी कानूनी लड़ाई जारी है। व्हाट्सएप भले ही जानकारी उपलब्ध नहीं कराए, लेकिन आयकर विभाग के पास में ऐसी तकनीक उपलब्ध है, कि वह मोबाईल से उक्त डाटा रिकवर कर सकता है। यह बात लोगों को भी पता है, इसलिए वे वाट्सअप पर अपने आर्थिक मामलों की चेटिंग से किनारा करने लगे हैं।