7 साल की मासूम से रेप कर की हत्या
*इटारसी से चंद्रकांत अग्रवाल की खबर*
इटारसी/ केसला। इटारसी शहर के समीपस्थ आदिवासी ब्लॉक केसला में एक 7 वर्षीय मासूम के लिए 2 दिन पूर्व उसके घर आया उसका सगा फूफा ही उसके लिए राक्षस बन गया। फूफा ने शुक्रवार को घर में बच्ची की दादी व एक भाई ही थे। अन्य जिम्मेदार सदस्य मजदूरी करने चले गए थे। तब फूफा ने चाकलेट के बहाने जंगल ले जाकर बालिका के साथ रेप करने के बाद गला दबाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी और जंगल में शव फेंक आया। बच्ची के अचानक लापता होने का शोर मचने पर मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने जांच पड़ताल की और तब शक की सुई उसके फूफा की तरफ घूम गई। पुलिस ने उसको दबोच कर उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। रात 11 बजे एसपी डॉ.गुरकरन सिंह भी मौके पर पहुंचे। एसपी, एसडीओपी, 5 निरीक्षक स्तर के अधिकारी, करीब 70 पुलिस कर्मी और एफएसएल टीम के साथ प्रूफ रेंज के जंगल में सर्चिंग शुरू की गई। इमरजेंसी लाइट में पुलिस ने करीब 5 घंटे सर्चिंग की। अंततः पुलिस को बच्ची का शव अर्धनग्न हालत में मिल ही गया। बच्ची के चेहरे पर एक कपड़ा ढंका था। पुलिस ने अपहरण, रेप और हत्या का केस आरोपी फूफा पर दर्ज किया है। मासूस बच्ची के शव का पोस्टमार्टम भी आज अभी, शनिवार सुबह इटारसी अस्पताल में हुआ। एसपी डॉ.गुरकरन सिंह ने मीडिया को बताया कि आरोपी बैतूल जिले के बीजाही थाना क्षेत्र का रहने वाला है। केसला थाना क्षेत्र के एक गांव में उसकी ससुराल है। दो दिन पहले वह यहां आया था। शुक्रवार को माता पिता मजदूरी करने गए थे। आरोपी ने चॉकलेट दिलाने का लालच देकर उसे जंगल में ले गया और फिर रेप करने के बाद गला दबाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। फिर वह वापस घर आ गया। शाम को घर में बच्ची के नहीं मिलने पर परिजन ने थाने में शिकायत की। थाना प्रभारी गौरव बुंदेला ने मामला गंभीर होने से तत्काल जांच पड़ताल शुरु की। बच्ची की दादी ने बताया कि फूफा उसे सुबह करीब 10 बजे चाकलेट दिलाने ले गया था। करीब 12 बजे वह अकेले वापस लौटा तो पूछने पर उसने बताया कि बच्ची को दुकान के पास छोड़कर वह दारू भट्टी सुकतवा चला गया था। पड़ोसियों ने भी बताया कि उन्होंने फूफा के साथ बच्ची को जाते हुए देखा था। तब पुलिस ने फूफा से पूछताछ की। पहले तो उसने गुमराह करने की कोशिश की। सख्ती से पूछताछ में बताया कि चॉकलेट दिलाने के लालच से वह उसे जंगल में ले गया। रेप कर उसका गला दबा दिया। फिर चेहरे पर एक कपड़ा ढांककर आ गया।