Kukshi (Dhar) : आज कुक्षी में ‘जयस’ की महापंचायत हुई। इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी युवाओं ने हिस्सा लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों को चिंता में डाल दिया। क्योंकि आदिवासियों के लिए आरक्षित 47 सीटों के अलावा प्रदेश में 33 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां आदिवासी वोट निर्णायक होते हैं। यही कारण है कि आज ‘जयस’ के संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा की इस महापंचायत ने राजनीति के बदलने का संकेत दिया। महापंचायत के बाद डॉ अलावा ने कहा कि ये तो झलक है पूरी फिल्म तो 2023 में हम रिलीज करेंगे।
महापंचायत के बाद मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए डॉ हीरालाल अलावा ने कहा कि हमने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को इसलिए निशाने पर रखा कि उन्होंने आदिवासी विरोधी बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम पहले भी वीडी शर्मा पर टिप्पणी कर चुके हैं, क्योंकि वह जयस के खिलाफ बोले, आदिवासी युवाओं के खिलाफ बोले। देश और प्रदेश में सरकार चलाने वाली भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इस तरह की टिप्पणी करेंगे तो कहीं न कहीं उनका विरोध तो करना पड़ेगा। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से भी मांग की है कि वीडी शर्मा का इस्तीफा लिया जाए। क्योंकि, वे आदिवासी विरोधी है।
कांग्रेस के प्रति हमारा अपना रुख स्पष्ट करते हुए डॉ अलावा ने कहा कि कांग्रेस को लेकर हमारा रुख स्पष्ट है। ज्यादा से ज्यादा युवाओं को 2023 में विधानसभा में पहुंचाना है और इसके लिए हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज आप लोगों ने मिशन 2023 की झलक देखी होगी, पूरी पिक्चर 2023 में रिलीज होगी। ‘जयस’ संरक्षक ने कहा कि हमारा मिशन 2023 में युवाओं को विधानसभा में पहुंचाना है और 2024 के लोकसभा में भी युवाओं को आगे बढ़ाकर वहां पर ज्यादा से ज्यादा पहुंचाना है।
जयस में फूट और मनावर में समकक्ष जयस महापंचायत से जुड़े सवाल पर डॉ अलावा ने कहा कि आनंद राय ने हमेशा अफवाह फैलाई है। उसे आदिवासियों के नाम पर टिकट चाहिए। वह आदिवासी युवाओं को गुमराह करके आपस में लड़ाने का काम करता है। वे पिछले 5 साल भी यही कर रहे हैं ये कोई नई बात नहीं है। लेकिन, हमने जो कहा वह करके दिखाया। 2023 का विधानसभा चुनाव हम सभी समाज को साथ लेकर लड़ेंगे।
डॉ अलावा ने कहा कि आज महापंचायत में युवाओं की मौजूदगी हमारे प्रति भरोसा और विश्वास का प्रतीक है। आज की हमारी महापंचायत में भारी तादाद में युवा आए यह हमारे विश्वास ही है। हम पिछले 10 साल में हर जगह आदिवासी के साथ खड़े रहे, उनके लिए संघर्ष किया है। प्रदेश में आदिवासियों पर अभी तक जो भी अत्याचार हुए, हमने उनकी लड़ाई लड़ी। हमने लाखो आदिवासियों के मुद्दों की लड़ाई विधानसभा के अंदर लड़ी है। इसके अलावा चाहे नेमावर हत्याकांड हो या नीमच का बागड हत्याकांड हो, चाहे आदिवासी महिला को जिंदा जला देने की बात हो! जयस संगठन के कार्यकर्ता हजारों की संख्या में उपस्थित थे। हमने उनका साथ दिया। विधानसभा में जल, जंगल, जमीन के मुद्दे पर और 5वीं अनुसूची के साथ आदिवासियों के विस्थापन का भी हमने मुद्दा उठाया है। इसलिए आज हर धर्म, हर समाज के लोग हमसे जुड़े हैं। 2023 में हम इस मिशन को पूरा करेंगे।