जीतू की पंसद को लग सकता है झटका,राहुल, खड़गे से मुलाकात के बाद जिला अध्यक्षों को बदलना होगा मुश्किल

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मध्य प्रदेश: पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को विधानसभा ने नोटिस जारी किया, सदन में कांग्रेस विधायकों का हंगामा न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Wed, 16 Mar 2022 01:10 PM IST सार राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार के मामले में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बुधवार को विधानसभा ने नोटिस जारी किया है। इस पर सदन में कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी और हंगामा किया। मध्य प्रदेश विधानसभा (फाइल फोटो) मध्य प्रदेश विधानसभा (फाइल फोटो) - फोटो : अमर उजाला विस्तार कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बुधवार को विधानसभा ने नोटिस जारी किया है। राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार के मामले में ये कार्रवाई की गई है। इस पर सदन में कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी और हंगामा किया। विधानसभा की तरफ से जीतू पटवारी को जारी नोटिस पर गोविंद सिंह ने विरोध दर्ज कराया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने नियम पढ़कर बताया। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोई खेद प्रकट नहीं करेगा। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और जमकर हंगामा किया

जीतू की पंसद को लग सकता है झटका,राहुल, खड़गे से मुलाकात के बाद जिला अध्यक्षों को बदलना होगा मुश्किल

भोपाल: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के पंसद के नेताओं को जिला अध्यक्ष की कमान मिलना मुश्किल भरा हो सकता है। निर्णय लेने में कछुआ चाल से चलने के कारण उनके गुट के लोगों को इससे झटका लग सकता है। दरअसल तीन अप्रैल को प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को दिल्ली बुलाया गया है। जहां पर जिला अध्यक्षों को संगठन मजबूत करने के टिप्स दिए जाएंगे।

ऐसे में यह माना जा रहा है कि प्रदेश में अब जिला अध्यक्षों को यदि बदला जाएगा तो राहुल गांधी की इस बैठक का औचित्य ही खत्म हो जाएगा।
तीन अप्रैल को सभी जिला अध्यक्षों से दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल मुलाकात करेंगे। इस दौरान जिला अध्यक्षों को संगठन मजबूत करने के टिप्स दिए जाएंगे। साथ ही इनसे यह भी पूछा जाएगा कि उन्हें संगठन मजबूत करने के लिए क्या-क्या अधिकार चाहिए। मध्य प्रदेश और गुजरात को पायलट प्रोजेक्ट।के रूप में लिया गया है।

मुश्किल भरा होगा जिला अध्यक्ष का बदलना
राहुल गांधी, खड़गे और केसी वेणुगोपाल से टिप्स लेकर आने वाले जिला अध्यक्षों को बदलना अब आसान नहीं होगा। जबकि कुछ नेता लंबे अरसे से जिला अध्यक्ष बनने के लिए भोपाल में नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष पटवारी भी अपने कुछ जिलों में अपने समर्थक नेता को जिला अध्यक्ष की कमान देने के प्रयास में लगे हुए हैं। जिलों में नए अध्यक्ष बनाने के लिए सूची भी कई महीनों पहले तैयार हो चुकी है, लेकिन अब तब नियुक्ति नहीं हुई। इधर यह भी माना जा रहा है कि जो अध्यक्ष संगठन को मजबूत करने के टिप्स लेकर आएंगे उन्हें यदि हटा दिया गया तो संगठन मजबूती के राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और वेणुगोपाल की मेहनत पानी फिर जाएगा। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अब जीतू पटवारी अपनी पसंद के जिन नेताओं को जिला अध्यक्ष की कमान देने की तैयारी कर रहे थे, अब उन्हें पद देना आसान नहीं होगा।