Jhula Ghar in Collectorate : महिला कर्मियों की सुविधा के लिए कलेक्टोरेट में झूला घर खोला!
Indore : शहर में पहली बार कलेक्टोरेट कार्यालय में महिला कर्मचारियों के बच्चों के लिए झूलाघर खोला गया है। इससे महिलाकर्मी अपने काम के साथ बच्चों की भी बेहतर ढंग से देखभाल कर सकेंगी। लंबे समय से शासन स्तर पर यह प्रस्ताव लंबित था।
झूला घर में बच्चों के खिलौने, झूला रहेंगे। इनकी देखरेख के लिए अतिरिक्त स्टाफ भी पदस्थ किया जाएगा। कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि संकुल और सेटेलाइट भवन में कई ऐसी महिलाएं हैं, जिनके बच्चे छोटे हैं। कई महिलाएं बच्चों को साथ लेकर आती है, जिससे विभागीय काम प्रभावित होता है। झूलाघर खुलने से महिलाएं तय समय में विभागीय कार्य इत्मिनान से कर सकेंगी।
शासन के आदेशानुसार कई महिलाएं प्रसूति पूर्व और प्रसूति बाद अवकाश पर रहती है। उन्हें छह माह का सवैतनिक अवकाश दिया जाता है। इससे शासन को दोहरी मार पड़ती है। एक, विभागीय कार्य नहीं करने के बावजूद महिला को वेतन देना पड़ता है। दूसरा, अवकाश पर जाने वाली महिला का काम जिस कर्मचारी से कराना पड़ता है, उसे अतिरिक्त वेतन भी देना मजबूरी रहती है। इस परेशानी से निकलने झूलाघर की योजना लंबित थी।
पूर्व निगम आयुक्त बनी थी मिसाल
कई महिलाएं लंबे अवकाश पर रहती है। लेकिन, पूर्व निगमायुक्त प्रतिभा पाल उनके लिए मिसाल बनी थी। वर्ष 2021 में उन्होंने बच्चे को जन्म दिया था। जन्म के मात्र 11 दिन बाद वे निगम में काम करने पहुंच गई थी। यही नहीं, प्रसूति के अंतिम दिनों तक वे मैदानी अमले के साथ कामकाज करती रही। सरकार ने उनके कार्य के प्रति इस जज्बे को देखकर प्रशंसा भी की थी।