Jila Panchayat Election : जिला पंचायत में भाजपा ने दोनों पदों पर कब्ज़ा किया, रीना मालवीय अध्यक्ष बनी

देपालपुर के गौतमपुरा इलाके के किसान भरतसिंह पटेल उपाध्यक्ष चुने गए

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Indore : भाजपा की रीना मालवीय इंदौर की नई जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई हैं। उन्होंने कांग्रेस की ममता आशीष को चुनाव में पराजित किया। उपाध्यक्ष पद भी भाजपा ने हासिल किया। देपालपुर विधानसभा के चाचौड़ा के भरतसिंह पटेल जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुने गए हैं।

इंदौर में रीना मालवीय इंदौर जिला पंचायत परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया है। भाजपा प्रत्याशी रीना को कुल 17 में से 12 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस की ममता चौबीसिया को हराया। निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय को कलेक्टर मनीष सिंह ने प्रमाण पत्र सौंपा। इंदौर, सांवेर, देपालपुर और महू चारों जनपद में कब्जा करने के बाद भाजपा में जश्न का माहौल है। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद पहले ही से भाजपा के पक्ष में जाता दिखाई दे रहा था।

जिला पंचायत के 17 वार्डों में से 12 में भाजपा समर्थित सदस्य जीते। इस बार यह सीट अनुसूचित जाति (एससी) महिला के लिए आरक्षित है। 17 वार्डों में से 2 एससी महिला के हैं और दोनों पर ही भाजपा समर्थित सदस्य हैं। ऐसे में इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा की ही बनना तय था। जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के गौतमपुरा क्षेत्र के उन्नत किसान भरत सिंह पटेल चुनाव जीते।

भाजपा को सबसे ज्यादा मशक्कत इंदौर जनपद में करना पड़ी! आखिरकार अध्यक्ष उसी का चुना गया। जिला पंचायत के वार्ड 1 पर भाजपा समर्थित श्यामू बाई पति भगवान सिंह परमार और वार्ड 12 में भाजपा समर्थित रीना सतीश मालवीय जीतीं, दोनों एससी महिला कोटे से हैं। पार्टी के लिहाज से दोनों को ही वरिष्ठ नेताओं का समर्थन है। श्यामू परमार को पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का समर्थन मिला। जबकि रीना मालवीय को मंत्री तुलसी सिलावट व जिला अध्यक्ष डॉ राजेश सोनकर का समर्थन हासिल है। दोनों ही नामों को लेकर कोई विवाद भी नहीं रहा।

दूसरी तरफ कांग्रेस के पास 17 में से 5 वार्डों पर ही समर्थित सदस्य हैं। इसमें वार्ड 11 (अजा मुक्त) पर कांग्रेस समर्थित ममता चौबीसिया है। लेकिन, कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है। ऐसी स्थिति में पहले समझा जा रहा था कि संभव है कांग्रेस जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपना प्रत्याशी ही खड़ा न करे।

लेकिन, कांग्रेस ने चुनाव में हिस्सा लिया जिससे भाजपा की अध्यक्ष निर्विरोध नहीं चुनी जा सकी। कलेक्टर मनीष सिंह ने इसके लिए अपर कलेक्टर राजेश राठौर और जिला पंचायत की एसीईओ मधुलिका शुक्ला को सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया था।