भोपाल: जोबट विधानसभा चुनाव का अगर इतिहास देखें तो हम पाएंगे कि यहां पर कांग्रेस से नाराज नेता पहले भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके है।
इस सीट से कांग्रेस वर्ष 2013 में कलावती भूरिया ने भी पार्टी से बगावत कर एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ा था, पर उस वक्त वे चुनाव नहीं जीत सकी थी। उस चुनाव में कांग्रेस ने सुलोचना रावत के बेटे विशाल रावत को टिकट दिया था। इसके अगले चुनाव में कांग्रेस ने कलावती भूरिया को टिकट दिया था,उसके मुकाबले में विशाल रावत ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। अब महेश पटेल को कांग्रेस ने टिकट दिया है। दीपक भूरिया के नामांकन भरने से यहां पर कांग्रेस के समीकरण बिगड़ सकते हैं। इसलिए नेता उन्हें मनाने में जुट गए हैं।
जोबट से कांग्रेस की विधायक रह चुकी कलावती भूरिया के भतीजे दीपक भूरिया ने उपचुनाव में कांग्रेस की मुश्किल बढ़ा दी है। उन्होंने निर्दलीय पर्चा भरा है। कांग्रेस से महेश पटेल को टिकट मिलने के बाद से वे नाराज चल रहे थे। दीपक के मैदान में आने से यह उपचुनाव त्रिकोणीय हो सकता है। बीजेपी ने सुलोचना रावत को मैदान में उतरा है।
बताया जाता है कि इस सीट से महेश पटेल को टिकट दिए जाने से दीपक भूरिया नाराज है। इसलिए उन्होंने अपने समर्थकों के साथ जाकर नामांकन जमा किया। हालांकि उन्हें मनाने के लिए कांग्रेस के कई नेता सक्रिय हो गए हैं। उनका नाम निर्देशन पत्र वापस लेने के लिए नेता उनसे बात कर रहे हैं। उन्हें मनाने की जिम्मेदारी पूर्व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया और यहां के प्रभारी रवि जोशी को दी गई है। नामांकन भरने के बाद तीनों नेताओं ने दीपक से बातचीत की है।