New CS of MP: नए मुख्य सचिव को लेकर केंद्र की भी 360 डिग्री की नजर, IB ने भी जुटाई जानकारी

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New CS of MP: नए मुख्य सचिव को लेकर केंद्र की भी 360 डिग्री की नजर, IB ने भी जुटाई जानकारी

भोपाल: मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव के चयन को लेकर केंद्र सरकार की भी पूरी नजर है। प्रदेश के अगले मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल माने जा रहे सभी अफसरों की IB पूरी जानकारी जुटा चुकी है। इस जानकारी को दिल्ली भेजा गया है। इसमें प्रमुख रूप से तीन अफसरों के पूरे कार्यकाल के साथ ही कई बिंदुओं पर गुपचुप रूप से जानकारी जुटाई गई है।

गौरतलब है कि मुख्य सचिव वीरा राणा का एक्स्टेंशन तीस सितंबर को समाप्त होने जा रहा है। एक अक्टूबर को मध्य प्रदेश को नया मुख्य सचिव मिल जाएगा। मुख्य सचिव की दौड़ में प्रदेश से मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव तथा जल संसाधन व नर्मदा घाटी विकास विभाग के डॉ. राजेश राजौर और अपर मुख्य सचिव गृह, परिवहन एवं जेल एसएन मिश्रा का साथ ही प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ अनुराग जैन का नाम शामिल हैं।

सूत्रों की मानी जाए तो मध्य प्रदेश में पदस्थ डॉ. राजेश राजौरा और एसएन मिश्रा की पूरी जानकारी आईबी ने दिल्ली भेजी है। आईबी के कई अफसर इन दोनों अफसरों की पूरी कुंडली खंगालने में पिछले कई दिनों से लगे हुए थे। इन दोनों अफसरों के कामकाज का तरीका और वे जिस-जिस विभाग में रहे उस विभाग में उनके कार्यकाल में क्या-क्या उपलब्धियां हासिल हुई हैं। इसकी जानकारी भी इस रिपोर्ट में समाहित बताई जाती है। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार कृषि को बढ़ावा देना चाहती है, ऐसे में डॉ. राजेश राजौरा के कृषि विभाग में पदस्थ रहने के दौरान उनकी उपलब्धियों की संख्या इस जानकारी में लंबी लिस्ट के रूप में है। इसमें यह भी देखा गया है कि डॉ. राजौरा मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और पूरे प्रदेश को हर स्तर पर बेहतर तरीके से जानते हैं। इन सभी बिंदुओं के साथ ही कई अन्य बिंदुओं पर भी जानकारी जुटा कर दिल्ली भेजी जा चुकी है।

इधर यह भी माना जा रहा है कि मुख्य सचिव की नियुक्ति से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी तीनों अफसरों के कामकाज की गुपचुप रूप से समीक्षा कर चुके हैं। दिल्ली भी मुख्य सचिव की नियुक्ति में दखल नहीं देना चाहता है, इसलिए इस पद पर कौन अफसर होगा यह फैसला मुख्यमंत्री को ही करना है।

सर्वविदित है कि डॉ राजौरा ही सीएम की पहली पसंद है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर दिल्ली से कोई विशेष निर्देश नही आए तो एमपी के सीएस के लिए उनके नाम की मुहर लग जाएगी।