PM मोदी के आने से पहले कमलनाथ लेना चाहते है महाकाल मंदिर परिसर विकास का श्रेय
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का लोकापर्ण करने के लिए आ रहे हैं, लेकिन उनके आने से पहले पूरी कांग्रेस इन दिनों यह संदेश पहुंचाने में लगी हुई है कि महाकाल कॉरिडोर के विकास की आधारशीला कमलनाथ के मुख्यमंत्री काल में रखी गई थी। इसे लेकर कांग्रेस ने कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहने के दौरान का डाटा भी जारी किया है।
कांग्रेस के नेताओं सहित स्वयं कमलनाथ का दावा है कि उन्होंने महाकाल कॉसिडोर और ओंकारेश्वर के विकास के लिए कार्य योजना बनाई थी, जिसमें तीस सौ करोड़ रुपए दिए गए थे। इसके बाद काम भी यहां पर शुरू कर दिया गया था। कांग्रेस का आरोप है कि इसके बाद सरकार गिर गई। कांग्रेस इसे केश करवाने के प्रयास कर रही है। सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस लगातार यह प्रचार कर रही है कि कमलनाथ ने ही उज्जैन और महाकाल के विकास की योजना बनाई थी।
मंगलवार की सुबह प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘कमलनाथ ने किया प्रयास, उज्जैन बना पूरे देश में खास ’साथ ही 19 अगस्त 2019 को बतौर मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ ने जो कहा था वह भी इसमें लिखा गया है। इसमें लिखा गया है कि ‘मैं बिना प्रचार के महाकाल मंदिर और उज्जैन के विकास के लिए काम करना चाहता हूं ताकि लोग यहां सिर्फ दर्शन के ही लिए नहीं आए बल्कि यहां रूके और घूमें फिरें…’। प्रदेश कांग्रेस के ट्वीट और फेस बुक पर लगातार इस तरह की पोस्ट पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रहे हैं।