Kamalnath PC : घटना के 6 दिन बाद भी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं!

प्रभावित किसानों की फसल के साथ मिट्टी भी बह गई, अब वहां कभी खेती नहीं होगी!

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Kamalnath PC : घटना के 6 दिन बाद भी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं!

बांधस्थल से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट 

Dhar : पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ आज सुबह कारम बांध स्थल पहुंचे और वहां का निरीक्षण किया। उन्होंने बांध फूटने की घटना से प्रभावित हुए लोगों से भी बातचीत की। इसके बाद कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए शिवराज सरकार पर आरोप लगाए कि घटना के 6 दिन बाद भी ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि, उसके खिलाफ FIR होना थी और उसे गिरफ्तार किया जाना था।

कमलनाथ ने शिवराज सरकार के बारे में कहा कि ये सौदेबाजी की सरकार है। बिना सौदे के कोई योजना शुरू नहीं होती। कारम बांध का फटना तो एक उदाहरण है। ऐसे कई कारम बनाए गए जो आज नही तो कल फूटेंगे। उन्होंने कहा कि मैं इतने खराब मौसम के बावजूद यहां पहुंचा हूं, यह देखने के लिए किस प्रकार से सरकार के भ्रष्टाचार का बांध टूटा है। मैं बांध पर गया लोगों से मिला, जिनकी जमीन, फसल ऑफ मकान सब चौपट हुए हैं। यह एक उदाहरण अपने प्रदेश का जहां भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी है। मैं जब मुख्यमंत्री था और मैंने ई-टेंडरिंग व्यवस्था शुरू की थी। लेकिन, आज किस प्रकार से मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है, भ्रष्टाचार की दीमक लगी है और इससे हर वर्ग हर व्यक्ति प्रभावित हो रहा है।

कमलनाथ ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का पैसा हमारे नौजवानों के भविष्य के उपयोग में आना था। लेकिन, यहां हर चीज में भ्रष्टाचार हो रहा है। जब तक सौदा न हो जब तक भ्रष्टाचार न हो कोई काम कंप्लीट नहीं होता। इनकी कई योजना रुकी पड़ी है, क्योंकि उसमें सौदेबाजी नहीं हुई। प्रदेश में हाल ही में के पुल बह गए। ये बांध तो पहली बरसात में ही बह गया। हमारे धार और महेश्वर जिले के 18 गांव प्रभावित हुए। फसल ही नहीं बही, खेतों की मिट्टी भी बह गई, अब वे किसान जिंदगी भर वहां फसल नहीं उपजा सकते। आश्चर्य है कि 6 दिन बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभी तक तो FIR दर्ज होकर ठेकेदार की गिरफ्तारी हो जाना टीबी। भ्रष्टाचार के लिए ही सरकार ने दिल्ली वाली कंपनी को प्राइम ठेकेदार बनाया और उसे समझौते के साथ ये काम दिया गया। उसके बाद जो हुआ वो भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा प्रमाण है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यदि गिनना शुरू करें, तो उन्होंने कई तरह के भ्रष्टाचार किए। नर्मदा किनारे वृक्षारोपण का भ्रष्टाचार, अस्पताल, नर्सिंग कॉलेज, आयुष्मान योजना में भ्रष्टाचार किया। आज पंचायत से लेकर और मंत्रालय तक भ्रष्टाचार चल रहा है सबसे बड़ी चिंता नौजवानों की है। इसीलिए मध्यप्रदेश में निवेश नहीं आ रहा। मैंने के बड़ी-बड़ी कंपनियों से बात की है, सब कहते हैं कि मध्यप्रदेश में बहुत भ्रष्टाचार है इसकी हम नहीं आएंगे। लेकिन, यदि निवेश नहीं आएगा तो नौजवानों के भविष्य क्या होगा। मैं तो कहता हूं कि नौजवानों का भविष्य आज सबसे बड़ी चिंता है। उनमें अपनी सोच की तड़प है और जब तक यह नई पीढ़ी जो हमारे देश का निर्माण करेंगे, उनका भविष्य तय नहीं होता, कुछ नहीं हो सकता। बीजेपी भी अब समझ गई है कि 14 महीने बाद इनकी सरकार गिर जाएगी।

उन्होंने कहा कि हाल ही में जो जनपद, जिला पंचायत और नगर पालिका और महापौर के चुनाव हुए इसमें किस प्रकार से पुलिस और प्रशासन का उपयोग किया गया यह किसी से छुपा नहीं है। किसी एक जिले की बात है। पुलिस प्रशासन का दबाव डाला गया, क्योंकि इनका साथ होता तो इनको किसी और की जरूरत नहीं होती। आज आप किसी का वोट खरीद सकते हैं, उसकी आत्मा नहीं खरीद सकते। कमलनाथ ने कहा कि एक पार्षद मेरे पास आया था। उसने कहा था कि मुझे पैसे मिले हैं। मैं इसलियर वोट तो बीजेपी को दूंगा, पर मैं रहूंगा कांग्रेस में। ये लोग वोट खरीद सकते हैं लेकिन उनका दिल दिमाग नही खरीद सकते।

कमलनाथ ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस पूरे मामले की जांच हो, FIR दर्ज हो और आगे कार्रवाई हो। प्रभावित किसानों को उनकी जमीन और मकानों का 4 गुना मुआवजा दिया जाए। हमें अपने विधायकों की समिति की रिपोर्ट भी मिल गई है। इस इस मुद्दे को छोड़ेंगे नहीं। हमारी सरकार आएगी तो हम उस पर कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवराज का कहना था कि ऐसे मामलों में राजनीतिक नहीं की जाना चाहिए? मैं पूछना चाहता हूं कि यह कौनसी राजनीति है। क्या सवाल पूछना कोई राजनीति है।

कमलनाथ के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद गौतम के अलावा धरमपुरी के विधायक पाचीलाल मेढ़ा, कुक्षी के हनी बघेल, गंधवाली के उमंग सिंगार, महेश्वर की विधायक और इंदौर के जीतू पटवारी भी साथ थे।