भोपाल: मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के बीच तकरार तेज होती जा रही है।
इसका प्रमाण इस बात को लेकर माना जा सकता है कि कल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने खंडवा और बुरहानपुर जिला कांग्रेस कमेटियों को भंग कर दिया है। इन दोनों स्थानों पर अरुण यादव के समर्थक अध्यक्ष थे।
दोनों जिलों में शहरी और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हटा दिए गए हैं। इस कार्यवाही को खंडवा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राज नारायण सिंह पूर्णी की हार और 23 दिसंबर को अरुण यादव द्वारा खलघाट में आयोजित कार्यक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।
बताया गया है कि खंडवा में जिला अध्यक्ष ओंकार पटेल, अरुण यादव के कट्टर समर्थक है, उन्हें पद से हटा दिया गया है।
दूसरे यादव समर्थक बुरहानपुर के जिला अध्यक्ष अजय रघुवंशी है, उन्हें भी हटा दिया गया है। वे करीब एक दशक से जिला कांग्रेस अध्यक्ष थे और वह अरुण यादव के काफी निकट माने जाते थे।
सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा है कि अब अरुण यादव भी कमलनाथ से आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं और 23 दिसंबर को खलघाट में किया जा रहा कार्यक्रम इसी बात का प्रतीक माना जा रहा है।