Karam Dam Leakage : बांध की गुणवत्ता की जांच के लिए मंत्री ने समिति की घोषणा की

बड़े अधिकारी बांध स्थल पर पहुंचे, NDRF की टीम, सेना के हेलीकॉप्टर तैयार

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बांध स्थल से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : लीकेज हुए कारम बांध स्थल पहुंचे प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने दौरा करने के बाद बांध की गुणवत्ता को लेकर पांच सदस्यों की समिति की घोषणा की। इसमें कलेक्टर धार के अलावा अन्य चार विभागीय तकनीकी अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि ये समिति 3 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट में जिसे भी दोषी पाया जाएगा, उसे बक्शा नहीं जाएगा।

मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री कल रात से लगातार इस घटनाक्रम पर नजर रखे हैं और हर पल की जानकारी ले रहे हैं। जिले और संभाग के सभी बड़े अधिकारी यहां मौजूद हैं और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सारी व्यवस्थाएं कर ली गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना से जुड़े जिस भी व्यक्ति को दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी क्योंकि, यह 304 करोड की परियोजना है और इससे 42 गांव के 10500 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई होना है।

उन्होंने कांग्रेस विधायक पाचीलाल मेढ़ा के इस आरोप को खारिज किया कि इस बांध के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में उनका आरोप लगाना सही नहीं है।

क्या है यह कारम बांध परियोजना

ज़िले के धरमपुरी इलाके की कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध के पूर्वी साइड के Flank 500-530 के मध्य डाउन स्ट्रीम की मिट्टी स्लिप हो जाने से बांध को ख़तरा बन गया है। उक्त बांध की लम्बाई 590 मीटर और ऊँचाई 52 मीटर है। फिलहाल की स्थिति में बांध में 15 MCM पानी भरा है।

बड़े अधिकारी पहुंचे

इंदौर कमिश्नर पवन कुमार शर्मा, IG इंदौर हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर धार पंकज जैन और SP धार, EnC और CE जलसंसाधन और वरिष्ठ अधिकारी मौक़े पर उपस्थित हैं। एहतियात के तौर पर ज़िले के 12 गाँव और खरगोन ज़िले के 6 गाँव को ख़ाली कराके सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में शिफ़्ट कर दिया गया है।

सुरक्षा के सारे उपाय किए गए

NDRF को टीम और SDERF धार और इंदौर की टीम और पड़ोस के थानों का पुलिस बल द्वारा होम गार्ड तथा राजस्व विभाग के अमले के साथ बचाव कार्य किया जा रहा है। Airforce के दो हेलिकॉप्टर और आर्मी की एक कम्पनी रेक्वज़िशन कर Standby पर रखी गई है। जल संसाधन विभाग द्वारा बांध को सुरक्षित रखे जाने के लिए कार्य किया जा रहा है।