Karnataka Exit Polls : कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, मिल सकती हैं 103-118 सीटें!
Bengaluru : बुधवार (10 मई) को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। सभी 224 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए। लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया और अगली सरकार की किस्मत EVM में कैद हो गई। 13 मई को मतगणना के साथ ही कर्नाटक की तस्वीर साफ हो जाएगी। चुनाव से पहले आए ज्यादातर सर्वे और ओपिनियन पोल के आंकड़ों में कर्नाटक में कांग्रेस की स्थिति मजबूत नजर आई।
कर्नाटक में 5.3 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 2.66 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 2.63 करोड़ है। इसके अलावा, 5.71 लाख दिव्यांग, 80 साल या इससे ज्यादा उम्र के 12.15 लाख और 100 वर्ष की आयु के 16 हजार से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं।
ZEE-Matrize : कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, मिल सकती हैं 103-118 सीटें
जी न्यूज के एग्जिट पोल के मुताबिक कर्नाटक में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभर सकती है। आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस को 103 से 118 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं बीजेपी को 79 से 94 और जेडीएस को 25 से 33 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में 2 से 5 सीटें जा सकती हैं। जी न्यूज के एग्जिट पोल के मुताबिक जेडीएस की भूमिका किंगमेकर की हो सकती है।
2018 में कांग्रेस को मिले थे 38.04% वोट
कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कुल 38.04 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। पार्टी ने कुल 221 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में पार्टी के 13 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। इस बाक के विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम सिद्धारमैया वरुणा सीट से और दिग्गज नेता डीके शिवकुमार कनकपुरा विधानसभा सीट से मैदान में हैं।
2018 में बीजेपी को मिले थे 36.22% वोट
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 36.22 प्रतिशत वोटों के साथ 104 सीटें जीती थीं। 36 सीटों पर उसके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। पार्टी ने पिछले चुनाव में 223 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
राज्य में मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस में माना जा रहा है। यह चुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए इसलिए काफी अहम है। क्योंकि, सालभर में लोकसभा चुनाव होना है। बीजेपी चुनाव जीतकर दक्षिण के इस गढ़ को बरकार रखना चाहती है। वहीं कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राज्य की सत्ता में वापसी कर जनता में एक मजबूत संदेश देना चाहती है।