करवा लाल की कथा

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करवा लाल की कथा

चित्रकूट की तीन सगी बहनों ने एक ही बंदे को अपना दूल्हा बनाया। करवा चौथ के दिन तीनों एक ही छलनी से एक ही आदमी को देखने के लिए राज़ी हुई। शादी के बाद पति की क्या गत बनी। बहनों का बहनापा बचा या नही इस बाबत फ़िलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नही है। ऐसे मे मैं उनके बारे मे अंदाज़ा लगाना अपना फर्ज समझता हूँ ।

इन तीनों सगी बहनों का पति मे हिस्सेदारी मंजूर कर लेना वाकई अचरज भरा है। महिलायें अपने पति की पुरानी शर्ट किसी और को देने मे सौ बार सोचती है। सगी बहने देवरानी ज़ेठानी होने पर एक दूसरे के बाल नोचती देखी गई है। दो अलग अलग ख़ानदान की लड़कियों का सौत बनकर एक दूसरे से मार पीट करना आम बात। पर ये तीन सगी बहनें एक ही बंदे के साथ जीने मरने बाबत राज़ी है। ये बहुत बड़ी बात। ज़ाहिर है साझे पति से खुश ये बहने बड़े दिल वाली है। और केवल इसीलिए भी इज्जत की हकदार हैं।

अब इस बहादुर पति की बात करे। बीबी जैसी शक्ल की दूसरी महिला बाबत सोचने से भी डरता है आम आदमी। ऐसे में एक जैसी दिखती तीन सगी बहनों से एक साथ ब्याह कर जो दिलेरी दिखाई है इसने वो तारीफ़ेकाबिल है। बात तीन तक ही इसलिये रही क्योकि इनके ससुर चौथी लडकी पैदा करने जितने हिम्मती नही थे।

बडे बूढे बता गये हैं कि पति पत्नी जिंदगी के दो पहिए होते है। इस सूरमा की गाड़ी तो फोर व्हीलर है। मुझे पूरा भरोसा है कि ये धर्मेंद्र टाईप का या उसके आसपास की ही चीज होगा। लडकियों के बाप के अलावा तीन सगी बहनों को एक साथ खुद पर भरोसा दिला देने वाला ये बंदा बाद मे कृष्ण जी का अवतार भी निकल आये तो मुझे ताज्जुब नही होगा।

ऐसा किया क्यो होगा इसने ? एक बीबी काफी होती है जेबें ढीली करने के लिए। एक से ज्यादा हो तो ज्यादा धन की जरूरत होती है। पैसे कमाने के लिये मेहनत करनी पड़ती है। बंदा मेहनती हो तो मिलने वाले इज्जत से पेश आते है। आदमी को इज्जत मिले तो वो खुश रहता है। बात इतनी भर है कि ये भलामानस दूसरो से ज्यादा खुश रहना चाहता था।

जैसा कि हम सभी जानते है कि किसी भी फ़ील्ड मे जब मोनोपली होती है तो प्रॉडक्ट बेचने वाला ,सेवाये देने वाला लापरवाह हो जाता है। मनमानी करता है अपनी। कॉम्पटिशन क्वॉलिटी को बेहतर करता है। एक ही चीज बेचने वाली ढेरो कंपनियाँ हो मार्केट मे तो ग्राहक देवता हो जाता है। एक बीबी अंबानी के जियो जैसा बर्ताव करती है हमेशा। ऐसे में तीन शादी करने वाले को घर मे कितनी इज्जत और पूछ परख हासिल हो सकती है उसका एक बीबी से संतोष करने वाले अंदाजा लगा ही नही सकते।

आमतौर पर रूठने का डिपार्टमेंट बीबी के पास रहता है और मनाने की ड्यूटी मियाँ के सर रहती है। ये पट्ठा तो रूठ रूठ कर ही नंबर बढ़वा लेता होगा अपने। सोच कर देखे। क्या नजारा रहता होता होगा। एक बीबी मनुहार कर रही है ,कुछ खा लेने के लिए। दूसरी सर में तेल की मालिश कर रही है। माफ़ी माँग रही है तीसरी घर की सफ़ाई कर चुकी और अब कपडे धोने के लिए तैयार बैठी है। और बंदा ऐंठा ऐंठा घूम रहा है। और फिर सबसे बड़ी बात। आदमी को यदि बीबी ग़म दे तो वह बाहर कंधे तलाशता है इस आदमी को एक बहन के दिये ग़म दूसरी और तीसरी बहन के खाते मे फौरन ट्राँसफर करने की सुविधा घर बैठे हासिल है।

और फिर ब्रेक फ़ॉस्ट ,लंच ,डिनर मे अलग अलग वैरॉयटी। मुमकिन है तीन बीबियों मे से एक दो सरकारी नौकर हों ऐसे मे ये घर मे ठाठ से पाँव फैला कर सो भी सकता है। इस बंदे के ठाठ की आप तसव्वुर नही कर सकते। जन्नत कैसी होती होगी। सुल्तान ,राजे महाराजे कैसे होते थे ,ये इस आदमी से मिलकर ही जाना जा सकता है। इसके शहर के वो कुँवारे जिनका हक़ मार लिया गया है ,डिप्रेशन में जा सकते हैं। कुछ अब तक आसपास की किसी नदी तालाब मे कूद पड़े हो तो बडी बात है नही।

कितनी बेहतरीन ज़िंदगी होगी इसकी। काम से लौट कर घर के मज़ेदार क़िस्से। तीन बीबियाँ , होने वाले ढेर सारे बच्चे ,उनकी आपसी मारपीट और झगड़ो को सुलझाने का मज़ा। बच्चे पहेलियाँ सुलझाने में मसरूफ रहेंगे। इसे पापा कहें या मौसा। ज़्यादा औलादें हो तो गुंडों के साथ साथ एकाध भला पैदा हो ही जाता है। गुंडे पड़ौसी पर रौब जमाने के काम आते हैं और भला बाप का फर्मारदार होता है। खुश रहने के लिए आदमी को और क्या चाहिए।

इस बंदे से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। कुछ बडा हासिल करने के लिये बडी रिस्क लेना ही पड़ती है। तीन तीन बीबियों के साथ रहने से बडी रिस्क और क्या हो सकती है ? हमारे देश को ऐसे ही नौजवानों की जरूरत है जो जोखिम लें ,नाम कमाये और देश को तरक़्क़ी की राह पर ले जा सके।

सरकार को चाहिए कि वो इस आदमी को जिसने दो दूसरे बंदों का सिरदर्द खुद अपने सर ले लिया है से इससे हौसले,और सब्र की वजह जाने। इससे यह जाने कि घर और मोहल्ले का सुकून बनाए रखने बाबत क्या उपाय किए है इसने ? यह पता लगाए कि इसने इतनी ढेर सारी बीबियों के बीच समय ,सम्पत्ति ,सम्मान और साड़ियों का समुचित विभाजन कैसे किया है ? ये बेशक़ीमती जानकारी अब तक हो चुके और होने वाले खाविंदों के लिए अपनी इकलौती बीबी को राजी रखने के काम तो आएगी ही। पूरी दुनिया का अमन चैन बनाए रखने मे भी मददगार होगी।