Kashi Dham Corridor Inaugurated : PM नरेंद्र मोदी ने निर्धारित समय पर काशी पुराधिपति का अभिषेक किया

पूरे आस्था के साथ कलश में गंगाजल भरकर पैदल ही जेटी पर पहुंचे

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Kashi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्धारित समय पर काशी धाम कॉरिडोर का लोकार्पण (Kashi Dham Corridor Inaugurated) किया। उन्होंने इस अवसर पर सम्बोधन भी दिया। प्रधानमंत्री ने ललिता घाट पर गेरुआ वस्त्र धारण कर पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।

गंगा में पुष्प अर्पित कर भगवान सूर्य को जल देने के बाद प्रधानमंत्री पूरे आस्था के साथ कलश में गंगाजल भरकर (Filling Gangajal in the Kalash) पैदल ही जेटी पर पहुंचे। यहां गीला वस्त्र बदलने के बाद नया वस्त्र परम्परागत धोती, कुर्ता, रेशमी दुपट्टा धारण करके प्रधानमंत्री कार से गंगाजल कलश लेकर मंदिर चौक तक गए। फिर डमरूओं के निनाद के बीच लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में हाजिरी लगाई।

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उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार (Vedic Chants) के बीच रेवती नक्षत्र और रवि महायोग में आदि विश्वेश्वर के पावन ज्योर्तिलिंग पर गंगाजल सहित पवित्र नदियों के जल से जलाभिषेक किया। उनके प्रति अपार आस्था दिखाई।

श्री काशी विद्वत परिषद (Shri Kashi Vidya Parishad) के मार्गदर्शन में मंदिर के अर्चक पं श्रीकांत मिश्र, डॉ नागेन्द्र पांडेय, पं ओमप्रकाश मिश्र आदि ने मंत्रोच्चार के बीच बाबा का षोडशोपचार पूजन प्रारम्भ कराया। पूजन-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री को गर्भगृह के बाहर चौक पर शिवसंकल्प सूक्त का संकल्प दिलाने का कार्यक्रम तय था।

प्रधानमंत्री ने बाबा से राष्ट्र उन्नति, विश्व कल्याण, के लिए मानस प्रार्थना की। फिर खास नक्षत्र में प्रधानमंत्री के धाम को राष्ट्र के लिए समर्पित करने का समय निश्चित था।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण पर संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंग्रेज और औरंगजेब भी काशी को खत्म नहीं कर पाए। तमाम हमलों के बाद भी बनारस बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि काशी में मृत्यु भी मंगल (Mars Also Death in Kashi) है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में एक ही सरकार है। वाराणसी के बारे में गलत धारणाएं बनाई गई। जबकि, बिना बाबा के इच्छा के बिना कोई पत्ता नहीं हिल सकता।

जब PM काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण करने पहुंचे तो लोगों ने हर-हर महादेव का नारा लगाया। इस दौरान भोजपुरी में भी भाषण दिया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं आप सभी लोगों से तीन चीजें मांग रहा हूं।

आगे कहा कि स्वच्छता, सृजनता और आत्मनिर्भर भारत (Cleanliness, Creativity and Self-Reliant India) बनाने के लिए निरंतर प्रयास का संकल्प, जो सभी लोग करें। उन्होंने इस दौरान साधु-संतों का आभार जताया।

लोकार्पण का शुभ मुहूर्त

काशी धाम के लोकार्पण का शुभ मुहूर्त अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण शिलान्यास के लिए मुहूर्त निकालने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ही तय किया है।

आचार्य द्रविड़ ने धाम लोकार्पण के शुभ मुहूर्त के बारे में कहा है कि विक्रम संवत 2078 शालिवाहन शक,1943 शुक्ल पक्ष दशमी तिथि सोमवार के दिन रेवती नक्षत्र और श्लेषा नाड़ी का काल 20 मिनट का है।

इसी कालखंड में लोकार्पण सर्वोत्तम है। इस योग में धार्मिक कार्य होने से देश और समाज का सौभाग्य बढ़ेगा।