
Kattiwada Premier League: शिवभक्त इलेवन की धमाकेदार जीत, 61 रनों से खिताब अपने नाम किया
प्रेम गुप्ता की रिपोर्ट
Kattiwada: जनजातीय बहुत अलीराजपुर जिले के ऐतिहासिक पोलो ग्राउंड (कट्ठीवाड़ा) में इस वर्ष खेला गया कट्ठीवाडा प्रीमियर लीग का पहला सीजन खेल उत्कृष्टता, रोमांच और ग्रामीण प्रतिभा की चमक का साक्षी बना। राजपरिवार की पहल पर आयोजित इस टूर्नामेंट में स्थानीय युवाओं को पेशेवर क्रिकेट का अनुभव मिला। 16 नवंबर को हुए फाइनल मैच में शिवभक्त इलेवन ने जोहार इलेवन को 61 रनों के बड़े अंतर से हराते हुए क्षेत्रीय खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया।
▪️कट्ठीवाड़ा प्रीमियर लीग
राजपरिवार द्वारा प्रायोजित इस लीग का आयोजन 13 नवंबर से शुरू हुआ था। प्रतियोगिता को इंडियन प्रीमियर लीग की शैली में संरचित किया गया। टीमों को उचित प्रशिक्षण, रणनीति और पेशेवर मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया, जिससे खिलाड़ियों को बड़ा मंच मिला और आयोजन को भी एक अलग पहचान मिली।
लीग में चार टीमें शामिल थीं: शिवभक्त इलेवन, जोहार इलेवन, रतन महल काछला इलेवन और बाबाजी उदेपुर इलेवन। इन टीमों में क्षेत्र के श्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुने गए थे, जिन्हें प्रारंभ से ही पेशेवर क्रिकेट के अनुरूप अभ्यास कराया गया था।
▪️फाइनल मैच की मुख्य झलक
▫️फाइनल मुकाबला कट्ठीवाडा के पोलो ग्राउंड में बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों के बीच खेला गया। शिवभक्त इलेवन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अनुशासित और आत्मविश्वास से भरी पारी खेली। बल्लेबाजों ने समय की समझ और पावर हिटिंग दोनों का संतुलन कायम रखा और प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर खड़ा किया। जवाब में उतरी जोहार इलेवन शुरुआती झटकों से उबर नहीं सकी। शिवभक्त इलेवन के गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाया और विकेट चटकाए। शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने जोहार इलेवन की बल्लेबाजी बिखरती चली गई। इसी दमदार प्रदर्शन की बदौलत शिवभक्त इलेवन ने 61 रनों से पहली कट्ठीवाडा प्रीमियर लीग का खिताब जीत लिया।

▪️सम्मान समारोह
विजेता टीम के कप्तान कुलदीप सिंह जादव को कट्ठीवाडा प्रीमियर लीग की ट्रॉफी पूर्व मंडल अध्यक्ष सुनील कनेश और एसडीओपी अश्विन कुमार ने प्रदान की।
इस अवसर पर महेश वर्मा को मैन ऑफ द मैच और सलेम मलिक को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। पूरे आयोजन की सफलता में कुलदीप सिंह जादव, प्रकाश तोमर, संदीप डावर, कुंवर सिंह तोमर और अभिषेक सोलंकी की भूमिका महत्वपूर्ण रही। ग्राउंड प्रबंधन की समूची जिम्मेदारी चीफ ग्राउंड मैनेजर अमजद पठान ने व्यवस्थित तरीके से निभाई।
▪️ग्रामीण प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर का मंच
▫️राणा दिग्विजय सिंह ने कहा कि कट्ठीवाडा प्रीमियर लीग का उद्देश्य खेल प्रतियोगिता भर नहीं है, बल्कि ग्रामीण अंचल के युवाओं को बड़े मंच का अनुभव देना है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और खेल के प्रति गंभीरता व अनुशासन का वातावरण तैयार करते हैं।
कट्ठीवाडा के आसपास के गांवों से आए खिलाड़ियों और दर्शकों का उत्साह इस बात का प्रमाण था कि यह लीग क्षेत्र में खेल संस्कृति को मजबूत करने में मील का पत्थर बन सकती है।
▪️क्षेत्रीय विकास की दिशा में कट्ठीवाडा राजपरिवार की पहल
▫️कट्ठीवाडा केवल खेल गतिविधियों के कारण सुर्खियों में नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन विकास के लिए भी राजपरिवार कई प्रभावी योजनाओं पर काम कर रहा है। राणा कट्ठीवाडा फाउंडेशन के वृहद विजन के अनुसार अगले कुछ वर्षों में यह क्षेत्र आधुनिक स्वरूप लेगा।
▪️शिक्षा का सुधार
▫️कमल विद्या निकेतन स्कूल के माध्यम से ग्रामीण और आदिवासी समुदाय के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। स्कूल का नया और आधुनिक भवन लगभग तैयार है, जिसके शुरू होने के बाद शिक्षा व्यवस्था और बेहतर होगी।
▪️पर्यटन विकास की योजनाएं
▫️कट्ठीवाडा के पोलो ग्राउंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नया बाजार, रेस्टोरेंट, मंदिर परिसर, ऐतिहासिक संग्रहालय, सौ फीट ऊंचा घंटाघर, व्यायाम पथ, गार्डन और खेल परिसर जैसी अनेक सुविधाओं का विकास प्रस्तावित है। इसका उद्देश्य कट्ठीवाडा को मध्यप्रदेश के पर्यटन नक्शे पर नई पहचान देना है। बच्चों के लिए कई सुविधाएं निःशुल्क और वयस्कों के लिए न्यूनतम शुल्क आधारित रखने की योजना है ताकि स्थानीय नागरिकों को अधिकतम लाभ मिल सके।
▪️स्वास्थ्य और कृषि पर कार्य
▫️राजपरिवार स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों के लिए उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रहा है। साथ ही उन्नत कृषि तकनीकों के प्रशिक्षण के जरिए किसानों की आय और उत्पादन क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य है।
▫️खेल, संस्कृति, शिक्षा और पर्यटन का ऐसा संतुलन बहुत कम क्षेत्रों में देखने को मिलता है। कट्ठीवाडा प्रीमियर लीग की सफलता ने जहां युवाओं में उत्साह जगाया है, वहीं राजपरिवार की विकास योजनाएं आने वाले वर्षों में कट्ठीवाडा को सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से और मजबूत करने वाली हैं। कट्ठीवाडा अब केवल अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए नहीं, बल्कि आधुनिक विकास की दिशा में उठाए जा रहे साहसिक कदमों के कारण भी पहचाना जा रहा है।





