मिक्सर ग्रांडर से बच्चों को रखें दूर, हो सकते हैं हादसे का शिकार, छतरपुर में हुई ये घटना

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मिक्सर ग्रांडर से बच्चों को रखें दूर, हो सकते हैं हादसे का शिकार, छतरपुर में हुई ये घटना

छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: छतरपुर में डेढ़ साल के बच्चे के खेल-खेल में घायल होने का मामला सामने आया है। जहां इसके खेल में घायल होने की वजह मिक्सर ग्राइंडर बताया जा रहा है। जिससे बच्चे का हाथ बुरी तरह कट गया है।बच्चे को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया है। जहां उसका ईलाज चल रहा है।

●मिक्सर ग्रांडर से खेलना घातक हाथ कटा..
जानकारी के मुताबिक मामला छतरपुर शहर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के बेनीगंज मोहल्ले का है जहां के 8 साल के रौनक साहू पिता मोनू साहू को उसकी मां मिनी साहू घरेलू कपड़ों में ही खोकन से लथपथ अपने डेढ़ साल के बच्चे को जिला अस्पताल लेकर पहुंची हैं। उसका हाथ बुरी तरह घायल हो गया है। घायल होने की वजह घर में रखें मिक्सर ग्राइंडर को खेल-खेल में चालू कर देना बताया जा रहा है। जिससे बच्चे का हाथ बुरी तरह कट गया है उसके हाथ से काफी खून बह रहा है जिसे परिजन गंभीर और लहूलुहान हालात में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे हैं जहां बच्चे का ऑपरेशन किया जा रहा है।

●दादा ने बताई घटना की वजह..
बच्चे के दादा जगदीश साहू की मानें तो घर में खाना बनाते समय मसाला पीसने के लिए मिक्सर ग्राइंडर नीचे जमीन पर रखा हुआ था और उसका इलेक्ट्रिक स्विच ऑन था इसी दौरान घर में खेल रहा छोटा बच्चा रौनक पास आआया और मिक्सर खेलने लगा वहीं इसी दौरान मिक्सी का पुश बटन दब गया जिससे मिक्सी के अंदर डला बच्चे का हाथ और उंगलियां बुरी तरह कट गईं जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर आये हैं जहां उसका इलाज चल रहा है।

बाईट -जगदीश साहू (बच्चे के दादा)

 

●बाल-बाल बचा बच्चा, हो सकते थे अंग अलग..
मामले में जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. व्ही.पी. शेषा से बात की तो उन्होंने बताया कि एक डेढ़-दो साल का बच्चा घायल अवस्था में आआया था जिसके घायल होने की वजह घर की मिक्सी बताई जा रही है। हादसे में बच्चे के हाथ और उंगलियां चोटिल हुई हैं गनीमत रही कि हड्डियां नहीं कटीं वरना उंगलियां हाथ से अलग हो सकतीं थीं। फिलहाल बच्चा बाल-बाल बच गया है उसकी उंगलियों और हाथ का ट्रीटमेंट कर ड्रेसिंग कर दी गई है। जो कि 20-25 दिन में ठीक हो जायेगा।

●डॉक्टर ने दी समझाईस..
वहीं डॉ. शेषा ने समझाईश देते हुए बताया कि बच्चों को इस तरह के खतरनाक और इलेक्ट्रिक उपकरण से दूर रखा जाए बच्चे नासमझ होते हैं और वह हर जीव औऱ निर्जीव चीज को खिलौना समझ लेते हैं। और अकारण ही हादसे का शिकार हो जाते हैं। हमारी सुरक्षा ही सबसे बड़ा बचाव है।