केजरीवाल की सनातनी चाल…

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केजरीवाल की सनातनी चाल…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

दिल्ली में 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है और नए सदन के गठन के लिए उससे पहले चुनाव होने हैं। दिल्ली में एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। ऐसे में सभी राजनैतिक दल मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं। कड़ी परीक्षा के दौर से आम आदमी पार्टी गुजर रही है। और इंडिया गठबंधन के मंच पर सवार रहे केजरीवाल का अब चुनाव से पहले सनातन प्रेम जाग गया है। भगवा रंग पर सवार होकर केजरी एक बार फिर दिल्ली की सत्ता को प्रेम से अगवा करना चाह रहे हैं। महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए पहले ही दिल्ली में घमासान मचा है। मानो महिला मतों की खुलकर बोली जैसी लग रही है। हालांकि अभी भाजपा के पत्ते खुलना बाकी है। फिलहाल तो भाजपा नेता रमेश बिधूडी विरोधी राजनैतिक दलों की महिला नेत्रियों पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। खैर मामला बड़ा रोमांचक है। आम आदमी पार्टी कमाल दिखा पाती है या फिर कांग्रेस या भाजपा की किस्मत खुलने वाली है, यह बीस दिन बाद सबके सामने आ ही जाना है। तब तक बस इतना समझ लो कि अब केजरीवाल ने भगवा को दिल से लगा लिया है। सीधी चुनौती फिलहाल भाजपा को है।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने बड़ा दांव चल दिया है। पार्टी ने ‘सनातन सेवा समिति’ के गठन का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव से पहले सनातन सेवा समिति की शुरुआत की है। इसके माध्यम से बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के 100 सदस्य आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। मंच पर भगवा धारी साधु-संत भी मौजूद रहे। आम आदमी पार्टी ने सनातन सेवा समिति की शुरुआत कर दी है। आप के मंच पर कई भगवा धारी साधु-संत भी दिखाई दिए। आम आदमी पार्टी के मंच पर भगवा झंडा और हनुमान जी की तस्वीर दिखाई दी। अरविंद केजरीवाल ने इस दांव के जरिए बीजेपी के हिंदुत्व की धार को कुंद करने की तैयारी कर ली है। बीजेपी के भगवाधारी संतों को शामिल कर आप ने ये संदेश देने की कोशिश की है कि बीजेपी के अलावा भी कोई दल हिंदुत्व की बात करता है। केजरीवाल सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिए बीजेपी के वोटरों को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं। आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरा जोर लगा चुकी है। पार्टी की कोशिश है कि वो इस बार भी बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाए। इसके लिए अपने वोट बैंक को बचाए रखने के साथ-साथ वो बीजेपी के वोट बैंक पर भी नजर लगाए हुए है। बीजेपी हिंदुत्व, विकास और आप के 10 साल के शासन को मुद्दा को बना रही है। वहीं, आप अपने किए गए काम को गिना रही है। ‘आप’ ने घोषणा में दिल्ली के पुजारियों, गुरुद्वारे में ग्रंथियां की देखभाल करने वालों के लिए हर महीने 18000 रुपये उनके सम्मान में देने की घोषणा की। ‘पुजारी ग्रंथि सम्मान योजना’ शुरू करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरी की गई हर घोषणा को रोकने की बीजेपी ने कोश‍िश की है। अगर इसे भी रोकने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें बहुत पाप मिलेगा। ‘सनातन सेवा समिति’ के गठन को भाजपा के ‘मंदिर प्रकोष्ठ’ का जवाब माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में संतों का स्वागत किया गया। जिनमें जगतगुरु रामानुजाचार्य,स्वामी योगेश्वर महाराज, स्वामी अवधेश महाराज, कथावाचक आचार्य श्री मधुर दास जी महाराज, बालाजी महंत महेश चंद्र जी महाराज समेत समिति के कई संत और पुजारी शामिल हुए। अरविंद केजरीवाल ने संतों को भगवा अंगवस्त्र देकर स्वागत किया। संतों ने 18000 रुपए वाली घोषणा को लेकर केजरीवाल की तारीफ की।

अब केजरीवाल के सनातनी भाव समझ लो। केजरीवाल बोले कि ऊपर वाला तय करता है कि किस काम के लिए उसे किसे चुनना है। उन्होंने कहा कि वह ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हैं कि शिक्षा, स्वास्थ्य क्रांति और बिजली सुधार के लिए उन्हें चुना। केजरीवाल ने कहा कि अब सनातन धर्म के लिए जो इतना बड़ा काम किया जा रहा है, सनातन धर्म के लिए जो पुजारी वर्ग, संत वर्ग 24 घंटे काम करता है, जो लोगों और भगवान के बीच सेतु का काम करता है, उन लोगों के लिए सेवा करने का मौका हमें दिया। इसके लिए मैं अपने आप को और आम आदमी पार्टी को सौभाग्यशाली मानता हूं।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा का एक मंदिर प्रकोष्ठ है वे लोग समय-समय पर वादे करते रहे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। आम आदमी पार्टी जो कहती है वह करती है। चाहे हम ऐलान करने में थोड़ी देरी कर दें, लेकिन ऐलान कर देते हैं तो रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई। जो हम कह रहे हैं वह करेंगे। चुनाव बाद से लागू करेंगे। आम लोगों का इसमें गाइडेंस रहेगा। सभी संतों और सनातन धर्म के लोगों की भी सहभागिता रहेगी।

बता दें, अब तक इमामों को मासिक सहायता राशि देती आ रही आप सरकार ने कहा कि एक बार फिर सत्ता मिली तो पुजारियों और ग्रंथियों को भी 18000 रुपये मासिक सम्मान राशि दी जाएगी। केवल इमामों को वेतन देने की वजह से भाजपा लंबे समय से हमलावर थी और पुजारियों को भी वेतन देने की मांग उठा रही थी। चुनाव के ऐलान से ठीक पहले आप ने वादा कर दिया की चौथी बार सरकार मिलने पर पुजारी ग्रंथियां को भी सम्मान राशि दी जाएगी

तो इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 जनवरी 2025 को बड़ी घोषणा की है। कांग्रेस ने AAP की महिला सम्मान योजना के जवाब में ‘प्यारी दीदी योजना’ की घोषणा की है। कांग्रेस ने वादा किया है कि दिल्ली में सत्ता में आने पर यह महिलाओं के लिए 2500 रुपये की देगी। इसकी घोषणा कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने दिल्ली में की है। डीके शिवकुमार ने कहा, ”कर्नाटक में महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा है। दिल्ली में सत्ता में आएगी तो पहली कैबिनेट में यह योजना लागू करेंगे। बता दें कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने महिला सम्मान योजना के तहत 2100 रुपये देने का वादा किया है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। कांग्रेस की इस घोषणा को दिल्ली के चुनाव में महिला वोटरों को लुभाने के लिए दांव माना जा रहा है। चुनाव आयोग की तरफ से जारी मतदाता सूची के अनुसार दिल्ली में 71 लाख महिला वोटर हैं।

तो वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें हासिल कर बंपर जीत दर्ज की थी। वहीं, वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 पर जीत दर्ज की थी। भाजपा को वर्ष 2015 में 3 और 2020 में महज 8 सीटों से संतोष करना पड़ा था। अब कठिनाई से घिरी आम आदमी पार्टी 2025 में सनातनी होकर भगवा रंग में रंग गई है। केजरीवाल का यह तीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को घायल करने को आतुर है। यह केजरीवाल का कमाल ही है कि दिल्ली पर काबिज रहने के लिए हर चाल चलने को तैयार हैं, फिर चाहे महिला सम्मान हो या सनातनी चाल चल भगवा का

मान…।