खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
नवग्रह पंचक्रोशी धार्मिक पैदल यात्रा में आस्था का सैलाब उमडा,कडकडाती ठंठ में सिर पर पोटली रखकर हजारो श्रदालुओ हुए शामिल, 14 वर्ष से निकल रही है नवग्रह पंचक्रोशी धार्मिक पैदल यात्रा
खरगोन: खरगोन में आज निकली 5 दिवसीय पैदल नवग्रह पंचक्रोशी धार्मिक यात्रा में आस्था और श्रद्धा का सैलाब उमडा। कडकडाती ठंठ में भी सिर पर पोटली रखकर बुजुर्ग हजारो श्रदालुओ शामिल हुए। पिछले 14 वर्षो से करीब 70 किलोमीटर की नवग्रह पंचक्रोशी पैदल धार्मिक यात्रा क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिये निकाली जाती है। प्राचीन ऐतिहासिक नवग्रह मंदिर परिसर में एक दिन पहले ही श्रदालु पहुंच जाते है।
समाज के हर वर्ग के श्रदालु भजन कीर्तन करते झूमते गाते सडको पर निकलते है। इस दौरान भगवान नवग्रह और माॅ नर्मदा के प्रति श्रदालुओ मे जमकर आस्था देखी जाती है। 5 दिन की इस यात्रा में करीब एक दर्जन गांव की पैदल यात्रा कर 2 जनवरी को वापस नवग्रह मंदिर परिसर में ही पंचक्रोशी यात्रा का समापन होगा। इस दौरान भोले शम्भू भोले नाथ, नर्मदे हर सहित धार्मिक जयघोष से क्षेत्र गूज उठता है।
नवग्रह मंदिर के पुजारी आचार्य लौकेश जागीदार का कहना है की गुरूजी रविन्द्र भारती की प्रेरणा से 14 वर्ष पहले नवग्रह पंचक्रोशी धार्मिक यात्रा शुरू हुई है। नर्मदा मैया की कृपा और नवग्रह भगवान के आशीर्वाद से यात्रा में शामिल हर श्रदालुओ की मनोकामना पूरी होती है। नवग्रह पीडा की शांति होती है। क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिये विशेष कर कोविड से मुक्ति को लेकर इस बार श्रदालुओ ने पैदल यात्रा को लेकर उत्साह है। करीब 5 हजार से अधिक श्रदालु प्रदेश की इस यात्रा में प्रदेश के कोने कोने से शामिल हुए है।
संत नयन बाबा का भी मानना है की 14 वर्षो से भगवान नवग्रह के आशीर्वाद से पंचक्रोशी यात्रा निकल रही है। श्रदालुओ का भी कहना होता है की इस यात्रा के दौरान श्रदालुओ पर क्षेत्र की खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना करते है। यात्रा में सिर पोटली लेकर चलने वाले बुजुर्गो की धर्म के प्रति जमकर आस्था दिखाई देत है।