
Killer Cough Syrup: Shresan फार्मास्यूटिकल्स के मालिक रंगनाथन को MP पुलिस की 7 सदस्यीय टीम ने चेन्नई से किया गिरफ्तार
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में ‘कोल्ड्रिफ’ नामक कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत के मामले में Shresan फार्मास्यूटिकल्स के मालिक गोविंदन रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया है। इस सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) जैसे जहरीले रसायन पाए गए थे, जो बच्चों की मौत का कारण बने।
**सिरप की विषाक्तता और जांच**
मध्य प्रदेश की एक सरकारी लैब ने कोल्ड्रिफ सिरप को “नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी” (NSQ) घोषित किया, जिसमें DEG की मात्रा 48.6% वॉल्यूम के हिसाब से पाई गई। यह मात्रा अनुमत सीमा से कई गुना अधिक है, जो गंभीर किडनी फेलियर का कारण बन सकती है। इस सिरप के सेवन से अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी है।
**गिरफ्तार आरोपी: गोविंदन रंगनाथन**
गोविंदन रंगनाथन, जो 73 वर्ष के हैं, चेन्नई के कोडम्बक्कम में रहते हैं। उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज से फार्मेसी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और 1980 के दशक में ‘प्रोनिट’ नामक न्यूट्रिशनल सिरप के निर्माता के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की थी। उनकी कंपनी Sresan फार्मास्यूटिकल्स ने कोल्ड्रिफ सिरप का निर्माण किया था।
मध्य प्रदेश पुलिस की सात सदस्यीय टीम ने उन्हें चेन्नई में उनके आवास से गिरफ्तार किया। उन्हें छिंदवाड़ा लाने के लिए ट्रांजिट रिमांड की प्रक्रिया शुरू की गई है।
**फैक्ट्री की स्थिति और लापरवाही**
स्टेशन फार्मास्यूटिकल्स की फैक्ट्री में उपकरण जंग लगे हुए थे और रखरखाव की स्थिति बेहद खराब थी। यह फैक्ट्री पिछले 14 वर्षों से बिना उचित निरीक्षण के चल रही थी, जिससे उत्पादन में गंभीर लापरवाही सामने आई है।
**कानूनी कार्रवाई और भविष्य की दिशा**
रंगनाथन पर दवाओं में मिलावट, बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ और गैर इरादतन हत्या के आरोप लगाए गए हैं। यदि दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कम से कम 10 वर्ष की सजा और ₹10 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।
मध्य प्रदेश सरकार ने कोल्ड्रिफ सिरप और Sresan फार्मास्यूटिकल्स के सभी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। तमिलनाडु और गुजरात में भी संबंधित सिरपों की बिक्री पर रोक लगाई गई है।
**स्वास्थ्य और सुरक्षा सलाह**
भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने बच्चों को कफ सिरप देने में सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेषकर 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप देने से बचने की सलाह दी गई है।





