Killer Son Absconding : पिता और बहन का हत्यारा मनोरोगी बेटा पुलिस के हाथ नहीं आया!
Indore : रिटायर्ड बैंक अफसर और बड़ी बहन की हत्या का आरोपी पुलकित अभी पुलिस के हाथ नहीं आया। हत्या के तीसरे दिन उसने अग्रवाल नगर के एक एटीएम से रुपए निकाले। बताया गया कि वो बुधवार को मां की हत्या करने भी पहुंचा था। लेकिन, दरवाजा नहीं खोला तो वह लौट गया।
संयोगितागंज पुलिस के अनुसार आरोपी की तलाश में अब तक कई लाल टू व्हीलर चेक जा चुकी हैं। जांच में पता चला कि उसने बुधवार को अग्रवाल नगर में एक एटीएम से पहले दो बार में 10 और फिर 5 हजार रुपए निकाले। वह सिलिकॉन सिटी में मां के फ्लैट पर गया था। लेकिन, मां ने दरवाजा नहीं खोला, वरना उनकी भी हत्या हो जाती। आरोपी के जाने के कुछ घंटे बाद पिता और उनकी बेटी की हत्या की जानकारी सामने आई।
बताते हैं कि पिता उसे बहुत प्यार करते थे। जब उन्हें बेटे के मनोरोगी होने का पता चला, तो अपनी पत्नी और छोटी बेटी के बजाए उन्होंने बेटे के साथ रहना चुना। पत्नी और छोटी बेटी को सिलिकॉन सिटी में अलग फ्लैट में भेज दिया।
तीन बहनों में पुलकित इकलौता बेटा था। वह विक्षिप्त था, इसलिए बाणगंगा अस्पताल में छह महीने उसका इलाज भी हुआ। पिता खुद ही उसे वापस घर ले आए और अपने साथ रखने लगे। पिता किशोर के अलावा जिस बड़ी बहन रमा की हत्या हुई है, वह तलाकशुदा थी और पिता की देखरेख के लिए खातीवाला टैंक से आती-जाती रहती थी।
पुलकित की हालत भी अजीब थी। मां और छोटी बहन अपने पति के साथ अलग रहने लगी थी वह खुद अकेला पिता के साथ रहता था। बीच-बीच में बड़ी बहन आती थी। उसे लगता था कि पिता और बड़ी बहन उसकी शादी नहीं होने दे रहे। वह उन दोनों को ही मेंटल समझता था। माना जा रहा है कि उसने शायद इसी गुस्से में पिता और बहन की हत्या कर दी हो।
साल भर पहले उसने बिल्डिंग के एक चौकीदार से भी मारपीट की थी। बिल्डिंग के लोगों ने आपत्ति ली, तो पिता ने ही बेटे का बचाव किया था। पड़ोसियों का कहना है कि उनके फ्लैट से हमेशा चिल्लाने आवाजें आती रहती थी। इससे पड़ौसियों को शक था कि किसी दिन पुलकित कोई घटना कर सकता है और वही हुआ भी।