Kissa-A-IAS: A Love Story of IAS Couple: पत्नी के UPSC क्रैक करने के 4 साल बाद पति ने लक्ष्य पाया!
ये एक IAS पति-पत्नी की प्रेम कहानी है। पत्नी दीक्षा जैन 2019 के बैच की IAS बनी, तो पति अनुभव सिंह 2023 में 34वीं रैंक के साथ IAS बने। ये सिर्फ पत्नी की प्रेरणा वाली बात नहीं, बल्कि एक जिद है, जिसने पत्नी के IAS बनने के बाद खुद भी IAS बनने की ठानी और पांचवी कोशिश में 2023 में UPSC क्लियर किया। जबकि, पत्नी ने 2019 में ही UPSC क्रैक कर लिया था। उसके अगले साल 2020 में दोनों ने शादी की थी। दीक्षा की 22वीं रैंक आई थी। इस समय वे फिरोजाबाद में सीडीओ के पद पर हैं।
हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है, ये बात हमेशा कही जाती है, पर उस हाथ को सकारात्मक रूप से लेना बहुत जरूरी है जो लखनऊ के अनुभव सिंह ने लिया। उन्होंने इस बात को सही साबित भी किया। वर्ष 2023 में UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में 34वीं रैंक हासिल की। खास बात यह है कि पत्नी दीक्षा जैन पहले से आईएएस अधिकारी है। पत्नी से ही प्रेरणा लेकर अनुभव सिंह ने हार नहीं मानी और पांचवें प्रयास में खुद भी IAS अधिकारी बन गए। इस बीच कई ऑप्शन आए, लेकिन उन्हें IAS के अलावा कुछ मंजूर नहीं था। आखिरकार उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करके ही दम लिया।
दोनों की प्रेम कहानी स्कूल से ही शुरू हो गई थी। लखनऊ के सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल से अनुभव ने 12वीं तक पढ़ाई की। इसी स्कूल में दीक्षा जैन से उनकी मुलाकात हुई थी। यहीं से दोनों ने जिंदगीभर एक दूसरे का साथ निभाने का फैसला किया। साथ निभाने की इसी कसम का पहला पड़ाव तब आया, जब दीक्षा जैन ने 2019 में यूपीएससी क्लियर की। इसके बावजूद दोनों के बीच में कभी दूरियां नहीं आईं और इसके अगले साल (2020) उन्होंने शादी कर ली। दीक्षा ने अपने अनुभव के जरिए उनकी तैयारी में काफी मदद की। अनुभव भी पत्नी को एक प्रेरणा स्रोत के तौर पर देखते हैं। लगातार चार प्रयास में तो वे सफल नहीं हुए। इसके बाद भी उन्होंने यह दबाव महसूस नहीं किया कि उनकी पत्नी IAS अधिकारी हैं। पत्नी से सीखते हुए वे लगातार कोशिश करते रहे और पांचवें प्रयास में सफलता हासिल कर ही ली।
IAS दीक्षा जैन ने बताया कि वे अपने पति की सफलता से बेहद खुश हैं। पति का रिजल्ट देखने के लिए छुट्टी लेकर लखनऊ पहुंची थीं। मुझे पूरा यकीन था कि इस प्रयास में वह जरूर सफल होंगे। दीक्षा जैन के मुताबिक उनके पति ने उनके IAS बनने में अपनी तरह से हरसंभव मेहनत की। वे ही उन्हें परीक्षा के केंद्र तक लेकर जाते थे और काफी मदद करते थे। अब ये दंपत्ति IAS है। अनुभव सिंह को पढ़ाई के अलावा बैडमिंटन खेलना और हिंदी सबटाइटल के साथ वर्ल्ड सिनेमा देखना पसंद है।
कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम करने वाले अनुभव ने दिल्ली के शहीद भगत सिंह कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस से ऑनर्स की पढ़ाई की। UPSC क्लियर करने से पहले अनुभव सिंह नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर थे। इससे पहले उन्होंने सेठ एमआर जयपुरिया से स्कूलिंग पूरा किया। उन्हें 10वीं में 89.6% और 12वीं में 84.75% नंबर आए थे। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े शहीद भगत सिंह कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस से ऑनर्स की पढ़ाई की। फिर जामिया से एमए किया। लेकिन, उनकी प्रतिभा की पूरी कहानी इस जिद से साबित होती है कि पत्नी के बराबर आने के लिए उन्होंने चार साल मेहनत की।
सुरेश तिवारी
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