किस्सा-ए-IPS : बिजली मिस्त्री का बेटा,जो पुलिस SI न बन सका,बन गया IPS

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किस्सा-ए-IPS : बिजली मिस्त्री का बेटा,जो पुलिस SI न बन सका,बन गया IPS

‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’
यह लाइन इस IPS की कहानी पर एकदम सटीक बैठती है। उनके जीवन में एक वक्त ऐसा भी आया जब उनका SI के लिए चयन नहीं हुआ। इससे उन्हें बहुत बड़ा धक्का लगा हालांकि इसके बाद उन्होंने दुगनी मेहनत से तैयारी की और UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पास कर अपने सपने को पूरा कर लिया।

किस्सा-ए-IPS -Sirrisetti Sankeerth

हम आज बात कर रहे हैं तेलंगाना के मेंचेरियल जिले के छोटे से गांव बेलमपल्ली में एक बिजली मिस्त्री के बेटे Sirrisetti Sankeerth की।

प्रारंभिक असफलताएं किस तरह भविष्य में सफलता की सीढ़ी बन सकती है इसका उदाहरण आप Sirisetti Sankeerth से ले सकते हैं। तीन साल पहले,जब सिरिसेट्टी संकीरथ (Sirisetti Sankeerth) 800 मीटर की दौड़ मात्र चंद सेकंड के अंतर से हार गए थे तो एक बार वे जरूर सोच रहे होंगे कि अब पुलिस अधिकारी बनने के उनके सपने धुएं के साथ अंतरिक्ष में उड़ गए।

किस्सा-ए-IPS -Sirrisetti Sankeerth

 

इस शुक्रवार को Sirisetti Sankeerth हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy) से पास होने वाले प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों की ‘दीक्षांत परेड’ में 132 साथी IPS trainees के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मार्च करेंगे।

किस्सा-ए-IPS : बिजली मिस्त्री का बेटा,जो पुलिस SI न बन सका,बन गया IPS

तीन साल पहले उम्मीदवारों की फिटनेस जांचने के लिए अनिवार्य 800 मीटर की दौड़ को पूरा करने में विफल रहने के बाद 27 वर्षीय Sirisetti Sankeerth पुलिस सेवा में आने और सब-इंस्पेक्टर (Sub Inspector) बनने के अपने सपने को साकार करने में विफल रह गए थे।

तेलंगाना के Mancherial जिले के Bellampalli गांव के रहने वाले इलेक्ट्रीशियन के बेटे Sirisetti Sankeerth ने पहले पुलिसकर्मी बनने के लिए राज्य की परीक्षा पास की थी। Sirisetti Sankeerth के अनुसार ‘मुझे अनिवार्य 800 मीटर की दौड़ को 160 सेकंड में क्लियर करना था। लेकिन मैं एक सेकंड से पिछड़ने के कारण लक्ष्य पूरा करने में विफल रहा।

किस्सा-ए-IPS -Sirrisetti Sankeerth

हताश Sirisetti Sankeerth ने अपने सपनों को ठंडे बस्ते में डाल दिया और अपने पिता की मदद करने के लिए सरकार की एक प्रमुख जल परियोजना मिशन भगीरथ में सहायक कार्यकारी अभियंता के रूप में नौकरी भी कर ली ताकि सिंगरेनी कोलियरीज में मामूली तनख़्वाह पर काम करने वाले पिता की मदद कर सके।

वे बताते हैं कि मैं सुबह 7.30 बजे ऑफिस जाता था और UPSC की तैयारी करता था। मेरा असली काम शाम को हुआ करता था। इसलिए मैं पूरे दिन की तैयारी करके समय का प्रबंधन करता था।

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अपनी फिटनेस पर काम करते हुए, Sirisetti Sankeerth ने यूपीएससी की परीक्षा भी देना शुरू कर दिया, लेकिन उसे पास करना मुश्किल हो गया। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और पांचवें प्रयास में UPSC exam clear किया। फ़िट्नेस पर काम करते हुए Sirisetti Sankeerth ने एसवीपी राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए) में अपने प्रशिक्षण के दौरान खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन किया और कुछ पदक भी जीते।

Sirisetti Sankeerth ने Osmania University से अपनी Civil Engineering पूरी की और अब उन्हें Telangana कैडर आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा, “मुझे एक IPS अधिकारी के रूप में देखना मेरे पिता का सपना था।” Sirisetti Sankeerth और उनके साथी IPS प्रशिक्षुओं को अब प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत France भेजा जाएगा।

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Suresh Tiwari
सुरेश तिवारी

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