Kota Coaching Centre: 2 छात्रों ने कुछ ही घंटों में किया Suicide, इस साल 23 छात्र कर चुके है आत्महत्या,सरकार ने टेस्ट लेने पर लगाई रोक

एग्जाम स्ट्रेस की वजह से करते है आत्म हत्या

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Kota Coaching Centre
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Kota Coaching Centre: 2 छात्रों ने कुछ ही घंटों में किया Suicide, इस साल 23 छात्र कर चुके है आत्महत्या,सरकार ने टेस्ट लेने पर लगाई रोक

          अगस्त माह में 6 छात्रों,इस साल तैयारी कर रहे 23 छात्रों  ने की आत्महत्या 

राजस्थान के कोटा में मेडिकल कॉलेज में दाखिले की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने रविवार को आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही कोटा में इस साल तैयार कर रही छात्रों की आत्महत्या की संख्या 23 पहुंच गई है। एग्जाम स्ट्रेस की वजह से बच्चों के मानसिक और शारीरिक हालत दोनों ही बिगड़ने लग जाती है।प्राप्त सूत्रों के अनुसार   अगस्त माह में 6 छात्रों,इस साल तैयार कर रहे 23 छात्रों  ने की आत्महत्या .

कुछ बच्चों में एग्जाम का तनाव इतना ज्यादा हावी हो जाता है कि वे पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से वे परीक्षा में बेहतर परफॉर्म नहीं कर पाते हैं और रिजल्ट के भय से अक्सर बच्चे आत्महत्या का कदम उठा  लेते हैं .अपने बच्चों को रेस का घोडा मत बनाइये .वह उसकी क्षमता से जो कुछ करेगा वह उसके जीवन के लिए सही है ,बजाय इसके कि वह अपना जीवन ही समाप्त कर ले.  सिर्फ अगस्त माह में 6 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है।

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महज छह घंटों के भीतर कोटा में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने एक्शन लेते हुए कोचिंगं इंस्टिट्यूट को निर्देश दिया है कि वह दो महीनों तक टेस्ट ना लें।

रविवार को 16 साल का एक छात्र जोकि महाराष्ट्र का रहने वाला है, उसने विज्ञान नगर इलाके में इंस्टिट्यूट की छठी मंजिल से कूदकर जान दे दी। सर्कल ऑफिसर धरमवीर सिंह ने बताया कि दोपहर में टेस्ट के बाद छात्र ने आत्महत्या कर ली।

इस घटना के 6 घंटे के बाद 18 साल का एक छात्र जोकि बिहार से यहां तैयारी करने पहुंचा था, उसने कमरे में पंखे से लटकर अपनी जान दे दी। वह कुनाड़ी इलाके में अपनी बहन के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था। रविवार की शाम को छात्र ने कमरे में फंखे से लटक कर अपनी जान दे दी।

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