“कुर्बानी.. कुर्बानी.. कुर्बानी.. अल्ला को प्यारी है कुर्बानी..”, 225 किलो का पहाड़ी चार सिंगा साढ़े 4 लाख का बकरा होगा कुर्बान

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●उज्जैन में 21 बकरों की एक साथ कुर्बानी…

●देश भर में बकरा ईद की तैयारियां जोरों पर…

उज्जैन – उज्जैन शहर में इस पर्व को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। जहां सुबह ईदगाह की नमाज के बाद मुस्लिम समाज जन ईद का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाएंगे। इस बार ईद पर्व पर पंजाब गुजरात और राजस्थान से विशेष नस्ल के बकरे कुर्बानी के लिए लाए गए हैं।

वहीं उज्जैन में 225 किलो का एक बकरा कुर्बान होगा। जो शहर में अब तक का सबसे वजनी बकरा है। बकरों की कीमत लाखो रुपये की है। इनमें से एक बकरा जो 225 किलो का है उसकी कीमत 4,50,000 (चार लाख पचास हजार) बताई जा रही है।

देशभर में ईद का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण मुस्लिम समाज जन सांकेतिक रूप से ईद का पर्व मनाएंगे। लेकिन इस बार उज्जैन में यह बकरा ईद विशेष रहेगी। इसमें खास बात यह है कि मुस्लिम समाज जन 21 बकरो को कुर्बान कर गरीबों में बाटेंगे। यह बकरे 2 साल पहले पंजाब गुजरात और राजस्थान से लाए गए हैं। समाज जनों ने इसे विशेष रूप से पाला है। जहां यह बकरा ईद पर कुर्बान होंगे।

राशिद कुरैशी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ईद पर विशेष पहाड़ी बकरा चार सिंगा भी कुर्बान होगा। इस बकरे का वजन 225 से 230 किलो है। उज्जैन शहर में यह अब तक का सबसे वजनी बकरा है। उन्होंने बताया कि इस बकरे को पिछले 2 साल से ईद के पर्व पर कुर्बानी के लिए तैयार किया जा रहा है। बकरे को दूध, जलेबी, इमरती, काजू बादाम और ड्राई फ्रूट के साथ-साथ हरे पेड़ की पत्ती चना व अन्य सामग्री खिलाकर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि गुजरी और दुंबा बकरे की कुर्बानी का विशेष महत्व होता है। इसलिए अलग-अलग राज्य से बकरों की नस्ल को लाकर तैयार किया गया है। उज्जैन शहर में बुधवार को ईद के पर्व पर इन सभी 21 बकरों की कुर्बानी की जाएगी।

कुर्बानी के बाद सभी बकरों को गरीबों में बांटा जाएगा। हालांकि जैसे ही 225 किलो के बकरे की जानकारी मुस्लिम समाज जनों को लगी वह बकरे को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। यह 225 किलो का बकरा मुस्लिम समाज जनों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बन गया है।

बाइट – राशिद कुरैशी (मुस्लिम समाज, उज्जैन)