Ladli Laxmi Scheme: MP की 40 हजार लाड़ली लक्ष्मी वर्ष 27-28 में होंगी मालामाल, खाते में आएंगे 1313 करोड़

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Ladli Laxmi Scheme: MP की 40 हजार लाड़ली लक्ष्मी वर्ष 27-28 में होंगी मालामाल, खाते में आएंगे 1313 करोड़

भोपाल:मध्यप्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना में पंजीकृत 40 हजार 854 बालिकाएं वर्ष 2027-28 में 21 वर्ष पूर्ण करने पर मालामाल हो जाएंगी। छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन राशि के रुप में इन्हें 904.49 करोड़ रुपए और 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर प्रति बालिका को देय राशि 1 लाख के मान से 408.54 करोड़ की राशि याने 21 वर्ष पूर्ण होंने पर इन लाड़ली लक्ष्मियोंं के बैंक खातों में 1313 करोड़ तीन लाख रुपए पहुंचेंगे।

मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में वर्ष 2007 में लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ हुई थी। इस योजना में वर्ष 2007 में 40 हजार 854 बालिकाओं का पंजीकरण हुआ था। वर्ष 2027-28 में ये बालिकाएँ 21 वर्ष पूर्ण करेंगी। छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन राशि पर 904.49 करोड़, 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर प्रति बालिका को देय राशि 1 लाख के मान से 408.54 करोड़ की राशि, कुल 1313.03 करोड़ रुपये के व्यय का अनुमान है। इसी प्रकार वर्ष 2008-09 में कुल 1 लाख 86 हजार 803 बालिकाओं का पंजीकरण हुआ, जिन्हें 1209.31 करोड़ की छात्रवृत्ति दी गई। वर्ष 2028-29 में 21 वर्ष पूर्ण होने पर 1868.03 करोड़ की राशि देय होगी यानी कुल 3068.38 करोड़ रुपये की राशि का व्यय अनुमानित है।

वर्ष 2009-10 में 2 लाख 13 हजार 874 बालिका पंजीकृत हुईं, जिन्हें 1270.97 करोड़ की छात्रवृत्ति बांटी गई। वर्ष 2029-30 में 21 वर्ष पूर्ण होने पर 2138.74 करोड़ की राशि देय होगी। इस पर कुल 3409.71 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित होगा। वर्ष 2010-11 में पंजीकृत 3 लाख 5 हजार 228 बालिकाओं को 1291.39 करोड़ की छात्रवृत्तियाँ प्रदान की गई। वर्ष 2030-31 में 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 3052.28 करोड़ रुपये, कुल 4343.87 करोड़ की राशि का व्यय होगा।

मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में वर्ष 2011-12 में 3 लाख 80 हजार 260 बालिकाओं का पंजीकरण कर 1329.26 करोड़ रुपये की छात्रवृत्तियाँ दी गईं। इन बालिकाओं को वर्ष 2031-32 में 21 वर्ष पूर्ण होने पर 3802.6 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। इस पर कुल 5131.80 करोड़ रुपये की राशि का व्यय अनुमानित है।

मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में वर्ष 2023-24 में 935.8 करोड़ का व्यय हुआ है। योजना में प्रति वर्ष औसतन 1000 करोड़ का व्यय अनुमानित है। वर्तमान प्रावधान अनुसार वर्ष 2027-28 में 21 वर्ष पूर्ण कर रही बालिकाओं के लिए लगभग 1313 करोड़ राशि की आवश्यकता होगी। अब तक लाड़ली लक्ष्मी योजना में लगभग 48 लाख 86 हजार 832 बालिकाओं का पंजीयन किया गया है, जिन्हें अब तक 524.91 करोड़ रुपये की छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जा चुकी हैं।

वर्ष 2024-25 में कुल 1 लाख 21 हजार 425 बालिकाओं का पंजीयन हुआ है। इस वर्ष अब तक 48.88 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी गई है।

मध्यप्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी योजना ने राज्य में बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके सकारात्मक परिणामों ने अन्य राज्यों को भी इस दिशा में कार्य करने के लिये प्रेरित किया है।

बता दे कि एमपी की सफलता को देखते हुए एमपी की तर्ज पर दिल्ली,उत्तरप्रदेश, बिहार में लाड़ली लक्ष्मी और उससे प्रेरित योजनाएं शुरू की गई और उनकी स्थिति में बेहतर सुधार आ रहा है।