सात दिनों तक मनेगा MP स्थापना दिवस, हर दिन होंगे अलग-अलग अयोजन

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आदिवासियों को साधने के लिए सरकार

सात दिनों तक मनेगा MP स्थापना दिवस, हर दिन होंगे अलग-अलग अयोजन

भोपाल: कोरोना महामारी के संक्रमण की दर कम होंने के बाद अब राज्य सरकार इस बार मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस सात दिन तक मनाएगा। सातो दिन अलग-अलग विभागों द्वारा अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें लाड़ली लक्ष्मी दिवस, रोजगार दिवस और वन्य प्राणी जागरुकता दिवस के आयोजन सहित कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

इस बार मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर अलग-अलग सात दिनों तक कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके लिए हर दिन अलग-अलग विभागों को अलग-अलग तरह के आयोजन करने की जिम्मेदारी सौपी गई है।

एक नवंबर को राजस्व, स्वास्थ्य, श्रम, उद्योग, सहकारिता विभाग और सभी जिलों में जिला प्रशासन मिलकर पूरे राज्य में जन अभियान परिष्ज्ञद के माध्यम से प्रात: काल प्रभात फेरियों का आयोजन करेंगे। जन सेवा अभियान स्वीकृति पत्र और अन्य लाभ वितरण समारोह सभी जिलों में आयोजित किए जाएंगे। मुख्य सांस्कृतिक समारोह लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित किया जाएगा।

 

*पूरे प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के कार्यक्रम दो नवंबर को-*

दो नवंबर को महिला बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन मिलकर संपूर्ण मध्यप्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

प्रमुख स्थलों पर होगा 67 दीपों का प्रज्जवलन, गांवों में होगी खेलकूद और स्थानीय व्यंजन प्रतियोगिताएं-

तीन नवंबर को खेल एवं युवा कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास विभाग तथा जिला प्रशासन मिलकर स्वच्छता से जुड़े आयोजन होंगे। सजावट, रंगोली केन्द्रित गतिविधियां, एतिहासिक स्मारकों, महापुरुषों की प्रतिमाओं, प्रमुख बाजारों की साफ-सफाई आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। महत्वपूर्ण स्थलों पर 67 दीपों का प्रज्जवलन किया जाएगा। खेल एवं स्थानीय व्यंजनों की प्रतियोगिताओं का प्रारंभ सभी जिलों में किया जाएगा। तीन से छह नवंबर तक सभी ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद प्रतियोगिताएं औश्र सात नवंबर को इनमें विजेता रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

रोजगार दिवस चार को-

पूरे प्रदेश में चार नवंबर को एक साथ एक जिला एक उत्पाद को प्रमुखता प्रदान करती हुई विविध गतिविधियां और रोजगार दिवस का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजनों को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला प्रशासन मिलकर करेंगे।

लोकनृत्य, जननायक केन्द्रित आयोजन, वन्य प्राणी जागरुकता दिवस पांच को-

मध्यप्रदेश के गौरव के दृष्टिगत नाटक, लोकनृत्य और जननायक केन्द्रित प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी और वन्य प्राणी जागरुकता दिवस का आयोजन किया जाएगा। यह सभी आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, वन, विभाग जिला प्रशासन और संस्कृति विभाग मिलकर करेंगे।

उर्जा, पर्यावरण, जलसंरक्षण और वृक्षारोपण के लिए जागरुक करेंगे-

छह नवंबर को पूरे प्रदेश में वन, उर्जा , पर्यावरण, जलसंसाधन विभाग और जिला प्रशासन मिलकर वृक्षारोपण, उर्जा, पर्यावरण, जलसंरक्षण केन्द्रित जागरुकता, सेमिनार, व्याख्यान, चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे।

जनसेवा अभियान , मध्यप्रदेश गौरव के पुरस्कार वितरण भी होंगे-

सात नवंबर को सामान्य प्रशसन विभाग और जिला प्रशासन मिलकर सभी जिला मुख्यालयों एवं राज्य स्तर पर सभी प्रतियोगिताओं, जनसेवा अभियान, मध्यप्रदेश गौरव आदि से संबंधित पुरस्कार वितरण समारोह पूरे प्रदेश में होंगे। इसके अलावा सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

उच्य शिक्षा विभाग करेगा लोकनाट्य, लोकनृत्य, लोक वाद्य वादन प्रतियोगिता-

उच्च शिक्षा विभाग पूरे प्रदेश में एक नवंबर से पांच नवंबर के बीच लोक नाटय प्रतियोगिता आयोजित करेगा। इसमें निमाड़ में गम्मन, मालवा में माच, बघेलखंड में छाहुर, मनसुखा, हिंगाला रास स्वांग, बुंदेलखंड में नौटंकी, अलीराजपुर झाबुआ में भवाई और शहडोल बालाघाट में पंडवानी प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अलावा निमाड़, मालवा, बुदेलखंड, बघेल खंड के लोकनृत्य और लोकवाद्य वादन प्रतियोगिताएं होंगी। निबंध, पोस्टर, भाषण, प्रश्नमंच प्रतियोगिताएं भी उच्च शिक्षा विभाग आयोजित करेगा।