Lalwani on Target : इंदौर में मातम, ऐसे समय में सांसद भोपाल में मंच पर क्यों?

प्रभावित इलाके के लोगों का गुस्सा सामने आया, कांग्रेस ने मुद्दा बनाया!

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Lalwani on Target : इंदौर में मातम, ऐसे समय में सांसद भोपाल में मंच पर क्यों?

Indore : दुःख की इस घड़ी में जब शहर में 36 अर्थियां सज रही थी, उस समय यहां के सांसद शंकर लालवानी भोपाल में सिंधी समाज के एक कार्यक्रम में फूलों से सजे मंच पर बैठे मुस्कुरा रहे थे। इंदौर को दुखद स्थिति में छोड़कर उनका भोपाल जाना क्या जरुरी था! अब ये सवाल लोग शंकर लालवानी के साथ भाजपा से भी पूछ रहे हैं! जब इंदौर के सिंधी समाज ने इस कार्यक्रम में भोपाल न जाना तय किया था, उसके बाद भी सांसद वहां क्यों गए!

आखिर सांसद को इस कार्यक्रम में जाना किया इतना जरुरी था? इस सवाल का एक जवाब तो यह है कि इस आयोजन में संघ प्रमुख मोहन भागवत आने वाले थे और सांसद उनके सामने अपनी मौजूदगी दिखाने को आतुर थे। लेकिन, उससे भी जरुरी सच्चाई ये है कि शंकर लालवानी को डर था कि इस आयोजन की आड़ में कहीं भोपाल के भाजपा नेता भगवानदास सबनानी उनसे आगे न निकल जाएं! क्योंकि, सबनानी इस समय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के ख़ास हैं और भोपाल से लोकसभा के टिकट की दौड़ में भी हैं। यदि सबनानी का दांव सही बैठ जाता है, तो इंदौर में शंकर लालवानी के सामने टिकट की मुश्किल खड़ी होना तय है। यही कारण था कि वे अपने समाज को रोता-बिलखता छोड़कर भोपाल पहुंच गए।

शहर में दो दिन पहले स्नेह नगर के बगीचे में बावड़ी के ऊपर बने अवैध मंदिर की जमीन धंसने से 50 से ज्यादा लोग बावड़ी में नीचे गिर गए थे। ये इलाका सिंधी और गुजराती समुदाय का है। पुराने मंदिर के पास नया मंदिर बन रहा था और यहीं भाजपा पार्षद ने भी अतिक्रमण में अपना ऑफिस बना लिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह सारा अतिक्रमण सांसद शंकर लालवानी के कारण ही बचता रहा! नगर निगम जब नोटिस देता, सांसद के प्रभाव से वह दबा दिया जाता।

लोगों ने खुलकर नाराजी दिखाई

शनिवार को जब बावड़ी हादसे में मृत लोगों के परिजनों से मिलने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ वहां पहुंचे तो लोगों की सबसे ज्यादा नाराजी सांसद शंकर लालवानी के प्रति ही दिखाई दी। स्थानीय लोगों ने सांसद के खिलाफ इस बात की नाराजगी थी, कि उनकी शह पर ही स्नेह नगर के मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण हुआ। उन्होंने ही अतिक्रमण करने वाले मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष को बचाया और नगर निगम पर दबाव डालकर कार्रवाई नहीं होने दी। लोगों ने यह आरोप भी लगाए कि शंकर लालवानी के सभापति रहने के दौरान ही मंदिर में स्लैब डाला गया था। इतनी बड़ी घटना के बाद उनकी गैर मौजूदगी पर भी सवाल उठाए गए!

इंदौर में इतना बड़ा हादसा होने के बाद सांसद शंकर लालवानी भोपाल में आयोजित हेमू कालाणी जन्मशताब्दी समारोह में हिस्सा लेने चले गए। जबकि, इस दर्दनाक घटना के बाद इंदौर के सिंधी समाज ने इस कार्यक्रम में नहीं जाने का फैसला किया था। बताते हैं कि पहले इस कार्यक्रम में इंदौर से सिंधी समाज के 5 हजार लोग जाने वाले थे। समाज के लोगों ने सांसद की इस हरकत को चिढाने वाली कार्रवाई बताया। इसे लेकर कांग्रेस कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘सिंधी समाज के मंदिर में दुर्घटना में 36 लोगों की मृत्यु हो गई, लेकिन सांसद फूलों से सजे मंच पर बैठे रहे। क्या इन्हें इंदौर में नहीं होना चाहिए था? बीजेपी को सिंधी समाज से सिर्फ़ वोट की दरकार है, संवेदना नहीं!’

कांग्रेस ने चुटकी ली

शुक्रवार को भोपाल में आयोजित शहीद हेमू कालानी जन्म शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मंच पर मौजूद थे। लेकिन, लोगों को वहां मंच पर बैठे इंदौर के सांसद शंकर लालवानी को देखकर आश्चर्य हुआ। जिस समय इंदौर में 36 मृतकों की शवयात्रा निकल रही थी, उस समय वहां के सांसद फूलों से सजे इस मंच पर बैठे थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने भी सांसद की इस हरकत पर चुटकी लेते हुए एतराज जताया। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने उन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह राजनीतिक निर्लजता की पराकाष्ठा है। स्थानीय सांसद की मृतकों और शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं क्या हो सकती है। यह कृत्य उससे परिभाषित हो रहा है।

कफ़न भेंट करने जाते कांग्रेसियों को रोका

बावड़ी हादसे की घटना के विरोध में शनिवार को युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सांसद कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सांसद कार्यालय से कुछ दूरी पहले ही रोक कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार बिना अनुमति के प्रदर्शन करने के चलते इन पर कार्रवाई की गई! कांग्रेसी प्रदर्शनकारी सांसद शंकर लालवानी को कफन भेंट करने जा रहे थे। प्रदर्शन की सूचना के बाद से ही सांसद के पलासिया स्थित बंगले पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था!