Land Mafia : सरकारी जमीन और ग्रीन बेल्ट में प्लॉट काटकर बेचने वाले भूमाफिया खुले घूम रहे!

राजनीतिज्ञ संरक्षण में अवैध कॉलोनियों का जाल फैला, पर कोई कार्रवाई नहीं!

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Land Mafia : सरकारी जमीन और ग्रीन बेल्ट में प्लॉट काटकर बेचने वाले भूमाफिया खुले घूम रहे!

Indore : एक तरफ सरकार और प्रशासन अवैध कॉलोनियां काटने वालों पर सख्ती कर रही है, दूसरी तरफ भूमाफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। दो दशक से शहर के पश्चिम क्षेत्र में शासकीय और ग्रीन बेल्ट की भूमि पर अवैध कॉलोनियां काटकर भूखंड बेचने वाले भूमाफिया चंदू कुरील को अभी तक राजनीतिक संरक्षण बचा रहे हैं। जबकि, उसके कारनामों की लंबी फेहरिस्त है। कई ऐसे भूखंड हैं जो चार-चार लोगों को बेच दिए गए। उसे पैसे देने वाले अब न्याय की गुहार भटक रहे हैं।

जानकारी मिली है कि ग्राम अहीर खेड़ी, सुखनिवास में खसरा सर्वे नम्बर 229/1में ग्रीन बेल्ट की भूमि पर अवैध कॉलोनी निर्माण के साथ ही ग्राम बांक जवाहर टेकरी के खसरा सर्वे नम्बर 185/1, 185/2 ग्रीन बेल्ट की भूमि पर राधाकृष्ण नगर तथा ग्राम सिरपुर चंदन नगर में खसरा सर्वे नम्बर 127, 278, 129, 129/1 गणेश नगर, चंदन नगर ई सेक्टर, ईएक्स सेक्टर में अवैध कॉलोनी निर्माण करके एक ही भूखंड चार-चार लोगों को बेचने की शिकायतें चंदन नगर थाने पर की गई। लेकिन, अभी एक ही प्रकरण दर्ज किया गया है। चंदन नगर थाने के उपनिरीक्षक विशाल सिंह परिहार कहना का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच चल रही है,जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।

 

सख्ती के चलते एक मामला दर्ज

चंदन नगर थाने में पूर्व में पदस्थ रहे थाना प्रभारी लापरवाही क्षेत्र के भू माफियाओं पर वरदान साबित हुई। इस दरमियान वर्ष 2019 में सिर्फ तीन माह रहे नवागत थाना प्रभारी विनोद दीक्षित ने क्षेत्र के अनेक भूमाफियाओं पर मामले दर्ज करके उन्हें जेल की सलाखों में पहुँचाया। इस दौरान विनोद दीक्षित ने चंदू कुरील के विरुद्ध 2017 में दर्ज अपराध क्रमांक 53/17 में धारा 420, 467, 468,,471, 120-बी कायम करते हुए उपायुक्त, कॉलोनी सेल, नगर पालिक निगम को पत्र भेजकर कॉलोनी की वैधता, अनुमति तथा कॉलोनी के मौके की वर्तमान स्थिति, नक्शा, पंचनामा, नोटरी/रजिस्ट्री, साईट प्लान, फोटोग्राफ सहित प्रतिवेदन मांगकर चंदू कुरील को अदालत की चौखट पर खड़ा।

 

एक मामला सवालों के घेरे में

दिलचस्प मामला यह है कि द्वारकापुरी थाने में मामला दर्ज होने और जेल जाने के बाद दस्तावेज जब्ती का छापा चंदन नगर थाने की टीम ने मारा था। थाने की गाड़ी और सिपाहियों की मौजूदगी में चंदूवाला रोड पर स्थित कुरील के ऑफिस से रात साढ़े 11 बजे काली कार और चंदन नगर थाने की गाड़ी में दस्तावेज भरकर ले जाए गए थे। वे दस्तावेज कहां गायब कर दिए गए ये सवाल आज भी पूछा जा रहा है।

अहम सवाल व जांच का विषय यह है कि उस रात द्वारकापुरी थाने की पुलिस ने दस्तावेज जब्ती के लिए कुरील के ऑफिस पर दबिश डाली थी। इसके चंद मिनटों पहले चंदन नगर पुलिस उस वक्त पदस्थ थाना प्रभारी योगेश सिंह तोमर के समय वे दस्तावेज क्यों और कहां ले गई। जबकि, उस चंदन नगर थाने में चंदू कुरील के विरुद्ध कोई प्रकरण भी दर्ज नहीं था।

शिकायतकर्ता ने चंदू कुरील के विरुद्ध की गई शिकायतों की बिंदुवार एवं निष्पक्ष जांच के लिए स्थानीय प्रशासन सहित राजधानी के अधिकारियों को भी आवेदन देने की तैयारी की है। क्योंकि, चंदू कुरील के विरुद्ध शिकायतों की बिंदुवार और निष्पक्ष जांच के लिए प्रशासन के अधिकारियों को तथा थाने में शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।