Language of Rebellion in BJP : Ex MLA ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला, बगावत पर उतारू!

बीजेपी के गढ़ मालवा-निमाड़ में पार्टी मुश्किल में दिखाई दे रही!

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Language of Rebellion in BJP : Ex MLA ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला, बगावत पर उतारू!

Indore : विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। पूर्व विधायक और वरिष्ठ बीजेपी नेता भंवर सिंह शेखावत ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और कांग्रेस से आए सदस्यों की पूछ परख से बहुत नाराज हैं। भंवर सिंह तीन बार विधायक और एक बार अपेक्स बैंक के अध्यक्ष रह चुके हैं।

पश्चिम मध्य प्रदेश में मालवा-निमाड़ इलाके में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में हालात सामान्य नहीं दिखाई दे रहे। क्योंकि, वरिष्ठ नेता भंवर सिंह शेखावत ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कांग्रेस से बीजेपी में आए नेताओं पर निशाना साधते हुए पुराने नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन्हें खुला ऑफर दे रही है। शेखावत ने सिंधिया समर्थकों पर तंज कसते हुए कहा कि जिनका कांग्रेस में सम्मान नहीं था, वे बीजेपी में आ गए। बीजेपी में जिनका सम्मान नहीं है, वो कांग्रेस में जाएगा। अब न तो कांग्रेस कांग्रेस बची, न बीजेपी वास्तविक बीजेपी रह गई। वे कांग्रेस में जाने के सवाल पर कहते हैं ‘शेखावत जी क्या करेंगे, ये तो आने वाला वक्त बताएगा!’

हमेशा से मालवा को बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन इस बार बीजेपी के इसी गढ़ से पार्टी मुश्किल में दिखाई दे रही हैं। तीन बार विधायक और अपेक्स बैंक के अध्यक्ष रह चुके भंवर सिंह शेखावत आजकल पार्टी से नाराज हैं। उनका कहना है कि मैं ही नहीं, पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेता नाराज हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की भी सुनवाई नहीं हो रही। कांग्रेस से आए नौ-सिखियों को भी बीजेपी की राजनीतिक विचारधारा समझ नहीं आ रही।

उन्होंने कहा कि ये नेता बीजेपी को पहचान ही नहीं पा रहे। पिछली बार हमारी सरकार इसलिए चली गई थी, क्योंकि उसके कारण यही थे कि पार्टी कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं की। उनसे कोई चर्चा नहीं की गई। उनको कोई सम्मान नहीं मिल रहा। यही बात पहले थी, जो आज भी कायम है। चुनाव के पहले इस सबको सुधारना पड़ेगा। अभी भी मौका है, पार्टी के जिम्मेदार लोगों को इस पर ध्यान देना होगा।

नाराज नेताओं को मनाने की सफलता नहीं
विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ महीनों का वक्त बचा है। ऐसे में राजनीतिक दल अपने पुराने और वरिष्ठ नेताओं को मनाने की कवायद में लगे हैं। बीजेपी ने तो बाकायदा इसके लिए अपने नेताओं को जिम्मेदारी भी सौंपी है। जैसे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इंदौर और भोपाल के नेताओं को मनाने का जिम्मा सौंपा गया। कैलाश विजयवर्गीय को जबलपुर और रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन, लगता नहीं कि ये नेता अपनी पार्टी के नाराज नेताओं को मनाने में कामयाब होते दिखाई नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि शेखावत जैसे नेता पार्टी के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं। निश्चित रूप से इसे विद्रोह ही माना जाएगा।

अब लीपापोती में लगी बीजेपी
वरिष्ठ भाजपा नेता के बगावती तेवरों से बीजेपी बैकफुट पर है। बीजेपी के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक राजेश सोनकर का कहना है निश्चित तौर पर भंवर सिंह शेखावत बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं। कई बार राजनीतिक क्षेत्र में लम्बे समय तक काम करते हुए कुछ विषयों पर राजी-नाराजगी होती है। हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे चर्चा करेंगे और उनकी नाराजगी को दूर कर लिया जाएगा। ये हमारी पार्टी का आंतरिक विषय है।