Las Vegas :The Whole world In One Map- सारी दुनिया एक ही नक़्शे में

यात्रा वृतांत : लॉस वेगास

Las Vegas :The Whole world In One Map-सारी दुनिया एक ही नक़्शे में 

बस जीवन में एक बार असली टेबल पर खेल लिया पोकर और बन गई जुआरी जीतने का दाँव कृत और हारने का दाँव कलि कहलाता था। बौद्ध ग्रंथों में भी कृत तथा कलि का यह विरोध संकेतित किया गया है| जुए में बाजी लगाई जाती है जिसके लिए द्रव्य की आवश्यकता होती है और इस द्रव्य (धन)के लिए पाणिनि ने ग्लह शब्द कहा है| महाभारत के प्रख्यात जुआरी शकुनी कहता  है कि, इस बाजी लगाने के कारण ही जुआ लोगों में इतना बदनाम है। महाभारत और  अर्थशास्त्र आदि ग्रंथों से पता चलता है कि प्राचीन काल में  जुआ सभा में खेला जाता था। स्मृति ग्रंथों में जुआ खेलने के नियमों का पूरा परिचय दिया गया है। अर्थशास्त्र के अनुसार जुआरी को अपने खेल के लिए राज्य को द्रव्य देना पड़ता था। बाजी लगाए गए धन का पाँच प्रतिशत राज्य को कर के रूप में प्राप्त होता था।

पंचम शती में उज्जयिनी में इसके विपुल प्रचार की सूचना मृच्छकटिकम्  संस्कृत नाट्य साहित्य से हमें उपलब्ध होती है। इस तरह पता चलता है कि जुआ प्राचीन काल से ही एक सर्वव्यापी मनोरंजन रहा है, जिसके लिए लोगों ने क्या क्या नहीं दाँव पर लगाया है यह भी खूब पता है| मध्यम वर्गीय घरों में इस शौक को पूरा करने की छूट दीपावली पर परम्परा कहकर दी गई कि इस दिन इसे शगुन के रूप में खेला जा सकता है, राजे-महाराजे ,लखपति-करोड़पति रोज खेल सकते हैं| हर देश में कोई ना कोई जगह इसके लिए विशेष अतिरिक्त सुविधाओं के साथ होती ही है पर कोई जगह सारे ब्रह्माण्ड में जुआ घरों की शान शौकत के लिए ही पहचानी जाए ऐसा पहले नहीं देखा पर जो देखा, वो कल्पना लोक से भी हट कर देखा|जो देखा वो अकाल्पनिक सा लगता है .जैसे वह धरती का हिस्सा नहीं है कोई और लोक है .एक अलग थलग संसार ?लेकिन वह लोक भी इसी धरती  का हिस्सा है –

अमेरिका की पहली यात्रा में एटलांटा  सिटी देख कर ही आँखें खुली की खुली रह जाती है| इस बार जाने कितनी एटलांटा सिटी एक जगह देखी जो कहती है कि आओ एक भूलभुलैया में चलते हैंयहाँ से बचकर सुरक्षित निकल सकते हो तो निकल लेना क्योंकि यहाँ, “लाइव पोकर को छोड़कर बाकी सभी गेम्स में जुआ घर लाभ की स्थिति में होते हैं| ये एकमात्र गेम है जिसमें कसीनो सीधे खिलाड़ियों से पैसा नहीं लेते हैं| ये एकदम से आप और आपके कौशल पर निर्भर है कि आप कितना जीतते या हारते हैं|” कसीनो में घुसने के बाद आपको अपना रास्ता खुद तलाशना होता है और ये काफ़ी चुनौती पूर्ण हो सकता है क्योंकि क्या-क्या हार जाओगे ये समझना आपके लिए भी मुश्किल हो सकता है| यह लॉस वेगास है और लॉस का एक मतलब होता है हानि|

इन कसीनो के फ़्लोर इस तरह से डिज़ाइन किए जाते हैं कि बाहर का रास्ता आसान न हो| कसीनो में आप इसलिए खो जाते हैं, क्योंकि जुआ घर चाहता है कि आप खो जाएँ| फिर इससे पहले कि आप कुछ सोच पाएँ, आप खाली मशीन पर सीट पाते हैं और जुए में डूबते हुए कुछ रकम दाँव पर लगा देते हैं|ये है मरुस्थल का स्वर्ग लॉस वेगास जहाँ कई यात्री वेगास में जुआ खेलने के साथ मुफ़्त में परोसी गई बेहतरीन शराब को उपहार मानकर पीते हैं| यह जानते हुए जुआ खेलते हुए लोगों को शराब पिलाना इन जुआ घरों की सोची समझी रणनीति होती है| वे जानते हैं कि शराब के पैग आपके फैसलों और सोचने की शक्ति को समाप्त कर देते हैं| अगर आप यहाँ जीतने आए हैं, तो आपको नशे के बिना जुआ खेलना चाहिए| यह सब खुद देखा समझा और पाया कि किसी भी लत की अति कभी अच्छी नहीं होती|

अमेरिका के इस बार के दौरे का कारण था बेटे अनमोल का कोलंबिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स का कन्वोकेशन जो न्यूयॉर्क में होना था| न्यूयॉर्क उतर कर हम सब उसके फंक्शन के बाद तत्काल निकल लिए थे सीधे केलिफोर्निया के लिए जिसमें एक विशेष आकर्षण था लॉस वेगास| रात दस बजे हमने वेगास की धरती पर कदम रखा, एयर-पोर्ट से ही रेंटल कार उठाई| एक दुनिया जिसकी चकाचौंध कुछ इस तरह की कि आपको लगेगा आप चाँद सितारों के स्वप्न लोक में आ गए हैं, रोशनी से नहाया हुआ कोई और ही लोक, शायद एक ऐसी दुनिया भोपाल में रहकर जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती| कम से कम मैंने ऐसा कोई संसार सोचा भी नहीं था|

एक बारगी आपको लगेगा यह कोई मायावी नगरी है,क्या पता इन्द्र लोक यही हो? मानव निर्मित नहीं लगती, बस ख़याल आता है बचपन की सुनी किसी कहानी का जिसमें एक परी लोक होता है और परी के पास एक जादू की छड़ी, परी जैसे ही जादू की छड़ी घुमाती है सारी सृष्टि सोने की हो जाती है चमाचम चमकती, सुनहरे पेड़ों पर हीरे, मोती ,जवाहरात और हजारों तरह के नगीनों के फूल पत्ते चमकते हैं, जिनसे रंगीन रोशनी फूट रही होती है| परियाँखुश हो कर निर्वस्त्र नाच रही होती हैं सारा क्षेत्र महलों वाला हर महल ऐसा कि आपको लगे यही सबसे श्रेष्ठ है, अभी तो यह आसमान से फ्लाइट  नीचे उतरते हुए दिखाई देनेवाला नजारा ही था जिसने धरती पर स्वर्ग की कल्पना और परी लोक देखा था| हमें तो इस स्वर्ग में तीन  दिन रहना भी था यह सोचकर मन रोमांचित था|

लॉसवेगास कसीनो का शहर, वेगास होटलों का शहर, वेगास गुनाहों का शहर, दुनिया भर के पैसेवालों का शहर नेवादा का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर, क्लार्क-काउंटी की ऐसी जगह जो जुआ-गैंबलिंग, खरीदारी, खान-पान के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाने वाला एक प्रमुख रिसोर्ट शहर है| अमेरिका का एक ऐसा अद्भुत शहर जो स्वयं को मनोरंजन की राजधानी के रूप में प्रचारित करता है| यह पता था मुझे कि यहाँ कसीनो रिसोर्ट की बड़ी संख्या है पर इतनी बड़ी, यह कल्पना से परे था| हम लॉसवेगास  के एयरपोर्ट पर खड़े थे अनमोल, विकास और पल्लवी  रेंटल गाड़ी लेने गए थे, हम जहाँ थे वहीँ  सामने ही सबसे पहले स्लॉट मशीनें दिखी आश्चर्य हुआ स्लॉट मशीनें यहाँ!

“हाँ” आते ही रुका न जा रहा हो तो बैठ सकते हो या वापस जाते-जाते मन ना भरा हो तो यहाँ फिर बची कसर पूरी कर सकते हैं| पति महोदय ने फ़रमाया| बच्चोंको गाड़ी उठाने में कुछ समय लगा तब तक बुरे खयालो ने घेरना शुरू किया लड़की साथ है क्या जरूरत थी लॉसवेगास आने की? जाने कितने अपने ज़माने के जासूसी उपन्यास याद आने लगे| फिल्मों के मोगेम्बो की भी याद आई, सर्दी और कँपकँपी सी लगी तभी गाड़ी सामने थी| हम होटल  पहुँचे जहाँ नीचे विशालकाय कसीनो, बार रेस्टॉरेंट और स्लॉट मशीनों पर रिटायर्ड बुजुर्ग खट-खट अपनी जिंदगी की कमाई जुएँ में लगाते बैठे थे एकाग्रता के साथ, एक बारगी ख्याल आया जीवन का यह वैराग्य का समय लोग माया में उलझे हैं| पता चला मनोरंजन में डूबी इस मायावी नगरी में ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी सेवा निवृति की उम्र में अपना पैसा अपनी जिंदगी भर की कमाई यहाँ ले आते हैं एक दाँव लगाने के चक्कर में|

इस तरह अब यह संयुक्त राज्य अमेरिका का २८वांसबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है| हम होटल पहुँचे उसके बाद यह तय हुआ कि चलो एक चक्कर पहले स्ट्रिप का लगा लेते हैं| जैसे ही हम लॉसवेगास की स्ट्रिप में प्रवेश करते हैं हम खुद को इस जहान से अलग किसी दूसरी ही दुनिया में पाते हैं,मुझे तो याद भी नहीं कि इस तरह की चकाचौंध किसी फिल्म में भी देखी हो?फिल्मों में इसका ०.५ प्रतिशत ही हिस्सा हो सकता है पर यह जादूगरों की बनायी कोई दुनिया है| कहते हैंकिस्ट्रिप सम्पूर्ण विश्व के सट्टेबाजों,रईसों,शौकीनोंके सपनों की सरजमीं है,पूरी स्ट्रिप गाड़ीसे तो घूमी जा सकती थी,पैदल नहीं, बशर्त की सड़क पर गाड़ी निकलने की जगह हो?रात अपने शबाब पर थी औरसड़क अपने जूनून पर, हम कार से बमुश्किल एक दो किलोमीटर ही स्ट्रिप पर चल पाए थे क्योंकिआगे जाम था|एक होटल की पार्किंग में घुस कर गाड़ीपलटाते हैंकि पहले खुद होटल में अपनी एंट्री दें ताकि रुकने की बेफिक्री हो जाएहोटल बहुत महँगे नहीं है यहाँ,दुनिया के हर देश का खाना उपलब्ध है|

बच्चों ने शर्त रखी थी कि इतनी दूर कौन आएगा

बार-बार माँ ज्यादा टोकाटाकी मत करना,यहाँ रूम में खाना बनाने की व्यवस्था नहीं थी हम एक इन्डियन  रेस्टॉरेंट में रात का खाना खा कर कसीनो देखने निकले सब को पोकर खेलना था पर उसके पहले मुझे भी स्लॉट मशीन पर खेल कर देखनाथा बच्चोंने कहा था माँ आपको जो खेलना है खेलो सब ने मुझे पच्चीस पच्चीस डॉलर गिफ्ट किये थे मेरे पास १०० डॉलर थे पर यदि खेलने बैठ जाती तो लॉस वेगास को कैसे देखती? हम पैदल ही निकलते हैं कभी होटलों के अन्दर से,कभीपार्किंग के अन्दर से, सात किलोमीटर लम्बी सड़क के दोनों ओरक्या दीवाली क्या क्रिसमस ऐसी बिजली की रोशनी इस तरह की सजावट किशब्द नहीं है मेरे पास वर्णन के लिए|

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दोनों तरह विशाल परिसरों में कई कई मंजिलों तक सजे धजे  कसीनो ,अनोखे आर्किटेक्चर ,विलक्षण मूर्तियाँ, बगीचे, कई कई मंजिलों वाले कार पार्किंग ,रंगीन गाते बजाते नाचते पानी के फव्वारे जाने कितनी तरह के बार, डांस फ्लोर, हर होटल कुछ ऐसीकिअगर आप केवल अकेली उसी को देखें तो आप कहें दुनिया में इससे बेहतर दूसरी हो ही नहीं सकती, हर देश की हर कलाकृतिकी सर्वश्रेष्ठ प्रतिकृतियहाँ मौजूदहै| यहाँ आप स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी भी देखेंगे और एफेल टॉवर भी मिस्त्र के पिरामिड जैसी होटल भी तो फ्लेमिंगों जैसी भी,गिटार जैसी भी, झूले जैसी भी, सी वर्ल्ड तो  डिजनी वर्ल्ड,सब कुछ होटलों के डिजाईन में,भीड़ इतनी किआप खो जाएँ और मोबाईल ना हो तो असंभव है खोजना| हर धर्म हर संप्रदाय, हर देश, हर नस्ल के अपनी मस्ती में मस्त लोगों के हुजूम के हुजूम, महँगे वस्त्र सबसे लेटेस्ट  फैशन, महँगे स्प्रे, सेंट खुशबू के फव्वारे अपने पर लपेटेन जाने किस दुनिया के दिखाई दे रहे थे| चलते-चलते अनमोल ने हिदायत दी थी कि आप पापा या मेरे साथ ही रहना चलने में थकान थी इतना चलने की आदत भी नहीं और भीड़ में चलना और कठिन पर हम चलते रहे कितना कुछ था सामने|

शाइनिंग सिटी स्ट्रीट,नॉन स्टॉप एंटरटेनमेंट,लग्जरी शॉपिंग सेंटर,एलिट डिनर, एक से एक शानदार होटल और अपने में पूरी दुनिया समेटे महाकाय कसीनो| कहते हैं कि यहाँ रातें अपने पूरे शबाब पर होती हैं| कभी ना सोनेवाला यह शहर यहाँ पैसे खर्च करनेवालों का दिल से स्वागत करता है,लोग कहते हैं कि धरती पर स्वर्ग देखना हो तो लॉस वेगास का कोई विकल्प नहीं| इसकी अपनी प्रतिष्ठा है एक रेपुटेशन वाला शहर, जिसने लोगों के ख्वाबों को हकीकत में बदला| हम घूमते हैं पैदल आश्चर्य से भरे हुए मुँहसे निकलता भी है बापरे! कितना पैसा है लोगों के पास?कौन होंगे इनसब विशाल प्रॉपर्टी के मालिक? पैसे से दुनिया में सब खरीदा जा सकता है यह यहीं पता चलता है| दुनिया में यदि कहीं नाइट क्लबों की चकाचौंध और जुआ घरों की शानोशौकत का असली मजाहै तो यक़ीनन सिर्फ और सिर्फ लॉसवेगास में ही है|शॉपिंग मॉल्स, हेल्थ स्पा, विश्व संगीत, पॉप म्यूजिक का अलग ही आनंद है| एल्टन जोंन जैसे  फेमस पॉप सिंगर यहाँ नियमित प्रस्तुति देते हैं|

इस शहर को देख कर इसकी कहानी को सुन कर एक भारतीय कहावत याद आती है “घुढ़े [कचरा घरों]के भी दिन बदलते हैं|” सन् १९५० मेंएक छोटे से गाँव की ख्वाबगाह में बदलने की भी एक कहानी है| एक निर्जन सा बीहड़ आज रात की रानी सा शहर है| १९०५ में स्थापित लॉस वेगास को सन्१९११ में अधिकारिक रूप से बड़ेशहर का दर्जा दिया गया और फिर इसका सितारा जो चमका कि प्रगति के सारे सोपान तय करता यह शहर सदी के अंत तक अमेरिका का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर बन गया, इसके पहले यह ख़िताब शिकागो के नाम बताया जाता है| कहते हैंकि वयस्कों को यहाँ सभी प्रकार के मनोरंजन की अनुमति है और यही वजह है कि यह सिन  सिटी [गुनाहों का शहर]कहलाता है|

कच्चे खिलाड़ीया तो इसकी चमक-दमक से बहक जाए या गुनाहों की पनाह में जा सकता है| यहाँ जुआ, केबरे, शराब, स्मगलिंग,नाइट क्लब,गुंडे-अपराधी, गिरोह,बंदूकें, अप्सराओं सी ओरतें, निमंत्रण देती निगाहें, ड्रग्स, जिस्म सब कुछ एक जगह एक साथ,जहाँना दिन दिन होता है ना रात रात| इस अनोखी जगह की एक रोचक कहानी सुनी, सुनिए, आपको भी सुनाती हूँ–एक बार अमेरिका के इस वीराने निर्जन मरुस्थल में जो बेहद खुश्क, गर्म ,बंजर नेवादा का रेगिस्तान है यहाँ १८४४ को मई की ३ तारीख को जान सी. फ्रीमोंट जो कि युनायटेड स्टेट्स आर्मी कार्प्स ऑफ़ इंजीनियरिंग के एक वैज्ञानिक थे, जोअपने दौरे पर आये थे| उनके आगमन के साथ ही यह नेवादा का रेगिस्तान परमाणु परीक्षण स्थल बना दूर-दूर तक यहाँ कुछ नहीं था सिर्फ वीराना ही पसरा था केवल लॉसवेगास ही एक मात्र छोटी सी बस्ती थी|

आर्मी के अधिकारी और वैज्ञानिक यहाँ विस्फोट परीक्षण के लिए भेजे जाने लगे वे यहाँ बोर होते ना बोलने वाला कोई ना कोई मनोरंजन, रहने खाने जैसी मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं थी| इस समस्या को डलास के एक सजायाफ्ता अपराधी ने महसूस किया और एक छोटी सी होटल शुरू की जिसमें नीचे की मंजिल पर जुआ और मनोरंजन की व्यवस्था की और ऊपर रहने की| छत पर से वे विस्फोटकों का निरीक्षण करते| यह व्यवसाय लाइसेंस वाला था जिसे बचाए रखने के लिए ग्राहकों की सतत आवश्यकता के चलते यहाँ एक अलग ही तरह के रोजगार ने जन्म लिया| लोग धीरे-धीरे जुआ घर की तरफ़ आकर्षित होने लगे और लोग यहाँ स्वर्ग की परिकल्पना करने लगे और इस तरह के व्यवसाय ने एक नया रुख ले लिया जिसमेंफिर शराब और शबाब सब शामिल होते गए| जिनमें लोग नाचने-गाने, झूमने लगे यहीं से यहाँ नाइटक्लबों की शुरुआत हुई और फिर स्वर्ग की अप्सराओं ने लॉसवेगास को धरती का स्वर्ग बना दिया| एक रुकने खेलने की छोटी सी होटल ने लॉसवेगास को दुनिया की तमाम सबसे अच्छी होटलों का शहर बना दिया|

इस स्वर्ग में सबसे पहले देखा द सीजर पैलेस-

बेल्जिओ और मिराज के बीच यह चार डायमंड श्रेणी का होटल है जिसमें नेवादा का स्वर्ग सा कसीनो है, हमइसी कसीनो में घूमतेहैं| अन्दर जाते ही इतनी ताजगी इतनी फ्रेशनेस नींद का दूर तक कोई नाम नहीं पता चला कसीनो में ऑक्सीजन छोड़ी जाती है ताकि आप ताजगी स्फूर्ति से भरे रहें| यहाँ मेहमानों के लिए भव्य सुविधाएँ हैं |रोमन साम्राज्य की कल्पना को साकार करता यह लॉस वेगास का स्वर्ग महलहै| यहपैलेस दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित कसीनो वाली होटलों में से एक है और लॉस वेगास कासबसे बड़ा और सबसे अच्छा स्थानहै जिसमें मुख्य प्रदर्शन स्थल है कालीज़ीयम, एक २२,४५० वर्ग फुट (२०८६मीटर) का विशाल मंच है, जिसके मूल रूप की प्रतिकृति कोबनाने में $ ९५मिलियन की लागत लगी थी| इसके साथ एक ४,२९६ सीट वालास्टेडियम सेलीन डायोन भी देखने लायक है| लेखक, कलाकार,इतिहासकार,अंग्रेजी साहित्य के प्रेमी सब जानते हैंजूलियट सीजर को| इसे देखना अपने आप में अलग महत्व रखता है, सड़क पर द्वार के पास लगी है बेहद खूबसूरत आदमकद सफ़ेद संगमरमर सेतराशी हुई मूर्ति हम पहुँचते  हैं इसके कैफेटेरिया में जिसकी छत चार नक्काशीदार स्तंभों पर रखी गई है| आँखों  के सामने है अतिथि को हलके से भिगोते हुए मद्धम फव्वारे,जिससेगुजरते हुए हम देखते हैं सामने एक भव्य भाव दर्शाती सीजर की खूबसूरत मूर्ति| इसकसीनो का ऐश्वर्यकिसी साम्राज्य के राजसी ऐश्वर्य से एक तोला भी कम नहीं आँका जा सकता| जुआ-घर के तमाम उपकरण यहाँ शानो शौकत दर्शाते आपको किसी सीटपर बैठने का न्यौतादेते हैं|पोकर टेबलें, हसीन-कमसिन न्यूनतम कपड़ों वाली कार्ड डीलर लड़कियाँ ,जिन्हें देखकर विचार आता है किये कौन से देश की होंगी? पर वे अलग अलग शक्लो सूरत से मुझे दुनिया के हर देश की प्रतिनिधि सी लगती हैं,हाथ में छोटे-छोटे ग्लासों में बीयर, शैंपेन, रम, ब्रांडी  वाइन, वोदका की ट्रे लिए घूमती लड़कियाँ, हर एक घंटे में टेबल बदलती लड़कियाँ, राजाओं नवाबों ने भी शायद ऐसी ज़िंदगी नहीं देखी होगी| हम केवल एक राउंड पोकर खेलते हैं पहले में मिलता है फिर मिलता है और बंद करते हैंतब तक जो मिला था वो जा चुका था|मज़ा अद्भुत था जिसकी कोई कीमत नहीं आँकी जा सकती |जीतनेसे ज्यादा हारने का अनुभव रोमांचक होता है हम नो प्रॉफिट नोलॉस के साथ आगे जाते हैं आगे घोड़ों, योद्धाओं की सेविकाओं की मूर्तियों से निकलते हैं| एक महान सम्राट की राजधानी में कुछ समय बिताने के अनुभव को कोई शब्द नहीं देपा रही हूँ कुछ पल नाइट क्लबके आसपास बिताते हुए हम सीजर पैलेस चौक में निकल आते हैंबाहर निकलना एक हल्का-पन देता है, मायावी कल्पना लोक से बाहर आने वाला|

सामने एक दूसरी दुनिया है ठीक सामने पेरिस का एफिल  टॉवर है हम आधी रात गुज़ार चुके हैं पर एफिल टॉवर के सामने जाते ही इवनिंगइन पेरिस हो जाती है जाने कितने जोड़े यहाँ पेरिस होटल में अपना हनीमून मनाने रुकते हैं,वाह!यहाँ पेरिस का आनंद है वेगास में? फोटो, एफिल टॉवर के सामने खड़े होकर हम भी क्यूँ ना खिंचवाएँ? कहते हैं कि यह शादियों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है, एफिल टॉवर का अनुभव रात में विशेष रूप से रोमांटिक है। उज्ज्वल रातें, रंगीन रोशनी और पानी के जलाशयों का विचार कितना बेजोड़ है। ११मंजिल वाले एफिल टॉवर के रेस्तरां में खाने के साथ आनंद दोगुना हो जाता है। इसकी ऊँचाई मूल टॉवर से आधी और रोशनी दुगनी| दुकानें ही दुकानें, भीड़ ही भीड़ हम भी आधी रात के वक्त एक हसीं शाम गुज़ारते हुए एफिल  टॉवर से गुज़रते हैं |

अनमोल को आईसक्रीम लेनी है विकास मेरा हाथ पकड़ सड़क पार करवाते हैं सुकून से बैठने की इच्छा यहाँ पूरी होती है|खुले में यूँ फुटपाथ पर आइसक्रीम का लुत्फ एक बहाना है पैरों की थकान को कम करने का, हम देख रहे थे ब्लैक ब्यूटी वाइट  ब्यूटी, तरह तरह के चेहरे ,नस्लें, कोशिश है मेरी कि किसी चेहरे का कोई भाव पकड़ सकूँ पर सब सतत चलते हुए से हैं किसी को फुर्सत ही नहीं,सोचती हूँ मैं नहीं समझ पति मैं कि कहाँ जा रहे हैं सब? इनमें गोरे भी हैं और अश्वेत भी |अश्वेत को देखकर नस्ल भेद याद आता है|

अफ्रीकी  अमरीकियों के प्रति भेदभाव के कारण लॉस वेगास को ‘द मिसिसिप्पी ऑफ़ द वेस्ट’भी कहा जाता है| पर मैं आज देख रही थी गोरे-काले सब एक हैंना धर्म का पता है किसी का ना जाति|अनमोल ने इसकी हिस्ट्री बताते हुए बताया कि वेगास के इतिहास में एक खास दिन है जब ब्रांज आइडोल जिनका असली नाम जो सेफिन बेकर है ने अपने पर फोर्मेंस से इनकार कर दिया था कि   जब तक उसकी नस्ल को कसीनो में शो देखने के लिए प्रवेश नहीं दिया जाएगा वह परफॉर्म नहीं करेगा उसके बाद होटलों में कसीनो के मालिकों को एफ्रो अमेरिकन को प्रवेश देना प्रारंभ कियाथा|

अगले दिन हम ग्रैंड केनियन से लौट रात में फिर स्ट्रिप पर जाते हैं कसीनो सिर्फ कसीनो नहीं दुनिया के सब रंग समेटे हैं|हमें एक कसीनो के बाहर एक आदमी गाता हुआ मिलता है कि मैंने अपना सब गँवा दिया है लेकिन एक चांस और लेना चाहता हूँ,मदद करें ?हम हँसते हैं भीख? जुआ खेलने के लिए उसने अपनी ब्लैक टोपी खुली रखी है जिसमें डॉलर पड़े है जिसे देखकर लगता है कि यहाँ भी लोग दयालु है अभी भी?

हर कसीनो अलग थीम पर एक अलग बाजार है| दुनिया के सबसे चर्चित मूल शहरों की जस की तस  प्रतिकृतियाँ, जीता जागता संसार, हर कसीनो एक शहर,यहीं मिस्त्रके पिरामिड भी हैं, यहीं रोम भी तो यहीं लंदन, न्यूयॉर्क  वेनिस सब मिलकर स्वर्ग बनाते हैं| वेगास में स्थापत्य, शिल्प, बाजार, मनोरंजन की हरएक सुविधा उपलब्ध है यहाँ बस चाहिए केवल पैसा जो डॉलरों में होना चाहिए|

अभी हमारे पास और समय है हम जाते हैंवेनिस| पैदल कितना भी घूम लीजिये पैसे नहीं लगेंगे,पैसे खरीदने या खाने पर खर्च होंगे,सोचते हैंयहीं इटली का अद्वितीय वेनिस देखने को मिल रहा है तो देख ही लिया जाएवेनिस की सुंदरता का अंदाज तो हो ही जाएगा , इटली यात्रा करेंगे या नहीं किसको पता?यह है एक भव्य होटल नीचे कसीनो और ऊपर पतली सी सड़कों वाला शहर का लुक, जहाँ मौजूद है एक नहर जिसमें नाव से आप घूम सकते हैं इटली की कोई फेमस धुन के साथ| यहाँ वेनिस की तरह आपके पोट्रेट बनाने वाले भी हैं पैसे दीजिए,बनवा लीजिए|यहाँ पेड़ों की वेशभूषा में आपका स्वागत करते लोगों के साथ वेनिस दिलो दिमाग पर बैठ जाता है, लगता है कि यह इटली का एक प्रमुख नगर है। आभास होता है सुदूर देश में स्थित इटली में एक छोटा सा शहर हैं वेनिस, मान्यता है कि जिसकी प्राकृतिक खूबसूरती एक कला-चित्र के समान दिखाई देती है, यह शहर सांस्कृतिक एवँव्यापारिक केंद्र है।नहर पर गॉनडोला नाव में सवार होकर सैलानी घूमते हैं। हर साल वेनिसमें १२०रैगाटा (एडवेंचर गेम)आयोजित किए जाते हैं। रोमांचित कर देने वाला रैगाटा खेल वेनिसमें पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। हजारों लोग इस खेल में भाग लेते हैं। इस दौरान दर्शकों में उत्साह एवँतालियों की गूँज दूर तक सुनाई देती है|वेनिस के इतिहास एवँसंस्कृति से परिपूर्ण कार्निवाल के भिन्न-भिन्न प्रकार के रंग इस पर्व में उभर कर आते हैं जहाँ पर सैलानियों एवँदर्शकों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित किया जाता है एवँ यह त्यौहारसेंट मार्क स्क्वेयर में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। देश-विदेश से पर्यटक इस स्थान पर आते हैं और इस त्यौहार का आनंद लेते हैं। एक पल को मन में ख़याल आता है कि कभी अवसर मिला तो वेनिस मैंप्रतिकृति नहीं तुम्हें तुम्हारे असली रूप में देखने ज़रूरआऊँगी|एक पल को लगा हम किसी वेनिस में क्यूँ नहीं जन्मेप्यार और रोमांस केशहर में? हँसी आती है खुद को अपने ही विचार पर| अभी फ्लेमिंगो भी जाना था हमें वेनिस को वहीं छोड़ना पड़ा, फ्लेमिंगो का ताल भी हमारा इंतजार कर रहा था| सुना था जहाँ १५००० वर्गफीट का कसीनो बना है, जो लॉस वेगास का सन् १९४६ में बना पहला सबसे शानदार होटल है इसकी आकृति पिंक राजहंसों अर्थात् फ्लेमिंगों के आकार की है जो सबसे आकर्षक है| यहाँ कैरिबियन स्टाइल का शानदार बड़ा सा जलाशय है,इस होटल में एक रिसॉर्ट की सुविधा है जहाँ वन्यजीव, झरने और उनमें तैरते राजहंस देखे जा सकते हैं|

लॉसवेगास में अमेरिका के सर्द से मौसम का असर कम दिखता है, सर्दियों की अवधिकम होती है| मौसम आमतौर पर हल्का होता है, लॉस वेगास के आसपास की पहाड़ियों पर बर्फ पड़ती है पर लॉस वेगास में बर्फ दुर्लभ होती है लॉस वेगास रेगिस्तानी खुश्क जलवायु वाली जगह है| कहते हैं कि यहाँ ३०० दिन और ३८०० घंटे धूप खिली रहती है| अमेरिका में हर कहीं आप हरी घासके लॉनदेखते हैंवहाँफुटपाथ पर आपको गोल गोल चिकने पत्थर कुछ इस अंदाज में लगे हुए मिलते हैंजैसे सड़क पर नगीने जड़ दिए हों| यहाँ घूमनाएक वर्ल्डटूरजैसा अनुभव हैजैसे आप दुनिया को एक ही नक़्शे पर देख रहेहों|

कहते हैंकि लॉसवेगास पहले मैक्सिकोका हिस्सा था फिर यह लिंकन काउंटी का हिस्सा बना उसके बाद क्लार्ककाउंटी का| कहते हैंकि स्पेन के लोगों ने टेक्सास से ओल्डस्पेनिश ट्रेल से होकर उत्तर और पश्चिम की ओरजाते हुए इसक्षेत्र का पानी उपयोग किया था उस वक्त यहाँ आर्टजन के कुएँथे जिनके कारणयहाँ हरेभरे घास के मैदान थे जिन्हें स्पेनिश में वेगास कहते हैं इसलिए इसका नाम लॉस वेगास पड़ गया था|

यात्रा के ये तीन दिन विश्व की परिक्रमा जैसे रहे,हम दुनिया जहान घूम लिए लॉस वेगास के लिए ३००० पृष्ठों पर लिखूँतो भी बहुत कुछ छूटही जाएगा| कोई तीन दिन में कितना और क्या-क्या देखे?जो देखा और जो याद रहा उसके लिए ही शब्द कम है उपलब्धि ज्यादा| पोकर मेरा पसंदीदा गेम है एक राउंड मैं रोज ही अपने आई पेड पर खेलती हूँ,स्क्रीन पर खेलना और टेबल पर खेलने में बहुत अंतर है पर सभी ने कहा था माँ को एक बार खेलने देंगे जितना चाहेंगी थोड़ा ही सही, लॉस वेगास के द सीजर पैलेस कसीनोमें आखिर मैं भी पोकर खेल ही आई| गिफ्ट में दिए गएथे डॉलर आनंद के लिए लेकिनआनंद का कोई मोल डॉलर वॉलर से नहीं आँका जा सकता| बस जीवन में एक बार असली टेबल पर खेल लिया पोकर और बन गई जुआरी, पहली बार समझ आया जुआ कैसा नशा है, कैसी लत————अब स्क्रीन पर ही जहाँ ना डॉलर देने हैंना लेने हैं|

यहाँ हर देश के व्यंजन खाए जा सकते हैं, वेजीटेरियंस के लिए थोड़ामुश्किलहोता है पर थाई और मेक्सिकन,चायनीस, साउथइंडियन इडली डोसा,पंजाबी छोला भटूरा भी मिल जाता है| हमने लंच में मेक्सिकन टॉरटीला रैप स्वाद लिया यह लगभग हमारे स्प्रिंग रोल्स या फ्रेंच रोल्स जैसा ही लगा पता चला इस पौष्टिक रैप को संपूर्ण आहार के रुप में खाया जा सकता है। चीज़ी पैपर चावल और रीफ्राईड बीन्स का सौम्य मेल जिसमें हरे रंग के गार्लिक सॉस का स्वाद भरा गया है| इसमें सॉर क्रीम मिलानाना भूलें, जो इस रैप को और भी स्वादिष्ट बनाता है| जब ताज़ा हरा लहसुन का प्रयोग किया गया होता है तोयह व्यंजन शाकाहारी लोगों के लिए दाल रोटी खाने वालोंकास्वाद बदलने के लिए ठीक है पर वो तृप्ति शायद नहीं मिलती पर इसकेसाथ में स्पायसी सालसा बीन सूप भी लिया जो गलती से तीखा वाला ले लिया जिसने आँख नाकसब से पानी निकालदिया| सबने सूप पीते-पीते कहा कि लॉस वेगास तुमने हमें जाते-जाते रुला दिया तुम बहुत याद आओगे|

 

डॉ. स्वाति तिवारी

 

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डॉ .स्वाति तिवारी

डॉ. स्वाति तिवारी

जन्म : 17 फरवरी, धार (मध्यप्रदेश)

नई शताब्दी में संवेदना, सोच और शिल्प की बहुआयामिता से उल्लेखनीय रचनात्मक हस्तक्षेप करनेवाली महत्त्वपूर्ण रचनाकार स्वाति तिवारी ने पाठकों व आलोचकों के मध्य पर्याप्त प्रतिष्ठा अर्जित की है। सामाजिक सरोकारों से सक्रिय प्रतिबद्धता, नवीन वैचारिक संरचनाओं के प्रति उत्सुकता और नैतिक निजता की ललक उन्हें विशिष्ट बनाती है।

देश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में कहानी, लेख, कविता, व्यंग्य, रिपोर्ताज व आलोचना का प्रकाशन। विविध विधाओं की चौदह से अधिक पुस्तकें प्रकाशित। एक कहानीकार के रूप में सकारात्मक रचनाशीलता के अनेक आयामों की पक्षधर। हंस, नया ज्ञानोदय, लमही, पाखी, परिकथा, बिम्ब, वर्तमान साहित्य इत्यादि में प्रकाशित कहानियाँ चर्चित व प्रशंसित।  लोक-संस्कृति एवं लोक-भाषा के सम्वर्धन की दिशा में सतत सक्रिय।

स्वाति तिवारी मानव अधिकारों की सशक्त पैरोकार, कुशल संगठनकर्ता व प्रभावी वक्ता के रूप में सुपरिचित हैं। अनेक पुस्तकों एवं पत्रिकाओं का सम्पादन। फ़िल्म निर्माण व निर्देशन में भी निपुण। ‘इंदौर लेखिका संघ’ का गठन। ‘दिल्ली लेखिका संघ’ की सचिव रहीं। अनेक पुरस्कारों व सम्मानों से विभूषित। विश्व के अनेक देशों की यात्राएँ।

विभिन्न रचनाएँ अंग्रेज़ी सहित कई भाषाओं में अनूदित। अनेक विश्वविद्यालयों में कहानियों पर शोध कार्य ।

सम्प्रति : ‘मीडियावाला डॉट कॉम’ में साहित्य सम्पादक, पत्रकार, पर्यावरणविद एवं पक्षी छायाकार।

ईमेल : stswatitiwari@gmail.com

मो. : 7974534394