

Last Farewell in Sad Atmosphere : आतंकी हमले में मृत इंदौर के सुशील नथानियल की बेहद गमगीन माहौल में अंतिम विदाई!
दुखद अंतिम विदाई में वहां मौजूद सभी की आंखों में आंसू दिखाई दिए!
Indore : पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मृत इंदौर के सुशील नथानियल का अंतिम संस्कार आज जूनी इंदौर कब्रिस्तान में ईसाई रीति-रिवाज से किया गया। अंतिम दर्शन एवं प्रार्थना सभा के लिए उनकी पार्थिव देह पहले चर्च में रखी गई। कब्रिस्तान में परिजन, रिश्तेदार और दोस्तों के अलावा मंत्री तुलसी सिलावट, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव समेत कई लोग मौजूद थे।
सुशील की अंतिम यात्रा वीणा नगर स्थित उनके घर बी-68 से शुरू हुई। पार्थिव शरीर विशेष वाहन में नंदा नगर चर्च पहुंचाया गया। यहां प्रार्थना के बाद कब्रिस्तान के लिए रवाना हुआ। अंतिम यात्रा से पहले सुशील के घर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। पत्नी जेनिफर उनके ताबूत से लिपटकर रोईं। पिता बदहवास नजर आए। सुशील की छोटी बुआ इंदु डावर की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे। कांपती आवाज में बस एक ही सवाल बार-बार पूछ रही थीं, ‘अब किसका इंतजार करूंगी मैं, बता मुझे।’ ये दृश्य देखकर मौके पर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
बुधवार रात एयरपोर्ट पर माहौल बेहद गमगीन था, जब सुशील की पत्नी जेनिफर जैसे ही बाहर आई, तो वह स्वजनों को देखकर फूट-फूटकर रो पड़ी। इसके साथ ही, उनका बेटा आस्टिन और बेटी आकांक्षा गुमसुम रहे। सुशील के शोकाकुल स्वजन ने ताबूत के पास आकर फूट-फूटकर रोते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। स्वजन एक-दूसरे को संभालते दिखे, जबकि सुशील की बेटी के पैर में लगी गोली की चोट ने सभी की आंखों को नम कर दिया। सुशील के घर पर दिनभर रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों का आना-जाना लगा रहा।
जब पार्थिव देह को वाहन में लाया गया, तो सुशील के ताबूत को कई जनप्रतिनिधियों और पड़ोसियों ने कंधा दिया। उनकी भाभी और अन्य स्वजनों का कहना है कि सरकार ने इस कठिन घड़ी में हर संभव सहयोग किया। इंदौर जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी भी पूरी तरह से स्वजनों के संपर्क में रहे।