पत्रकार रमण रावल की PM मोदी पर लिखी तीसरी पुस्तक का लोकार्पण

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पत्रकार रमण रावल की PM मोदी पर लिखी तीसरी पुस्तक का लोकार्पण

 

इंदौर। नरेंद्र मोदी उस वैश्विक नेता का नाम है,जब वे गुजरात के मुख्य मंत्री थे,तब वे एक कमरे में ही रहते थे, रोजाना 2 घंटे ध्यान योग करते और कंबल बिछाकर ही सोते ।यह मैंने प्रत्यक्ष देखा है। ऐसे त्यागी व्यक्ति हम सबके आदर्श हैं और आने वाले दौर में समाज मोदी के प्रति वैसी ही आस्था और सम्मान रखेगा,जैसा हम आज गाँधी,सुभाष, सरदार पटेल जैसे महामानव के प्रति रखते हैं।

एक गरिमामय समारोह में आध्यात्मिक संत ध्यान योगी उत्तम स्वामी जी ने यह बात पत्रकार रमण रावल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी तीसरी पुस्तक युग पुरुष मोदी के लोकार्पण अवसर पर कही। इससे पूर्व रावल 2014 में मोदी युग व 2019 में युग-युग मोदी लिख चुके हैं। अपने संबोधन में महर्षि उत्तम स्वामी ने कहा कि किसी की मीन मेख निकालना सबसे आसान है, लेकिन किसी की प्रशंसा करना या उसकी अच्छाइयों को कलम बद्ध करना कठिन है। लेखक रमण रावल ने यह किया, इसके लिए वे साधुवाद के पात्र है। यह कार्य चार धाम और सप्तपुरियों की यात्रा के समान है।

प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मोदी के प्रधान सेवक बनने के बाद देश की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य में जबरदस्त प्रगति हुई। सारी दुनिया में भारत का मान सम्मान बढ़ा।आज विश्व में भारत पांचवें पायदान पर है और बहुत जल्द वह तीसरे और एक दिन वह सबसे ऊँचे स्थान पर होगा। अब भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है। वरिष्ठ पत्रकार राजा शर्मा ने कहा कि बिना गुरु कृपा से कोई सिद्धि नहीं मिलती है। संतो का सानिध्य और सत्संग अच्छे कर्मों से मिलता है।

अपने संबोधन में पुस्तक युग पुरुष के लेखक रमण रावल ने कहा कि अपनी तीनों पुस्तक में मैंने 2011 से 2024 तक के नरेंद्र मोदी के राजनीतिक सफर,उपलब्धि,भारत की विश्व में बढ़ती प्रतिष्ठा,समग्र विकास और सनातनी मूल्यों की पुनर्स्थापना को रेखांकित करते हुए लिखे गये लेखों का संकलन किया है, जो देश के समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए हैं। मोदी सफल प्रधानमंत्री ही नहीं, बेहतरीन इंसान है। उनका चुम्बकीय व्यक्तित्व और याददाश्त किसी को भी अपनी और आकर्षित कर लेती है।

अतिथि स्वागत श्रीमती रेखा रावल, कमलेश मिश्रा, आर.के.शर्मा,उत्सव शर्मा, श्यामसलोनी रावल, पूनम शर्मा,पंकज जोशी,महेश मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्कृति कर्मी संजय पटेल ने किया। आयोजन श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति सभागार में हुआ।