

Laxman Singh’s Expulsion From Congress: लक्ष्मण सिंह की बगावत की आहट, ‘नई कांग्रेस’ की तैयारी,राहुल गांधी पर निशाना!
– राजेश जयंत की खास रिपोर्ट
मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाला बड़ा फैसला, कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने यह कार्रवाई उनके राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा और उमर अब्दुल्ला पर विवादित बयान देने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते की। तीन बार के विधायक और पांच बार सांसद रहे लक्ष्मण सिंह ने निष्कासन के बाद वीडियो जारी कर राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा- “मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा। पार्टी को कार्यकर्ता चलाते हैं, नेता नहीं। अब एक नई कांग्रेस बनानी होगी।” उन्होंने पार्टी के फैसले को गलत बताते हुए निष्कासन पत्र भी कैमरे के सामने फाड़ दिया।
Do listen to this 9 min video of former Congress leader Laxman Singh.. there can’t be bigger evidence of the present day Congress party’s anti national mindset! pic.twitter.com/BmCxUIG2Xn
— Tuhin A. Sinha तुहिन सिन्हा (@tuhins) June 14, 2025
लक्ष्मण सिंह का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित लक्ष्मण सिंह के ट्विटर X अकाउंट पर भी कई फॉलोअर्स ने टेग किया है।
*”राजनीतिक हलचल”*
लक्ष्मण सिंह के निष्कासन के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। कई पुराने नेता और कार्यकर्ता उनके समर्थन में सामने आ रहे हैं। कुछ नेताओं ने दबे स्वर में पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है, जिससे असंतोष बढ़ सकता है। अब चर्चा है कि लक्ष्मण सिंह अपने समर्थकों के साथ नई राजनीतिक दिशा या संगठन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। इससे कांग्रेस के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं। हालांकि, ज्यादातर नेता या तो चुप हैं या दबे स्वर में पार्टी के फैसले पर चर्चा कर रहे हैं। यहां तक कि उनके बड़े भाई दिग्विजय सिंह ने अभी तक निष्कासन पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। परिवार की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि दिग्विजय सिंह निजी तौर पर इस फैसले से असहज हैं, फिर भी उन्होंने पार्टी लाइन का पालन किया है।
*”बीजेपी नेताओं का तंज”*
कांग्रेस से लक्ष्मण सिंह के निष्कासन पर बीजेपी नेताओं ने तंज कसा है। रजनीश अग्रवाल ने कहा- “कांग्रेस में जब कोई नेता सच बोलता है तो उसका यही हश्र होता है।” बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री विश्वास सारंग ने भी कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की। हालांकि, बीजेपी ने उन्हें पार्टी में शामिल करने को लेकर कोई औपचारिक न्योता नहीं दिया है और न ही लक्ष्मण सिंह ने किसी दूसरी पार्टी में जाने का संकेत दिया है।
*”आगे की रणनीति”*
लक्ष्मण सिंह साफ कर चुके हैं कि वे कांग्रेसी थे और कांग्रेसी ही रहेंगे। वे पूरे मध्य प्रदेश में घूमकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने संकेत दिया है कि अगर कांग्रेस में उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे ‘नई कांग्रेस’ जैसी कोई नई राजनीतिक पहल या संगठन खड़ा कर सकते हैं।
*”निष्कर्ष”*
लक्ष्मण सिंह का निष्कासन कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है। उनकी अगली रणनीति पर सभी की नजरें टिकी हैं! यह घटनाक्रम पार्टी के लिए नई चुनौतियां और संभावित बगावत की आहट लेकर आया है।