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Leader Of Opposition: कौन होगा विधान सभा में विपक्ष का नेता
भोपाल:प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से कमलनाथ द्वारा इस्तीफा पेश किए जाने की लग रही अटकलों के बीच कांग्रेस इस बार सदन में अपने नेता का चुनाव भी जल्द कर सकती है। इसके लिए जल्द ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। कांग्रेस में संगठन से लेकर सदन के नेता तक को लेकर दिल्ली में एक-दो दिन में विचार हो जाएगा। नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की सुगबुगाहट के बीच कई नाम इस दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं।
इसमें सबसे मजबूत नाम पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का माना जा रहा है। वे दो बार सदन में विपक्ष के नेता रह चुके हैं। वे 13वीं विधानसभा में 2011 में नेता प्रतिपक्ष बने थे। इसके बाद 14 वीं विधानसभा में भी वे 2017 में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए थे। अजय सिंह के अलावा रामनिवास रावत का भी नाम चर्चाओं में हैं। रावत पिछला चुनाव हारने के कारण सदन में नहीं थे। वे सदन में सक्रिय रहने वालों में शुमार रहते थे। वहीं उपनेता प्रतिपक्ष रहे बाला बच्चन का भी इस दौड़ में माना जा रहा है। बाला बच्चन आदिवासी वर्ग से आते हैं, यदि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद आदिवासी नेता को नहीं मिला तो बाला बच्चन को भी प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है, ओमकार सिंह मरकाम भी इसी वर्ग से आते हैं। उनके साथ ही यही स्थिति बनेगी।
उमंग ने की दिग्विजय सिंह से मुलाकात
उमंग सिंघार की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मुलाकात कई संकेत दे रही है। दोनों नेताओं के बीच बुधवार रात को मुलाकात हुई थी। इससे एक दिन पहले उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह से माफी मांगी थी। उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच बढ़ती नजदीकी उमंग सिंघार को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने की ओर संकेत करती हुई दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार में दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार के बीच विवाद हुआ था। दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चला था। तब से दोनों नेताओं के बीच संबंध मधुर नहीं माने जा रहे थे।