Leader’s Son Angry : मंत्री के बेटे को SP ने मंच से उतारा, मंत्री आग बबूला!
Khandwa : एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रोटोकॉल का पालन करना भारी पड़ गया। उन्होंने वन मंत्री विजय शाह के नेता पुत्र और जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह को मंच से क्या उतार दिया, एसपी यहां के स्थानीय भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए! उधर, एसपी सफाई दे रहे हैं, कि मैंने तीन दिन पहले ही ज्वाइन किया है, मैं नेता पुत्र को पहचानता तक नहीं था!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह 4 अप्रैल को खंडवा आए थे। सभा से पहले मंच पर चढ़ रहे वन मंत्री विजय शाह के पुत्र व जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह को पुलिस ने धक्का देकर उतार दिया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला गरमा गया। वन मंत्री विजय शाह ने तो साफ़ कह दिया कि जनप्रतिनिधियों से बदतमीजी करने वाले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। मुझे नहीं लगता कि एसपी बहुत दिनों तक अब रह पाएंगे।
मंगलवार शाम को वायरल हुए इस वीडियो में पुलिस जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह मंच पर चढ़ने का प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं। जबकि, कुछ पुलिस अधिकारी उन्हें रोकते हुए सीढ़ियों से धक्का देते नजर आ रहे हैं। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल भी वहां मौजूद थे।
भाजपा के कुछ नेताओं ने दिव्यदित्य शाह के बारे में एसपी को बताया, तब उन्हें मंच पर जाने दिया गया। लेकिन, इस पूरे मामले को लेकर वन मंत्री शाह ने बकायदा प्रेस वार्ता लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि एसपी ने भाजपा नेत्री सुमित्रा काले के साथ भी बदतमीजी की। अध्यक्ष के साथ युवा मोर्चा के पदाधिकारी मेरे पास आए थे। इस मामले में मैं मुख्यमंत्री को एसपी के गुस्से से अवगत कराऊंगा।
घटना मुख्यमंत्री के आने से 15 मिनट पहले की है। मुख्यमंत्री लाडली बहना सम्मेलन को संबोधित करने आए थे। मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यदित्य शाह को पुलिस ने मंच पर जाने से रोक दिया। इसके बाद में भाजपा नेता सुधांशु जैन ने एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल से कहा कि वे मंत्री के बेटे हैं। इसके बाद दिव्यदित्य को मंच पर जाने दिया गया।
एसपी ने सफाई दी
सत्येंद्र कुमार शुक्ल (पुलिस अधीक्षक) ने अपनी सफाई में कहा कि जब मुझे पता चला तो मैंने उन्हें आने दिया। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के प्रोटोकॉल के तहत उनसे आईडी मांगी गई थी। कहा था कि आईडी नहीं है, तो नीचे उतर जाएं। मैं नया हूं, तो उनके बारे में मुझे नहीं पता था। जैसे ही मुझे पता चला कि वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष हैं और साथ में जनपद पंचायत अध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधि हैं तो मैंने उन्हें आने दिया।
बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
विधायक और युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राम दांगोरे ने कहा कि पंधाना जनपद अध्यक्ष सुमित्रा काले और दो-तीन कार्यकर्ताओं को भी मंच से उतारा गया। अगर एक आईपीएस अधिकारी ऐसी हरकत करता है, तो उसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनपद अध्यक्ष को मैं बुलाने के लिए गया तो मुझे ही सीढ़ियों से नीचे उतरने नहीं दिया जा रहा था। कलेक्टर को मुझे बुलाना पड़ा। सीएम साहब वालेंटियर्स से चर्चा कर रहे थे, उस दौरान वहां जाने से मुझे भी रोका गया।
उन्होंने कहा कि ऐसा आईपीएस अफसर हमें खंडवा में नहीं चाहिए। हमने बड़े-बड़ों को रास्ते लगाया है। जो जनप्रतिनिधि को नहीं समझे, वो जनता को क्या समझेगा। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अनूप पटेल ने कहा कि इस मामले में युवा मोर्चा बुधवार को एसपी कार्यालय का घेराव करेगा। जब तक एसपी को सस्पेंड नहीं किया जाता है, चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।