
Letter to Railway Minister : स्टेशन बना राहगीरों के लिए मुसीबत, समस्या को लेकर रेल मंत्री को पत्र लिखा!
Ratlam : जिले की तहसील रावटी के स्टेशन से 100 मीटर की दूरी पर पटरी के नीचे बना नाला ग्रामीणों के लिए मुसीबत बना हुआ हैं। इसके बारे में रेलवे के अधिकारियों को बताया जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों है और समस्या का समाधान नहीं हुआ। तहसील क्षेत्र की सामाजिक कार्यकर्ता रेणुका, मुकेश पोरवाल ने बताया कि रतलाम रेल मंडल के रावटी स्टेशन के पास ही दिल्ली मुंबई रेल लाइन के नीचे बना नाला ग्रामीणों के लिए वर्षो से परेशानियों का सामना करने पर मजबूर कर रहा हैं।

रेल लाइन के नीचे बने नाले के आस-पास से तो पक्का हैं लेकिन मुख्य नाला कच्चा हैं जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही हैं। बारिश के दिनों ज्यादा बरसात होने पर रास्ता बंद हो जाता हैं और पानी रुकने पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं। जिससे राहगीरों को वाहन निकालने में बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता हैं। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र की 10 पंचायत के 50 गांवों के 60 हजार से अधिक लोगों का सड़क संपर्क टूट जाता हैं जिसके चलते दिन दिहाड़ी मजदूर वर्ग सहित स्वास्थ्य सेवा पर भी बुरा असर पड़ता हैं। आपातकालीन स्थिति जैसे बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के समय इलाज नहीं मिलता हैं। यह रास्ता दो जिलों झाबुआ-रतलाम को भी जोड़ता है। जिससे व्यापर, व्यवसाय के लिए लोग आना-जाना करते हैं क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से बड़ा क्षेत्र हैं रावटी के पास ही शिवगढ़, सैलाना जैसे घनी आबादी वाले गांव की और जाने के लिए भी एक मात्र यही विकल्प हैं।

क्षेत्र की पंचायतों एवं ग्रामीणों और समाजसेवीयों ने भी कई बार रेलवे को नाले की समस्या से अवगत कराया। लेकिन समाधान नहीं हुआ। रेणुका पोरवाल का कहना हैं कि नाला रेलवे की सीमा में आता हैं जिससे इसका निर्माण राज्य सरकार नहीं करवा सकती रेलवे नाले का निर्माण, अंडर ब्रिज या अन्य विकल्प आगामी बारिश के पूर्व निकाले इसके लिए रेल मंत्री, पश्चिम रेलवे मुख्यालय और DRM को समस्या का समाधान शीघ्र निकालने हेतु पत्र लिखा हैं!






