Lokayukt and EOW Enquiry against 100 IAS,IPS and IFS Officers

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Administrative & Police Reshuffle

 

Bhopal : मध्यप्रदेश में अखिल भारतीय सेवा के 100 से अधिक IAS, IPS और IFS अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त और EOW की जांच चल रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 35 IAS अफसर के खिलाफ लोकायुक्त और 28 के खिलाफ EOW की जांच जारी है जबकि 20 IPS और 39 IFS अधिकारियों के खिलाफ अनियमितताओं की शिकायतें हैं। इनमें से कुछ अफसर तो रिटायर भी हो चुके हैं और कुछ सस्पेंड हो चुके हैं।

 

विधानसभा में विभिन्न लिखित सवालों में कई अधिकारियों पर चल रही जांच कार्रवाइयों की जानकारी दी गई। वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि लोकायुक्त में 31 IFS और EOW में 39 IFS के खिलाफ जांच लंबित है। जबकि, राज्य वन सेवा के 10 अफसरों की जांच चल रही है। यह जानकारी गोविंद सिंह के सवाल के लिखित जवाब में दी गई।

उन्होंने बताया कि जिन रिटायर IFS के विरुद्ध जांच चल रही पेंडिंग है, उनमें एनएस डुगरियाल, विमन बर्मन, पीसी दुबे, बीबी सिंह, ओपी उचाडिया, आरसी शर्मा, कैलाश प्रसाद बांगर, अशोक कुमार सिंह, विजय कुमार नीमा, आरके गुप्ता, आरवी शर्मा, अनिल कुमार श्रीवास्तव तथा आरएस सिकरवार के नाम हैं। लोकायुक्त जांच में CCF रामदास महला, मनोज अग्रवाल, एलएस रावत, एपीएस सेंगर हैं। बीएस अन्नागिरी, अजय यादव, प्रशांत कुमार सिंह, गौरव चौधरी, यूके सुबुद्धि, पीके वर्मा, बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, वासु कनौजिया, मीना मिश्रा, चंद्रशेखर सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, डॉ शैलेंद्र गुप्ता पर विभिन्न प्रकार के प्रकरणों में जांच चल रही है।

IFS एम कालीदुरई, अजीत श्रीवास्तव, पीके सिंह, डॉ दिलीप कुमार, बीएस अन्नागिरी, अजय यादव, राजीव कुमार मिश्रा, प्रशांत कुमार सिंह, विपिन कुमार पटेल, गौरव चौधरी, पीके वर्मा, बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, रविंद्र सक्सेना, वायपी सिंह, मोहन मीणा अभी निलंबित हैं।

महेंद्रप्रताप सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, आलोक दास, प्रफुल्ल फुलझेरे, बीपी शर्मा, विजय कुमार, एनके सनोडिया, अनुराग कुमार तथा डीएस बघेल के नाम शामिल हैं। ये अधिकारी DFO, CF तथा CCF के पदों पर पदस्थ हैं।

मनोज अग्रवाल पर प्याज का बीज 1100 रुपए किलो के स्थान पर 2300 रूपए किलो खरीदने, एलएस रावत पर तबादलों के नाम पर लाखों का भ्रष्टाचार करने, एपीएस सेंगर पर निर्माण कार्यों के प्रमाणकों का फर्जी भुगतान करने, मकान खरीदने में शासकीय खजाने से भुगतान करने के आरोप हैं। ओपी उचाडिया जो रिटायर हो गए, उन पर भंडार क्रय नियमों के विरुद्ध खरीदी, निर्माण कार्यों में अनियमितता और प्रशांत कुमार सिंह पर सीसी रोड निर्माण कार्य में अनियमितता, बीज क्रय और बारबेड वायर तथा आरसीसी पोल खरीदी में अनियमितता के आरोप हैं।

अखिल भारतीय सेवा के 100 से अधिक अवसर लोकायुक्त और EOW की जांच के घेरे से बाहर नहीं निकल पाए। 35 आईएएस के खिलाफ लोकायुक्त और 28 के खिलाफ EOW में जांच चल रही है। जबकि 20 IPS और 39 IFS के खिलाफ अनियमितताओं की शिकायतें हैं। इनमें से कुछ अफसर रिटायर्ड भी हो चुके हैं। कुछ दिन पहले उद्यानिकी संचालक के पद से हटाए गए मनोज अग्रवाल भी EOW की जांच में हैं।

जिन IAS अधिकारियों के खिलाफ जांच लंबित है उनमें बसंत कुर्रे, ललित दाहिमा, जेडयू शेख, वीरेंद्र कुमार, अशोक कुमार चौहान और राज्य प्रशासनिक सेवा के विवेक सिंह, मनीषा सेतिया, पवन कुमार जैन, निलेश सतभैया, एमपी नामदेव, पंकज शर्मा शामिल हैं।

इसी तरह IPS और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों में अनिल कुमार मिश्रा, सुशील रंजन सिंह, देवेंद्र सिरोलिया, विकास पाठक, सिद्धार्थ चौधरी के खिलाफ भी शिकायतें दर्ज हैं।