
Lokayukt Trap: एक लाख रुपए की रिश्वत लेते सहकारी समिति का सहायक प्रबंधक रंगे हाथो पकड़ा गया
भोपाल : भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के तहत सागर जिले के जरूआ वेयर हाउस केसली में लोकायुक्त की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। लोकायुक्त ने सेवा सहकारी समिति जरूआ के सहायक प्रबंधक संतोष चौबे और एक प्राइवेट व्यक्ति अजय सिंह घोषी को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह रिश्वत मूंग की ग्रेडिंग रिपोर्ट सही करने और वेयर हाउस में माल रखवाने के लिए मांगी गई थी। इस मामले में शिविका वेयर हाउस के संचालक दिव्यांश तिवारी को भी आरोपी बनाया गया है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर सरकारी और निजी व्यक्तियों के बीच सांठगांठ से होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर किया है।
सरपंच ने की शिकायत
दिनेश सिंह ग्राम पंचायत पड़रई बुजुर्ग के सरपंच हैं, उन्होंने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सागर में इस संबंध में शिकायत की थी। दिनेश सिंह ने बताया कि उनके गांव के किसानों की करीब 371 क्विंटल मूंग की तुलाई हो चुकी थी। इसे शिविका वेयर हाउस में भेजा गया, लेकिन वेयर हाउस के संचालक दिव्यांश तिवारी ने मूंग की ग्रेडिंग खराब होने का हवाला देकर उसे रखने से इनकार कर दिया। इसके बाद किसानों ने सेवा सहकारी समिति जरूआ के सहायक प्रबंधक संतोष चौबे से संपर्क किया। जिस पर उन्होंने दो लाख रुपए की मांग की। इसमें से एक लाख रुपए देने का तय हुआ, जैसे ही यह राशि आरोपी को दी गई, लोकायुक्त पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस मामले में तीन आरोपी बनाए गए हैं। संतोष चौबे के साथ ही उनके सहायक राजेश पांडे और शिविका वेयर हाउस सहजपुर के संचालक दिव्यांश तिवारी को आरोपी बनाया गया है।





