

Lokayukt Trap : सरदारपुर मे लोकायुक्त टीम ने प्रधान आरक्षक के सहयोगी को ₹22500 रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा!
Sardarpur (Dhar) : लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को सरदारपुर में कार्यवाही करते हुए राजोद थाने के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार के लिए रिश्वत लेते उसके सहयोगी भारत डामर निवासी सिंदुरिया को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। एक प्रकरण में ग्राम झिंझापाडा निवासी नानूराम ओसारी का नाम हटाने के बदले प्रधान आरक्षक ने ₹50 हजार की रिश्वत मांगी थी। आवेदक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस इंदौर को की थी। लोकायुक्त पुलिस टीम ने उस पर कार्यवाही की।
जानकारी के अनुसार आवेदक नानूराम ओसारी पिता नारायण 14 मार्च 2025 को दोपहर में ग्राम बोला, तहसील सरदारपुर में भजन संध्या करने गया था। उसी दिन आवेदक के गांव में भगवान सिंह भाभर और सुरेश औसारी का झगड़ा हो गया था। जिसकी रिपोर्ट भगवान सिंह की पत्नी छन्नूबाई ने पुलिस थाना राजोद में सुरेश औसारी के साथ-साथ आवेदक के परिवार के करीब 8 लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई। इसका अनुसंधान पुलिस थाना राजौद के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार द्वारा किया जा रहा था। 15 मार्च 2025 को प्रधान आरक्षक ने आवेदक को थाने पर बुलाया, तो आवेदक ने बताया कि आवेदक 14 मार्च को भजन संध्या में ग्राम बोला गया था और आज ही सुबह वापस आया है। आवेदक का नाम एफआईआर में झूठा लिखवाया गया। इस पर आरोपी ने आवेदक का नाम केस से हटाने के एवज में 50 हजार रू की रिश्वत की मांगी।
इसकी शिकायत आवेदक द्वारा राजेश सहाय, पुलिस अधीक्षक, विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त कार्यालय इंदौर को की गई। सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार 21 मार्च को ट्रेप दल का गठन किया गया। आरोपी बनेसिंह परमार के कहने पर आरोपी भारत डामर द्वारा आवेदक से रिश्वत राशि 22,500 रू. प्राप्त करने पर आरोपी भारत डामर को रंगे हाथ पकड़ लिया। दोनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 एवं धारा 61(2) बीएनएस 2023 के अंतर्गत कार्यवाही सर्किट हाउस सरदारपुर में की गई।
कार्यवाही दल में डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक राहुल राजभिये, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक विजय कुमार, आरक्षक अशीष नायडू, आरक्षक कमलेश परिहार, आरक्षक आशीष आर्य एवं शेरसिंह ठाकुर शामिल थे।
Also Read: DS-US Transfer: उप सचिव और 5 अवर सचिवों के तबादले