
Lokayukt Trap: नगर निगम इंदौर के दरोगा और सुपरवाइजर ₹3000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार
इंदौर: Lokayukt Trap: नगर निगम इंदौर के दरोगा और सुपरवाइजर को आज लोकायुक्त पुलिस की टीम ने ₹3000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक मनोज चौहान निवासी इंदौर है जबकि आरोपी
1. श्री गोपाल पटौना, दरोगा स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम जोन 22
2. भरत मुराड़ियां, सुपरवाइजर,3 rd आई कंपनी रहे।
इस मामले में बताया गया कि आवेदक मनोज चौहान ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर श्री राजेश सहाय को आवेदन किया कि उसका ट्रैक्टर C 21 मॉल का मलबा उसकी ही साइट पर ले जाकर डालता है। प्रति फेरा 500 रुपए मिलते हैं। दिनांक 24/9/25 को जोन क्रमांक 22 के नगर निगम के दरोगा गोपाल और भारत ने उसका ट्रैक्टर पकड़ लिया है और बोला है कि मलबा के साथ कचरा भी है। ट्रैक्टर रोक रखा है और 10000/-रुपए ट्रैक्टर छोड़ने के मांग रहे है, नहीं तो जप्त करने की धमकी दे रहे है। सत्यापन कराया तो भरत ने उसी समय 2000 रुपए ले लिए और बाकी 3000 रुपए आज दिनांक 25/9/25 को लेकर बुलाया।और आवेदक का मोबाइल भी लेकर रख लिया कि कल बाकी देकर ले जाना।
इंदौर लोकायुक्त पुलिस के एसपी राजेश सहाय ने बताया कि ट्रैप दल गठित कर ट्रैप प्लान किया गया जो आज गोपाल पटौना ने 3000 रुपए लिए और भरत को दे दिए। गोपाल दरोगा ने अपने लिए मासिक बंदी की मांग आवेदक से रिश्वत लेन देन के दौरान की। रिश्वत राशि लेते ही आसपास तैनात लोकायुक्त दल ने रंगे हाथ दोनों आरोपियों को पकड़ लिया।
आरोपी गण के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7,61(2) के अंतर्गत कार्यवाही जारी है।
ट्रेपदल – निरीक्षक श्रीमती प्रतिभा तोमर, स ऊ नि रहीम खान, प्रधान आरक्षक आशीष शुक्ल, आरक्षक शैलेन्द्र बघेल, आदित्य भदौरिया, कमलेश परिहार, राकेश मिश्रा शचालक शेरसिंह।




