Lokayukt Trap : मत्स्य विभाग के मत्स्य महासंघ की जिला अधिकारी को ₹1 लाख की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा!

जानिए, क्या था मामला जिसमें लोकायुक्त ने यह कार्रवाई की!

687

Lokayukt Trap : मत्स्य विभाग के मत्स्य महासंघ की जिला अधिकारी को ₹1 लाख की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा!

 

Rajgarh : जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की। रविवार को मत्स्य महासंघ की जिला अधिकारी द्वारा हर महीने 3 लाख रुपए मांगे जा रहे थे। जिसमें मत्स्य महासंघ जिला अधिकारी सुरेखा सराफ के अस्थाई रूप से रखे गए कर्मचारी मुबारक गोरी जीरापुर के छापीहेड़ा नाके से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। हालांकि, जानकारी लगते अधिकारी गायब हो गईं। वह न तो दफ्तर में मिली न तो घर में।

बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता अनवर कादरी ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर कुंडलिया डैम में ठेका लिया था। नंवबर महीने से उनका काम शुरु हुआ था। लेकिन, मत्स्य अधिकारी द्वारा लगातार 3 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। ज्यादा पैसे न आने के कारण पीड़ित द्वारा पैसे नहीं दिए गए थे। इसके बाद दो महीने से अनवर को काम नहीं करने दिया जा था। उसके खिलाफ कई शिकायतें कार्यालय में की गई। जिस कारण वह लगातार परेशान हो रहा था।

इसके बाद उसने पूरे मामले की शिकायत मत्स्य विभाग के एमडी को की, लेकिन उसे सिर्फ जांच का आश्वासन दिया गया। वहां भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद उसने 1 अप्रैल को अपने साथियों के साथ मिलकर भोपाल आया और लोकायुक्त एसपी को शिकायत की। जांच के बाद मामला सही पाया गया, तो भोपाल से एक टीम राजगढ़ भेजी गई।

 

एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ा

मुबारक गौरी द्वारा ठेकेदार को जीरापुर बुलाया गया। यहां छापीहेड़ा नाके पर एक लाख रुपए लेते आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद अधिकारी सुरेखा सराफ की तलाश की गई, तो वह न तो दफ्तर में मिली न घर में।

मुबारक गौरी शिकायतकर्ता से पैसे लेने के लिए सुरेखा सराफ के कहने पर गया था। जिसके चलते पूरे मामले में महिला अधिकारी को ही आरोपी बनाया गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7, 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।