50 हजार रुपए व 11.50 लाख के चेक की रिश्वत लेने वाले EE के भोपाल स्थित निवास पर Lokayukta Police की तलाशी शुरू

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Lokayukta Police

50 हजार रुपए व 11.50 लाख के चेक की रिश्वत लेने वाले EE के भोपाल स्थित निवास पर Lokayukta Police की तलाशी शुरू

भोपाल: लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने सोमवार शाम स्वास्थ्य विभाग संभाग इंदौर से सम्बद्ध राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यपालन यंत्री (EE) राकेशकुमार सिंघल को 50 हजार रुपए की नकद रिश्वत व रिश्वत के ही बतौर 11.50 लाख रुपए का सेल्फ चेक लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी ने 17 लाख रुपए कीengineer 1636384585 रिश्वत मांगी थी जिसमें पांच लाख रुपए पहले ले चुका था। शेष 12 लाख रुपए में फरियादी ने कहा था कि अभी 50 हजार रुपए व साढ़े 11 लाख का सेल्फ चेक दे रहा है। कल साढ़े 11 लाख रुपए देकर सेल्फ चेक वापस ले लेगा।

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सोमवार शाम पालिका प्लाजा में पहले माले स्थित ऑफिस पर कंट्रक्शन कंपनी के संचालक ने जैसे ही आरोपी कार्यपालन यंत्री को 50 हजार रुपए व साढ़े 11 लाख रुपए का सेल्फ चेक दिया वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे धरदबोचा। टीम को देख आरोपी हक्का बक्का रह गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकायुक्त पुलिस(Lokayukta Police) ने आरोपी EE के भोपाल स्थित घर पर आय से अधिक संपत्ति की तलाशी भी शुरू कर दी है।
आरोपी कार्यपालन यंत्री राकेशकुमार सिंघल इंदौर में पदस्थ है किंतु वह भोपाल में रहता है और भोपाल अप डाउन करता है। सोमवार को भी वह भोपाल जाने वाला था।

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फरियादी ने उसे सोमवार शाम साढ़े पांच बजे ऑफिस आकर पैसे व चेक देने का कहा था। शाम को आरोपी कार से आया और ऊपर ऑफिस के सामने पहुंचा। जैसे ही फरियादी से उसे 50 हजार रुपए व चेक दिया वैसे ही डीएसपी लोकायुक्त प्रवीणसिंह बघेल के नेतृत्व में तैनात टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।

लोकायुक्त पुलिस(Lokayukta Police) आरोपी ईई सिंघल को थाना सेंट्रल कोतवाली ले गई और वहां आगे की कार्रवाई की।
लोकायुक्त डीएसपी (Lokayukta Police)प्रवीणसिंह बघेल के मुताबिक आरोपी को आर डी कंस्ट्रक्शंस कंपनी की शिकायत पर पकड़ा गया। आरडी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा इंदौर उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों में नलकूप खनन का कार्य किया गया है। इसके भुगतान के संबंध में कोर्ट में मामला लंबित है।

कंपनी द्वारा लगभग एक करोड़ 74 लाख के कार्य कराए गए हैं। इसमें विभाग द्वारा एक करोड़ 30 लाख रुपए का भुगतान किया गया जिसमें से आरडी तथा सुरक्षा निधि की राशि काटकर एक करोड़ पांच लाख रुपए की राशि उसे प्राप्त हुई।

इसके बदले कार्यपालन यंत्री राकेशकुमार सिंघल 17 लाख रुपए रिश्वत के रूप में मांग रहा था। इसकी पहली किश्त के रूप में पांच लाख रुपए पूर्व में ही आरोपी कार्यपालन यंत्री ले चुका था।

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फरियादी ने कहा- कल उसका आदमी साढ़े 11 लाख रुपए देकर चेक ले लेगा।
EE सिंघल फरियादी पर शेष 12 लाख रुपए जल्द देने का दवाव बना रहा था। इस पर फरियादी ने उसे कहा था कि उसके पास अभी 50 हजार रुपए है। बाकि के साढ़े 11 लाख रुपए का सेल्फ चेक दे रहा है।

कल उसका आदमी साढ़े 11 लाख रुपए देकर चेक वापस ले लेगा। रुपए व चेक आरोपी के ऑफिस पर सोमवार शाम 5.30 बजे देना तय हुआ था। आरोपी भोपाल जाने के पहले तय समय पर ऑफिस पहुंचा और धरा गया। आरोपी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित) 2018 की धारा 7 के तहत गिरफ्तार कर मौके पर जमानत पर रिहा किया गया।