Lokayukta raids: retired excise officer Dharmendra Singh Bhadoria के इंदौर और ग्वालियर ठिकानो पर गोल्ड व नकदी बरामद, जांच जारी

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Lokayukta raids: retired excise officer Dharmendra Singh Bhadoria के इंदौर और ग्वालियर ठिकानो पर गोल्ड व नकदी बरामद, जांच जारी

 

इंदौर: मध्य प्रदेश लोकायुक्त संगठन की टीम ने बुधवार सुबह सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के इंदौर और ग्वालियर स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान ओल्ड पलासिया स्थित फ्लैट सहित कई स्थानों से सोना और बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई है। टीम ने बैंक खाते, जमीन के दस्तावेज़ और अन्य कीमती संपत्तियों की भी जांच की है।

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*सुबह-सुबह पहुंची लोकायुक्त टीम*

लोकायुक्त की संयुक्त टीम ने तड़के करीब 6 बजे इंदौर के ओल्ड पलासिया क्षेत्र में भदौरिया के आवास पर दबिश दी। इसके बाद एरोड्रम रोड स्थित उनके निजी दफ्तर, बिजनेस पार्क ऑफिस और ग्वालियर के इंद्रमणि नगर आवास पर भी एक साथ तलाशी शुरू की गई। कार्रवाई को लेकर पुलिस बल की भी मदद ली गई थी ताकि भीड़ या बाधा की स्थिति न बने।

*कई ठिकानों से बरामद हुआ गोल्ड और कैश*

प्रारंभिक जांच में टीम को आवासीय परिसर से कई किलो सोना, गहने और लाखों रुपये नकद मिले हैं। हालांकि, लोकायुक्त अधिकारियों ने अभी बरामद संपत्ति का आधिकारिक मूल्यांकन या सटीक आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार, दस्तावेज़ों में अघोषित संपत्तियों के संकेत भी मिले हैं जिनकी पुष्टि के लिए आय व संपत्ति का तुलनात्मक विश्लेषण किया जा रहा है।

*सेवानिवृत्त अधिकारी की संपत्ति पर उठे सवाल*

धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया अगस्त 2025 में आबकारी विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी सेवा अवधि के दौरान भी उन पर नीलामी प्रक्रिया में गड़बड़ी और अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे, जिसके चलते 2020 में उन्हें निलंबित भी किया गया था। लोकायुक्त को संदेह है कि भदौरिया ने सेवानिवृत्ति से पहले और बाद में भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।

लोकायुक्त की टीम अब तक जब्त की गई सामग्री, बैंक स्टेटमेंट, संपत्ति के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज़ और आयकर विवरणों की पड़ताल कर रही है। टीम ने भदौरिया और उनके परिवार के नाम पर पंजीकृत कई प्रॉपर्टीज़ की डिटेल्स मांगी हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगामी दिनों में एफआईआर दर्ज करने और संपत्ति का फोरेंसिक ऑडिट कराने की संभावना है।

*लोकायुक्त की आधिकारिक प्रतिक्रिया*

लोकायुक्त कार्यालय के सूत्रों ने पुष्टि की है कि छापा आय से अधिक संपत्ति (DA) मामले में प्रारंभिक जांच के आधार पर किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया – “प्रारंभिक साक्ष्यों में आय व व्यय में असमानता दिख रही है। दस्तावेज़ों की जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। अभी बरामदगी की आधिकारिक गणना जारी है।”

*स्थानीय स्तर पर चर्चा*

ओल्ड पलासिया और आसपास के इलाकों में यह कार्रवाई दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। लोग लगातार लोकायुक्त टीम की गतिविधियों को देख रहे थे, वहीं मीडिया कर्मियों की भी बड़ी संख्या मौके पर मौजूद रही।

लोकायुक्त की यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही सघन मुहिम का हिस्सा बताई जा रही है। छापेमारी से अब तक मिली सामग्री और दस्तावेज़ों से भारी वित्तीय अनियमितता के संकेत मिले हैं।

अधिकारियों के अनुसार, पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी।