
Lokayukta Trap : कैदी को नहीं पीटने के बदले डिप्टी जेल अधीक्षक 15 हजार लेते गिरफ्तार!
Khachrod (Ujjain) :लोकायुक्त टीम ने एक सहायक जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी ने जेल में बंद एक कैदी को मारपीट से बचाने के लिए उसके रिश्तेदार से 30 हजार रुपए की मांग की थी।
उज्जैन निवासी जितेंद्र गोमे ने गुरुवार को उज्जैन लोकायुक्त के अधीक्षक आनंद कुमार को शिकायत की थी, कि उनका साला कनवर सिसोदिया खाचरोद उप जेल में बंद है। सहायक जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत के द्वारा साले को मारपीट से बचाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही है। गोंदिया निवासी कनवर सिसोदिया को 9 दिन पहले कोर्ट ने एक वारंट निकलने पर खाचरोद उप जेल भेजा था।
शिकायत के बाद लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता जितेंद्र गोमे को शुक्रवार की दोपहर में उप जेल सहायक अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत के पास भेजा। 15 हजार रुपये शुक्रवार को देना थे। एसपी के आदेश पर लोकायुक्त डीएसपी दिनेश पटेल ने केमिकल लगे नोट देकर जितेंद्र गोमे को खाचरोद उपजेल भेजा। यहां पर सहायक जेल अधीक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिसके उप जेल में हड़कंप मच गया।
स्कूटी की डिक्की में रखवाए पैसे
सहायक जेलर ने पहले बरगद के पेड़ के पास झाड़ियों में पैसे रखने को कहा, लेकिन जितेंद्र ने इंकार कर दिया। तब राणावत ने स्कूटी की डिक्की में पैसे रखवा लिए और खुद पास ही बकरियां चरा रही महिला के पास जाकर खड़ा हो गया, ताकि दूर से निगरानी रख सके। जब उसे यकीन हो गया कि जितेंद्र अकेला था और चला गया, तब वह स्कूटी के पास पहुंचा। लेकिन, उसकी वह प्लान में सफल नहीं हो सका। जेल परिसर में कैदियों से मुलाकात के लिए आए परिजनों के बीच सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा।
खुद को बता रहा था निर्दोष
गिरफ्तारी के बाद राणावत खुद को निर्दोष बताने लगा और कहा कि ये पैसे उसके नहीं हैं। लेकिन, जब टीम ने सबूत सामने रखे, तो वह शांत हो गया और कार्रवाई में सहयोग करने लगा। आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर नोटिस देकर छोड़ा गया है।





