Lokayukta Trap : इंदौर लोकायुक्त ने स्कूल की मान्यता के नवीनीकरण के लिए रिश्वत लेते 2 को पकड़ा!

आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज!

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Lokayukta Trap : इंदौर लोकायुक्त ने स्कूल की मान्यता के नवीनीकरण के लिए रिश्वत लेते 2 को पकड़ा!

 

Jhabua : इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने झाबुआ जिले के थांदला में पदस्थ खंड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसी) और एक अन्य कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। एक शैक्षणिक संस्था की मान्यता के नवीनीकरण के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। लोकायुक्त द्वारा यह कार्रवाई बीआरसी कार्यालय थांदला में की गई।

लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी ने बताया कि आवदेक रूसमल भूरिया पिता मांगिया भूरिया उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम छोटा गुड़ा, तहसील मेघनगर ज्ञानगंगा एकेडमी थांदला का संचालक है। जिसकी मान्यता मार्च 2024 में समाप्त हो गई थी। इसके नवीनीकरण करने के बदले आरोपी संजय सिकरवार पिता वीरेन्द्र सिंह सिकरवार, पद – खंड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसी) थांदला जिला झाबुआ मूल विभाग शिक्षा विभाग झाबुआ है। उसके साथ अन्य आरोपी श्यामलाल पाल पिता प्रताप पाल, पद-भृत्य कार्यालय खंड स्त्रोत समन्वयक है। इनके द्वारा आवेदक से ₹18,000 रिश्वत की मांग की जा रही थी।

इसकी शिकायत आवेदक ने राजेश सहाय, पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त इंदौर को की। सत्यापन में शिकायत सही पाई जाने पर आज 17 फरवरी को ट्रैप दल का गठन किया गया और आरोपियों को ₹11,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकडा गया। आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 एवं 61 (2) बीएनएस 2023 के अन्तर्गत कार्यवाही जारी है।

लोकायुक्त के ट्रेप दल में निरीक्षक राहुल गजभिये, कार्यवाहक निरीक्षक प्रतिभा तोमर, आरक्षक विजय कुमार, आरक्षक अनिल परमार, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह बघेल, आरक्षक मनीष माथुर एवं आरक्षक कृष्णा थे।