Loksabha Elections 2024: MP में1 करोड़ 52 लाख से अधिक युवा मतदाता साबित होंगे गेम चेंजर!
भोपाल। लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियां टिकट वितरण के दौरान भले ही जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए टिकट वितरण करती हो। लेकिन सरकार बनाने और बिगाड़ने में सबसे बड़ी भूमिका युवा मतदाताओं की होती है। भाजपा – कांग्रेस दोनों राजनीतिक पार्टियों का मेन टारगेट युवा मतदाताओं का ध्यान अपनी ओर खीचंने में ज्यादा रहता हैं। भाजपा और कांग्रेस अपने मेनिफेस्टों में युवा वर्ग को ध्यान में रखते हुए पॉलिसी बनाई हुई हैं। सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले भारत देश की सरकार युवा बनाएंगे। लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर इस बार युवा गेम चेंजर साबित होंगे। मौजूदा समय में प्रदेश में 1 करोड़ 52 लाख से अधिक युवा मतदाता है। जिनकी उम्र 18 से 29 वर्ष के बीच है। वहीं 18 वर्ष से 39 वर्ष के बीच युवा मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ से ज्यादा हैं। यह आंकड़ा कुल मतदाताओं का 50 फीसदी से भी अधिक है।
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर युवा मतदाताओं का औसत देखा जाए तो प्रत्येक सीट पर 5 लाख 24 हजार 173 होगी। इतने मतदाता किसी भी पार्टी को के उम्मीदवार को चुनाव हराने और जीताने में बड़ी भूमिका निभा सकते है। 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम पर नजर डाले तो प्रदेश की कई ऐसी सीटे थी जहां प्रत्याशियों की हार- जीत एक लाख से पच्चास हजार के बीच रही है। भाजपा या कांग्रेस जो भी राजनीतिक पार्टी युवा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होती है उसका चुनाव जीतना लगभग तय है। यही कारण है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं को रिझाने में जुटे हुए हैं। प्रदेश में इस बार 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार 64 मतदाता मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लेगें। वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 60 लाख मतदाता थे। यह संख्या 4 महीने में 3 लाख बढ़ चुकी है। पुरुषों की संख्या 2 करोड़ 89 लाख 51 हजार 705 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 73 लाख 87 हजार 122 है। वहीं अन्य मतदाताओं की संख्या 1237 है। 18 वर्ष से 19 वर्ष के युवा मतदाताओं की संख्या 16 लाख 2 हजार है, जबकि 20 से 29 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 36 लाख है। वहीं, 30 वर्ष से 39 वर्ष तक के युवा मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 49 लाख है।
*युवाओं को रोजगार से जोड़ना-*
भाजपा और कांग्रेस दोनों अपने मेनिफेस्टों में युवाओं को रोजगार देने की बात करती है। कांग्रेस बहुत जोर- शोर से बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर युवाओं को साधने के प्रयास में जुटी हुई है। भाजपा युवाओं को रोजगार और क्षमतावान बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का वादा कर रही है। पीएम मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व का जादू युवाओं के सिर पर चढ़कर बोलता है। स्टार्टअप के प्रदेश के लाखों युवा आत्मनिर्भर बनक र प्रदेश के समावेशी विकास में अपनी भूमिका निभा रहे है। प्रदेश के युवा पहले से कहीं ज्यादा राजनीतिक समझ रखने लगे है। युवा मतदाता अपने भविष्य को देखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा।