Loksabha Elections Rajasthan Report: कांग्रेस ने भीलवाड़ा से बदला प्रत्याशी,अब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष Dr CP Joshi प्रत्याक्षी!
गोपेन्द्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान कांग्रेस ने अपनी छ्ठी सूची में भीलवाड़ा से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी को अपना प्रत्याक्षी बनाया है तथा भीलवाड़ा से पूर्व में बनाए गए प्रत्याक्षी दामोदर गुर्जर की सीट बदल कर उन्हें राजसमन्द से प्रत्याक्षी बनाया गया है।
भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी राजस्थान के स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने 21 केन्द्रीय नेताओं तथा राजस्थान के 19 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। राजस्थान के 8 विधायकों, दो मुस्लिम और 6 महिलाओं को भी इस सूची में शामिल किया गया है।
राजस्थान में कांग्रेस ने 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। स्टार प्रचारकों की सूची के जरिए कांग्रेस ने जातिगत और सियासी समीकरण भी साधने की कोशिश की है।सूची में सोनिया गांधी,राहुल गांधी,प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, हिमाचल सीएम , प्रभारी रंधावा,अग्रिम संघठन प्रमुख और सहप्रभारियों को भी स्टार प्रचारक की लिस्ट में शामिल किया है। जाट वोट बैंक को लुभाने के लिए हुड्डा औऱ सुरजेवाला को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है । सूची में पूर्व सीएम अशोक गहलोत, हुड्डा और चन्नी को के साथ राज्य सभा सांसद नीरज डांगी को भी शामिल किया गया है। नेता प्रतिपक्ष,प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष और
स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन रजनी पाटिल
प्रवक्ता पवन खेड़ा और आलोक शर्मा तथा
सहप्रभारी अमृता धवन और वीरेन्द्र सिंह भी इस सूची में है।
राजस्थान के नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया कर सियासी और स्थानीय संतुलन बनाया गया है। राज्य के नेताओं के चयन में अनुभव, वरिष्ठता और जातिगत जैसे फैक्टर साधे गए हैं। राजस्थान से तीनों राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवाड़ी,मुकूल वासनिक और सुरजेवाला के अलावा एआईसीसी पदाधिकारी भंवर जितेन्द्र सिंह और धीरज गुर्जर को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव के रण को लेकर इन दिनों पूरे देश में सियासत परवान पर है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस अपने अपने ढंग से चुनाव की व्यूह रचना बनाने में जुटी हुई है। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के प्रथम दो चरणों के उम्मीदवारों की घोषणा और नामांकन के चलते अब सियासी दलों के घोषणा पत्रों को जारी करने की बारी भी निकट आ गई है । इसलिए भाजपा एवं कांग्रेस और अन्य पार्टियां अपने अपने घोषणा पत्रों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है।
कांग्रेस ने इस बार अपनी चुनावी रणनीति खासतौर से घोषणा पत्र जारी करने की रणनीति में बदलाव किया है। इस रणनीति की खास बात है कि मतदाताओं को लुभाने के लिए इस बार पार्टी आगामी 6 अप्रैल को जयपुर में जनता के बीच जाकर जनसभा में अपने घोषणा पत्र को जारी करेगी। संभवत यह पहली बार होंगा कि जब कांग्रेस सार्वजनिक रूप से अपना घोषणा पत्र जनता के बीच जाकर इसे पब्लिक रैली में जारी करेगी। इससे पहले अब तक सभी पार्टियां राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में मीडिया के सामने अपने पार्टी मुख्यालय में ही अपना घोषणा पत्र जारी करते रहे हैं। कांग्रेस ने मतदाताओं को लुभाने के लिए औऱ उनसे सीधे कनेक्ट होने के लिए इस आइडिया को अपनाया है।
नई रणनीति के तहत आगामी 6 अप्रैल को जयपुर में आयोजित की जा रही विशाल जनसभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे,संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य दिग्गज सार्वजनिक मंच पर कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र जारी करेंगे।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा राज्यों में जाकर सार्वजनिक जनसभाओं में घोषणा पत्र जारी करने के पीछे यह मकसद बताया जा रहा है कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र को जनता का घोषणा पत्र बनाने का एक बड़ा सियासी संदेश देना चाहती है। आम जनता के मध्य पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करना कांग्रेस की रणनीति का एक अहम हिस्सा बताया जा रहा है।
कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव की जंग जीतने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाह रही है इसलिए कईं नए प्रयोग भी कर रही है। जनता के मध्य घोषणा पत्र जारी इसी राजनीतिक प्रयोग का एक हिस्सा बताया जा रहा है।
कांग्रेस घोषणा पत्र के लॉन्चिंग प्रोग्राम के जरिए शक्ति प्रदर्शन करने के इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रस्तावित विशाल रैली को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संबोधित करेंगे।