Lookout Notice : जीवन की गिरफ्तारी को लेकर एसपी ने दिए निर्देश, पुलिस खंगाल रही आरोपी की चल-अचल संपत्ति, अब होगा लुक-आउट नोटिस जारी!
Ratlam : प्रदेश के बहुचर्चित धोखेबाजी मामले में आरोपी जीवन सोनी की गिरफ्तारी को लेकर एसपी अमित कुमार ने पुलिस टीम को निर्देश दिए हैं कि जीवन की गिरफ्तारी में कोताही नहीं बरते और मुखबिर तंत्र, तकनीकी साक्ष्य, आरोपी की चल-अचल संपत्ति की जानकारी तथा लुकआउट नोटिस जारी करने की वैधानिक कार्यवाही की जाएं। निर्देश को लेकर पुलिस टीम आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर जुटी हुई हैं।
बता दें कि सराफा व्यवसायी शंशाक पुरोहित पिता अनिल पुरोहित निवासी हनुमान रुण्डी एवं अन्य छः व्यापारी नक्षत्र आर्नार्मेंट के आशु पावेचा, मारुतीनंदन ज्वेलर्स के सुनील पोरवाल, न्यु मारुती नंदन ज्वेलर्स के मयंक पोरवाल, राधे ज्वेलर्स के कान्हा राठौर, केडी ज्वेलर्स के गोविंद अग्रवाल एवं फर्म सौभाग्यमल बसंतीलाल इन सभी ज्वेलर्स के यहां से जीवन सोने के जेवरात ग्राहकों को दिखाने के नाम पर अमानत में खयानत कर भाग गया था।
जो घटना के डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं आखिर कहां गया जीवन, क्यों पुलिस उस तक नहीं पहुंच पा रही हैं? सराफा एसोसिएशन का 1 लाख रुपए का इनाम और एसपी की और से 5 हजार रुपए के इनाम की घोषणा से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
जीवन जिंदा है या नहीं? उसके पास बेशकीमती सोना हैं जिस पर गुंडों बदमाशों की निगाह हो, उसके रिश्तेदार सुरेन्द्र (माकडोन), पंकज (माकडोन), कृष्णकांत (कडोदिया) और आशीष (सलसई) को पुलिस ने पकड़ा लेकिन हाथ कोई विशेष नहीं लगा, हालांकि चारों जेल की सलाखों के पीछे हैं उसके स्थानीय यार दोस्त भी कोई सुराग नहीं दे रहें। मिठ्ठूलाल का भी राज है, सुभाष भाटिया ने अपने आपको बेगुनाह साबित करने पुलिस को बयान दें दिया हैं। बोहरा बाखल स्थित जीवन की दुकान में निकली चिठ्ठी में जीवन सोनी द्वारा जिक्र किया गया है कि मैं भाटिया में 15 लाख रुपए मांगता हुं और मिठ्ठूलाल पर जादु-टोना करने का जिक्र किया गया हैं।
जीवन को रतलाम से महिदपुर सिटी तक छोड़ने वाले आरोपी टीपू सुल्तान नियारगर को भी पुलिस ने पकड़ा हैं जिसने भी कोई विशेष राज नहीं खोला।
हालांकि एसपी अमित कुमार के निर्देश पर पुलिस की तफ्तीश जारी हैं, लुकआउट नोटिस जारी किया जाने की बात पर भी पुलिस जुटी हुई हैं, चल अचल संपत्ति की भी तफ्तीश जारी हैं। पर यह कहा नहीं जा सकता हैं कि कब जीवन पुलिस के हत्थे चढ़ेगा??????