Bhopal : लाउडस्पीकर पर देशभर में राजनीति गरमा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बाद विवाद में कूदने के बाद दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर अपना समर्थन दिया। कांग्रेस विधायक का कहना कि लाउडस्पीकर पर रोक लगाना अच्छा होगा। दंगे नहीं होंगे, जनता को भी राहत मिलेगी। क्योंकि, न तो राम बहरे है न अल्लाह। जो शक्तियां दुनिया को पालती हैं, उन्हें कुछ मूर्ख क्या सुनाएंगे और सिखाएंगे!
लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध लगाना अच्छा निर्णय होगा। दंगे भी नहीं होंगे,जनता को राहत मिलेगी।न तो राम बहरे हैं और न ही अल्लाह।जो शक्तियां दुनिया को पालती हैं,उन्हें कुछ "मूर्ख"क्या सुनाएंगे और सिखाएंगे? @INCMP @BJP4MP
— lakshman singh (@laxmanragho) April 23, 2022
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के फैसले का स्वागत किया था। उन्होंने कहा था कि बारात के डीजे या किसी भी जुलूस के शोर का एक समय तक हो। आवाज की सीमित सीमा तय हो, तभी हम स्वस्थ समाज की रचना में योगदान दे पाएंगे। उन्होंने मध्य प्रदेश में यूपी जैसे निर्णय लेने की बात कही थी।
1. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी की सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लिया गया नीतिगत निर्णय अभिनंदनीय है।
— Uma Bharti (@umasribharti) April 20, 2022
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि आवाज परिसर से बाहर न आए।
लाउडस्पीकर विवाद की शुरुआत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बयान के बाद हुई थी। जिसमें ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि राज्य सरकार 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवा दे। नहीं होने पर ‘मनसे’ कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर स्पीकर लगाएंगे और हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके बाद से देशभर में लाउडस्पीकर को लेकर बहस तेज हो गई। लेकिन, कांग्रेस विधायक का इस मामले में दखल देना दिलचस्प है।